Mitchell Santner on Virat Kohli Wicket: मिचेल सैंटनर के करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के दम पर न्यूजीलैंड ने पुणे में भारत के खिलाफ हो रहे सीरीज के दूसरे मैच पर पूरी तरह से अपना शिकंजा कस लिया है. दूसरे दिन स्टंप्स पर, न्यूजीलैंड ने भारत पर 301 रनों की बढ़त ले ली है और उसकी नजरें जीत पर है. न्यूजीलैंड ने भारत को बेंगलुरु में हुए सीरीज के पहले मैच की पहली पारी में 46 रनों पर ऑल-आउट किया था. ऐसे में उम्मीद था कि पुणे के स्पिन फ्रेंइली ट्रैक पर भारतीय खिलाड़ी रुककर बल्लेबाजी करेंगे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और टीम इंडिया पहली पारी में सिर्फ 156 रनों पर ऑल-आउट हुई.
भारत के लिए रवींद्र जडेजा, शुभमन गिल और सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने थोड़ा बहुत संघर्ष दिखाया, लेकिन वो भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए. जबकि रोहित शर्मा खाता भी नहीं खोल पाए थे और जबकि विराट कोहली एक रन बनाकर आउट हुए. वहीं विराट कोहली का विकेट लेने वाले न्यूजीलैंड के स्पिनर मिचेल सैंटनर ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि भारतीय स्टार विराट कोहली को फुल टॉस गेंद पर आउट होते हुए देखना उनके लिए हैरानी भरा था.
सैंटनर के सात विकेट की बदौलत न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 103 रन की बढ़त हासिल की और बाद में इसे बढ़ाकर 301 रन तक पहुंचा दिया. वहीं दिन का खेल खत्म होने पर उनसे जब पूछा गया कि उन्हें भारत के स्टार बल्लेबाज को इस तरह से आउट करना कितना अच्छा लगा तो उन्होंने जवाब दिया,"कोहली को फुल टॉस पर आउट करना मेरे लिए बहुत हैरानी भरा था. वह आमतौर पर ऐसे शॉट नहीं चूकते." उन्होंने मीडिया से कहा,"यह थोड़ी धीमी गेंद थी. मैंने बस इसे थोड़ा बदलने की कोशिश की, लेकिन आमतौर पर अगर आप ऐसे शॉट लगाते हैं तो वो छह रन के लिए जाते हैं. शॉट अच्छा था लेकिन गति में बदलाव महत्वपूर्ण रहा."
सैंटनर ने कहा कि 301 रन की बड़ी बढ़त के बावजूद न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को टेस्ट में बचे हुए तीन दिन में भी काम करना है. उन्होंने कहा,"मुझे लगता है कि भारत शायद अधिक आक्रामक होकर खेलेगा और हमें बैकफुट पर लाने की कोशिश करेगा. बल्ले से अब भी काम करना है. निश्चित रूप से अब हम जितने अधिक रन बनायेंगे, गेंद से हमारा काम थोड़ा आसान हो जाएगा."
सैंटनर ने कहा कि भारत के ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर की तरह गति में बदलाव करना महत्वपूर्ण था जिन्होंने पहले दिन 59 रन देकर सात विकेट झटके थे. उन्होंने कहा,"मैं सफेद गेंद के क्रिकेट में ऐसा बहुत करता हूं, मैं गति बदलता हूं. हमने शायद थोड़ी धीमी गेंद करने के बारे में बात की थी." उन्होंने कहा,"पहले गेंद की गति 95 किमी प्रति घंटा थी और फिर उन्होंने इसे धीमा करना शुरू कर दिया और विविधता लानी शुरू कर दी, जिससे बल्लेबाज असमंजस में पड़ गए."
(भाषा से इनपुट के साथ)
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