दुनिया का वह खतरनाक गेंदबाज जिसे खुद शोएब अख्तर ने माना सबसे तेज, जिससे ब्रायन लारा भी डरते थे

Muhammad Zahid Faster then Shoaib Akhtar: शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar Bowling Speeds) को विश्व क्रिकेट का सबसे तेज गेंदबाज माना जाता है, इसमें कोई दो राय नहीं है लेकिन उनसे पहले एक ऐसा गेंदबाज था जिसने अपनी गेंदबाजी से दुनिया के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा को भी चौंका दिया था.

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
Who is Muhammad Zahid
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • मोहम्मद जाहिद पाकिस्तान के तेज गेंदबाज थे, जिन्होंने 150 किमी/घंटा से अधिक की गति से गेंदबाजी की
  • जाहिद ने 1996-97 में अपना टेस्ट करियर शुरू किया और पहले मैच में 11 विकेट लिए।
  • चोटों के कारण उनका करियर छोटा रहा, जिसमें उन्होंने केवल 5 टेस्ट मैच खेले
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही? हमें बताएं।

Muhammad Zahid Extraordinary Talent Who Vanished into Dark: यकीनन शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar Bowling Speeds) को विश्व क्रिकेट का सबसे तेज गेंदबाज माना जाता है. अख्तर ने 2002 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में 161Kph की स्पीड के साथ गेंद करके दुनिया को हिला कर रख दिया था. अख्तर के बाद ब्रेट ली ने 157.4kmph की स्पीड के साथ गेंद की थी. इन दो गेंदबाजों के बाद हाल के समय में मयंक यादव और उमरान मलिक ने तेज गति से गेंद करके सुर्खियां बटोरी थी. लेकिन क्या आपको पता है कि अख्तर के आने से पहले एक और गेंदबाज था जिसे दुनिया का सबसे मुश्किल गेंदबाज माना जाता था. वह गेंदबाज अपनी गेंदबाजी में 150 kmph की रफ्तार से लगातार गेंदबाजी करता था. वह गेंदबाज पाकिस्तान का ही था जिसका नाम मोहम्मद जाहिद था. अख्तर के इंटरनेशनल करियर के आगाज से पहले मोहम्मद जाहिद  ऐसे गेंदबाज थे जो लगातार 150 किमी/घंटा से ज़्यादा की रफ़्तार से गेंदबाज़ी करने के लिए जाते जाते थे.  उन्हें अपने समय के सबसे तेज़ गेंदबाज़ों में से एक माना जाता था.

शोएब अख्तर से भी पहले विश्व किकेट को मिला था खतरनाक बॉलर 

लगातार 150 किमी/घंटा से ज़्यादा की रफ़्तार से करता था गेंदबाजी (Mohammad Zahid - Cricket Player Pakistan) मोहम्मद जाहिद के अंदर काफी टैलेंट था लेकिन दुर्भाग्य से चोटों के कारण उनका करियर छोटा हो गया, लेकिन वे लगातार 150 किमी/घंटा से ज़्यादा की रफ़्तार से गेंदबाज़ी करने के लिए जाने जाते गए. क्रिकबज़ डॉट कॉम के अनुसार ब्रायन लारा ने कथित तौर पर उन्हें अब तक के सबसे तेज़ गेंदबाज़ों में से एक बताया था.  जाहिद का बेस्ट परफॉर्मेंस न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ अपने पहले टेस्ट मैच आया था जब उन्होंने उन्होंने 11 विकेट लिए, जिसमें दूसरी पारी में 7 विकेट लेने का कमाल दर्ज था. 

कौन थे मुहम्मद जाहिद, जिसे खेलने में डरते थे ब्रायन लारा

मुहम्मद जाहिद का जन्म 2 अगस्त 1976 को गग्गू मंडी नामक एक बहुत ही कम जानी-पहचानी जगह पर हुआ था. जाहिद को हमेशा से ही तेज़ गेंदबाज़ी करने का शौक था. उन्होंने 1996-97 में अपना टेस्ट करियर शुरू किया था, जब उन्होंने रावलपिंडी में 64 रन देकर 4 और 66 रन देकर 7 विकेट लेकर न्यूज़ीलैंड को तहस-नहस कर दिया था.

