Mitchell Johnson react on Yashasvi Jaiswal-Mitchell Starc's episode: दूसरे टेस्ट से पहले मिचेल जॉनसन ने एक बड़ा बयान दिया है. मिचेल जॉनसन का मानना है कि पहले टेस्ट में जो ऑस्ट्रेलियाई टीम मैदान पर थी, वह असली ऑस्ट्रेलियाई टीम नहीं थी. जॉनसन ने सीधे तौर पर माना है कि पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम के अंदर जोश नजर नहीं आई थी जिसका फायदा युवा भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने उठाया था. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ने माना है कि अगर इस टेस्ट सीरीज की कहानी बदलनी है तो हमें आने वाले मैचों पर भारत पर दवाब बनाना होगा और पूरे जोश के साथ खेलना होगा जिसके लिए हम जाने जाते हैं.
द वेस्ट ऑस्ट्रेलियन को लिखे अपने कॉलम में जॉनसन ने कहा, देखिए पहले टेस्ट को देखने के पास मुझे एहसास हुआ है कि टीम पूरी शिद्दत के साथ नहीं खेल पाई थी. मिचेल जॉनसन ने कहा, "मैं इस ऑस्ट्रेलियाई टीम से कुछ संघर्ष देखना चाहता हूं. न कि भारत का कोई युवा ओपनर बल्लेबाज़ हमारी ही धरती पर हमारी टीम के सामने आकर मिचेल स्टार्क को यह कहते हुए स्लेजिंग करे कि वह बहुत धीमी गति से गेंदबाजी कर रहा है. बल्ले और गेंद से कुछ और जोश और इरादे देखने को मिलने चाहिए, लेकिन ऑप्टस स्टेडियम में हमारे खिलाड़ियों ने वह जोश नहीं दिखाया जिसके लिए हम जाने जाते थे. वहां इसकी कमी साफ़ तौर पर दिख रही थी."
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ने अपनी बात आगे ले जाते हुए कहा, "बॉर्डर-गावस्कर सीरीज़ अभी खत्म नहीं हुई है और यह निश्चित रूप से घबराने का समय नहीं है. लेकिन ऑस्ट्रेलिया को एडिलेड ओवल में दूसरे टेस्ट के शुरू होने पर भारत पर जल्दी दबाव बनाने की ज़रूरत होगी और इसे बनाए रखना होगा, नहीं तो 1-0 की कमी से वापसी करना उनके लिए मुश्किल हो सकता है. ऑस्ट्रेलियाई टीम को पर्थ में हार का सामना करना पड़ा और वे एक टीम के रूप में इसे महसूस करेंगे, लेकिन उन्हें जल्दी से आगे बढ़ना होगा."
बता दें कि भारत ने पर्थ टेस्ट मैच 295 रनों से जीत लिया था जो ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारत का रनों के हिसाब से सबसे बड़ी जीत है. पर्थ में भारत के यशस्वी जायसवाल ने 161 रन की पारी खेली थी तो वहीं, विराट ने 100 नाबाद रन बनाए थे. पहले टेस्ट मैच के दौरान भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल ने बल्लेबाजी के दौरान स्टार्क को धीमा गेंदबाज तक कह दिया था जिसके बाद ही ज़ॉनसन का यह बयान सामने आया है.