Manu Bhaker Father Interview on Khel Ratna Award Controversy: एक सौ अठ्ठाइस साल (128 ) साल के ओलिंपिक इतिहास में ये पहला मौका रहा जब पेरिस ओलिंपिक में एक ही खिलाड़ी ने दो मेडल पर निशाना लगाकर भारत को गौरव महसूस करने का मौका दिया. मगर जब बात खेल पुरस्कारों की आई तो मनु भाकर का नाम खेल रत्न पुरस्कार की लिस्ट से नदारद होने की खबर आई जिसे लेकर बड़ा विवाद हो गया है. मनु भाकर दुखी हैं. आज डबल ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु के शादी के फंक्शन के लिए हैदराबाद गई हुई हैं. उनके पिता रामकिशन भाकर मर्चेंट नेवी में काम करते हैं और भारत से बाहर हैं. उन्होंने NDTV स्पोर्ट्स एडिटर विमल मोहन को खास बातचीत में बताया कि मनु भाकर मायूस हैं और भारतीय ब्यूरोक्रैसी के रवैये से परेशान-
सवाल- सर, इस साल मनु भाकर को खेल रत्न पुरस्कार ना मिलने की खबरें आईं हैं. आपकी क्या प्रतिक्रिया है.
रामकिशन भाकर, मनु भाकर के पिता- मुझे तो ये ख़बर ही ग़लत लग रही है. ऐसा नहीं हो सकता.
शायद ये खबर गलत है. अभी तो ये खबर आफिशियली नहीं बताई गई है.
सवाल- सर, सवाल ये भी है कि क्या मनु ने खेल रत्न पुरस्कार के लिए अप्लाई किया था?
रामकिशन भाकर- अप्लाई करने से अवार्ड मिलता है क्या? मैं आपको पिछले सालों के मनु के एप्लीकेशन भेजता हूं. ये नियम तो पहले ही बन गया है और लोगों को बिना अप्लाई किये मिला है. मनु ने डबल ओलिंपिक मेडल जीता है. इतिहास बनाया है. एप्लीकेशन की बात तो ब्यूरोक्रैट इसलिए खड़ी कर रहे हैं ताकि विवाद हो जाए. वो सरकार का, खेल मंत्रालय का नाम खराब कर रहे हैं. मनु के एचीवमेंट के बारे में भी खेल मंत्रालय, सरकार सबको पता है.
सवाल- जहां तक मुझे जानकारी है मनु, पीवी सिंधु की शादी के लिए गई हैं. खेल रत्न पुरस्कार को लेकर मनु की क्या प्रतिक्रिया रही है?
रामकिशन भाकर- मनु ने मुझसे कहा, "पापा आई थिंक आई डिज़र्व इट. बाकी तो देशवासी, खेल मंत्रालय और सरकार तय करे."
सवाल- मनु दुखी हैं?
रामकिशन भाकर- बिलकुल. वो दुखी हैं. वो कहती हैं, "पापा, ऐसा नहीं होना चाहिए. पता नहीं, किसने ऐसा किया, क्यों किया?
सवाल- मनु का अगला टारगेट क्या है?
रामकिशन भाकर- मनु के लिए ये छुट्टियों का वक्त है. लेकिन पिछले दो महीने से उन्होंने ट्रेनिंग शुरू कर दी है. नेशनल्स में उन्होंने हिस्सा नहीं लिया है. लेकिन अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम के ट्रायल्स में हिस्सा लेंगी. अगले साल मार्च में वर्ल्ड कप भी है. वो अब शूटिंग की तैयारियों में जुट गई हैं.
सवाल- आपको लगता है कि जो फैसला लिया गया है उसकी ग़लती ठीक की जा सकेगी, इसी साल..
रामकिशन भाकर- बिल्कुल. इसी साल ठीक हो जाएगी.खेल मंत्रालय में अच्छे लोग भी हैं. आप देखना जल्दी ही आप अच्छी ख़बर सुनेंगे. इससे अच्छा संदेश भी जाएगा. आप डिज़र्विंग खिलाड़ी को नकारेंगे तो उसका संदेश अच्छा नहीं जाता है. डेफिनेटली, अच्छी खबर आएगी.