Advertisement

मुहम्मद जाहिद जैसे असाधारण प्रतिभा का अंत काफी जल्दी हो गया था.  19वीं सदी हो या 21वीं सदी, तेज़ गेंदबाज़ी हमेशा अलग-अलग रूपों में सबसे आगे रही है. 19वीं सदी के आखिरी दशक में, कई असली तेज़ गेंदबाज़ सामने आए, जिनमें से कुछ लंबे समय तक बने रहे जबकि कुछ आते ही गायब हो गए. पाकिस्तान ने इस श्रेणी के तेज़ गेंदबाज़ों में  वकार यूनुस, वसीम अकरम और शोएब अख्तर जैसे गेंदबाज़ों ने सबसे ज्यादा नाम कमाया. इन सबके अलावा पाकिस्तान के पास  मुहम्मद जाहिद भी एक बहुत तेज़ गेंदबाज़ भी थे. अगर वो लगातार खेलते तो निश्चित रूप से इंटरनेशनल क्रिकेट में उच्चतम स्तर पर आज होते.

Advertisement

डेब्यू टेस्ट में 10 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले पहले पाकिस्तानी तेज गेंदबाज

मुहम्मद जाहिद  अपने पहले टेस्ट मैच में 10 या उससे ज़्यादा विकेट लेने वाले पहले पाकिस्तानी और दुनिया के 14वें गेंदबाज़ बने थे. बाद में, वे ऑस्ट्रेलिया गए, जहां उन्होंने अपनी तेज़ गति से क्रिकेट जगत को चौंका दिया था. मुहम्मद जाहिद का अगला पड़ाव श्रीलंका था, जहां वे अपने पैरों पर खड़े हुए लेकिन स्ट्रेचर पर वापस लौटे.  अपनी पीठ की चोट के कारण वे नॉटिंघमशायर की इंग्लिश काउंटी के साथ अपना अनुबंध भी पूरा नहीं कर पाए, ठीक होने के बाद अंततः वे राष्ट्रीय टीम में शामिल हो गए, टीम में वापसी करने के बाद उन्होंने कई लोगों को प्रभावित किया, उनका करियर आगे बढ़ रहा था लेकिन एक बार फिर वो चोटिल हो गए. 

Advertisement

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वह चोटिल हो गए, यहां से उनका करियर पूरी तरह से बदल गया, लगातार चोटिल होने के कारण मुहम्मद जाहिद फिर से अपनी बेस्ट गति से गेंद करने में नाकाम रहे, चोट कारण टीम से बाहर हो गए.   हालांकि उन्होंने घरेलू टूर्नामेंट में वापसी करने की बहुत कोशिश की, लेकिन उनकी आक्रामक गेंदबाजी की जो धार थी वो खत्म हो गई थी. उसके बाद उन्हें पर्याप्त सफलता नहीं मिल सकी.

Advertisement

"शोएब अख्तर, जिन्हें  सबसे तेज गेंदबाजों में से एक माना जाता है, उन्होंने एक बार जाहिद की गति की प्रशंसा करते हुए कहा था -जाहिद उनसे डेढ़ गज अधिक तेज थे और एक चैरिटी मैच के दौरान उनके साथ खेलते हुए उन्हें उनके सामने खुद को मध्यम गति के गेंदबाज जैसा महसूस हुआ था".

चोट के कारण 5 टेस्ट मैच में ही खत्म हो गया करियर

लगातार चोटों के कारण, उन्होंने अपनी गति खो दी. जाहिद  ने अपने करियर की एक शानदार शुरुआत की थी, इसमें कोई शक नहीं था, लेकिन उसके बाद वे अपनी राह से भटक गए. चोट के कारण एक तेज गेंदबाज का करियर केवल 5 टेस्ट मैच में खत्म हो गया. जाहिद ने पांच टेस्ट मैच खेले और कुल 15 विकेट लेने में सफल रहे. वनडे में उनके नाम 11 मैच में 10 विकेट दर्ज है. उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच साल 2003 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था. 

Featured Video Of The Day
Adani Group की AGM में UK Sinha ने बताया Fake News के खिलाफ NDTV सबसे 'ट्रस्ट' वाला चैनल
Topics mentioned in this article