हॉट वेदर क्रिकेट टूर्नामेंट: न दर्शकों में जोश, न ही स्‍पॉन्‍सर की रुचि

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प्रतीकात्‍मक फोटो
नई दिल्‍ली:

अगर आपको इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के किसी मैच की टिकट या पास मिल जाए तो आप हर हाल में मैदान पर जाकर वो मैच देखना चाहेंगे. लेकिन IPL की तरह ही सितारों से लैस हॉट वेदर क्रिकेट टूर्नामेंट (Hot Weather Cricket tournaments) में दर्शक बहुत मुश्किल से ढूंढे जा सकते हैं. IPL के समानांतर हर साल दिल्ली और देश के दूसरे हिस्सों में अलग-अलग स्तर पर क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन होता है, जिनका स्तर तो उम्दा होता है, लेकिन इन्हें शायद ही कोई तवज्जो मिल पाती है. दिल्ली की तपती गर्मी में पारा 40 डिग्री पार कर चुका है लेकिन ये पारा क्रिकेट के मैदान में खिलाड़ियों का जोश ठंडा नहीं कर सकता. ड्रेसिंग रूम से ये खिलाड़ी भी अपनी टीम का हौसला बढ़ाते रहते हैं.

गर्मियों के इन दो महीने IPLभारत में करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों के लिए शाम के शौक में बदल जाता है. ये टूर्नामेंट क़रीब 250 खिलाड़ियों  के लिए शोहरत और पैसा कमाने का प्लेटफॉर्म बन गया है. इकलौता उम्दा प्रदर्शन रातों रात स्टार बना देता है. पैसा अपने आप आता है. लेकिन IPL के ग्लैमर से अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक का सफ़र आसान नहीं होता. IPL से बाहर हज़ारों खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो इस गर्मी में मैदान में ख़ूब पसीना बहाते हैं. ये टूर्नामेंट कपिल देव से लेकर वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली और ऋषभ पंत जैसों के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक सीढ़ी बने हैं.  

दिल्ली के बस अड्डे के पास मोरी गेट के बेहद व्यस्त इलाके के बीच मोरी गेट के बीचों बीच पूर्व टेस्ट क्रिकेटर विजय दाहिया ने एक क्रिकेट अकादमी खोली है. इन दिनों यहां 46वीं गोस्वामी गणेश दत्त मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है. इसके आयोजक विकास कात्याल बड़े ही फख्र से बताते हैं कि ये वीरेंद्र सहवाग का पहला घरेलू टूर्नामेंट रहा है. वो ये भी कहते हैं कि इस टूर्नामेंट में कपिल देव से लेकर युवराज सिंह से लेकर विराट कोहली, तक शिरकत कर चुके हैं. विकास कहते हैं, "इस टूर्नामेंट की पहले बहुत  अहमियत थी. बड़े खिलाड़ी और बड़े स्पॉन्सर भी मिल जाते थे. दो साल पहले ही ऋषभ पंत ने इस टूर्नामेंट का फ़ाइनल खेला था और बड़े-बड़े छक्के लगाये थे." लेकिन वो ये भी कहते हैं, "अब इन टूर्नामेंट का आयोजन आसान नहीं है. टीमों की एंट्री फ़ीस बड़ी नहीं रख सकते. मैदान का खर्च भी बढ़ता जा रहा है. बड़े स्पॉन्सर इन जैसे टूर्नामेंट के बजाए IPL में जाना पसंद करते हैं. आप देख लें इस  टूर्नामेंट को देखने 10 लोग भी नहीं आते."

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कुछ ही दिनों पहले ग़ाज़ियाबाद में संपन्न हुए ओम नाथ सूद मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट के आयोजक प्रमोद सूद का दर्द कुछ इस जैसा ही है.  वो कहते हैं मैं इतने सालों से लगातार इस टूर्नामेंट को करवा पाता हूं क्योंकि मुझे और मेरे पिता (जिनकी याद में ये टूर्नामेंट आयोजित होता है) को इस खेल को लेकर अलग जुनून रहा है. मेरे पिता ने 1983 के वर्ल्ड कप के दौरान काफ़ी पहले कह दिया था, "वर्ल्ड कप कपिल देव जीतेगा,  लेकिन दुर्भाग्य से वो फ़ाइनल नहीं देख पाए. उन्हें हार्ट अटैक हो गया. मैंने तब से ही सोच लिया था कि उनकी याद में क्रिकेट टूर्नामेंट करवाउंगा." प्रमोद सूद बताते हैं कि इस टूर्नामेंट की आज भी अहमियत कम नहीं हुई है. वो टूर्नामेंट खेलते कुछ रणजी खिलाड़ी और तेजिन्दर पाल सिंह की ओर इशारा कर कहते हैं, "देखिए ये खिलाड़ी इसके ज़रिये वापसी की कोशिश कर रहे हैं." क्रिकेटर तेजिन्दर कहते हैं, "मुझे दो साल पहले  मुंबई इंडियंस की टीम में खेलते हुए क्रिकेट के गॉड सचिन तेंदुलकर से सीखने का मौक़ा मिला. मैं आगरा से आया हूं और एक बार फिर से यहां सीखकर वापसी की कोशिश कर रहा हूं." ओम नाथ सूद मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट में अपनी टीम लेकर आए कोच अमित कहते हैं, "पहले मैं भी इस टूर्नामेंट में खेल चुका हूं. चार साल पहले इसी टूर्नामेंट में पीके भाई (टेस्ट क्रिकेटर प्रवीण कुमार) ने चार विकेट लिए थे और उन्हें आईपीएल के बीच में 2 करोड़ रुपये में खरीद लिया गया था. मुझे तो ये दिल्ली का बेस्ट टूर्नामेंट लगता है."

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दिल्ली NCR में डीडीसीए हॉट वेदर क्रिकेट के अलावा ओमनाथ सूद, गोस्वामी गणेश दत्त और लाला रघुबीर सिंह जैसे हॉट वेदर क्रिकेट टूर्नामेंट का सालों से आयोजन हो रहा है. लेकिन इन सबके लिए फ़ंड और स्पांसर की कमी, दर्शकों की बेरुख़ी जैसी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. लेकिन जानकार इनकी अहमियत कम नहीं आंकते. सालों से इन टूर्नामेंट पर ख़बर लिखते वरिष्ठ पत्रकार जी राजारमन कहते हैं, "ये कॉरपोरेट टूर्नामेंट हैं और बेहद रिलिवेंट (प्रासंगिक) और ज़रूरी हैं. इस टूर्नामेंट से कुछ साल पहले प्रवीण कुमार ने IPL में वापसी की थी जब नीलामी के दौरान किसी ने नहीं खरीदा था. इसमें कपिल देव जैसे बड़े खिलाड़ी भी हिस्सा लेते रहे हैं. इन टूर्नामेंट को बचाये रखने की ज़रूरत है."  देश में हॉट वेदर क्रिकेट टूर्नामेंट की एक परंपरा सी रही है.40-45 डिग्री तक के तापमान में दिल्ली, ग़ाज़ियाबाद, आगरा और ऐसे ही आस-पास के इलाकों में कॉरपोरेट्स से जुड़े खिलाड़ी इन टूर्नामेंट में अपना दम भी आंकते हैं और खुद को निखारते भी हैं.  अगर भारत में क्रिकेट के स्तर को बनाए रखना है तो दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड BCCI को इन टूर्नामट पर ध्यान देकर इसके स्ट्रक्चर को मज़बूत किए जाने की ज़रूरत नज़र आती है.

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