- स्टुअर्ट ब्रॉड ने जेम्स एंडरसन को विश्व क्रिकेट का सबसे महान गेंदबाज बताया।
- एंडरसन ने टेस्ट क्रिकेट में 704 विकेट लेकर रिकॉर्ड बनाया है।
- ब्रॉड और एंडरसन की जोड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में 1039 विकेट लिए हैं।
Who is is Greatest of All Time Bowler in World cricket: इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉर्ड ने उस गेंदबाज का नाम बताया है जिसे वो विश्व क्रिकेट का GOAT यानी ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम समझते हैं. ब्रॉर्ड ने चौंकाते हुए वसीम अकरम या फिर जसप्रीत बुमराह का नाम नहीं लिया है. ब्रॉर्ड के अनुसार विश्व क्रिकेट का सबसे महान गेंदबाज कोई है तो वह कोई और नहीं बल्कि जेम्स एंडरसन हैं. बता दें कि एंडरसन टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं. एंडरसन का रिकॉर्ड तोड़ पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है. बता दें कि loveofcricketpod के इंस्टाचैनल पर बात करते हुए ब्रॉर्ड ने दुनिया के सबसे महान गेंदबाज का चुनाव किया है. ब्रॉर्ड ने सीधे तौर पर एंडरसन को दुनिया का सबसे महान गेंदबाज करार दिया है.
जेम्स एंडरसन ने अपने टेस्ट करियर में 188 मैच खेलकर 704 विकेट लिए हैं तो वहीं, वनडे में उनके नाम 194 मैच में 269 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है. वहीं, टी20 इंटरनेशनल में इस गेंदबाज ने 18 विकेट अपने नाम किए हैं. बता दें कि ब्रॉर्ड और एंडरसन की जोड़ी टेस्ट क्रिकेट की सबसे खतरनाक गेंदबाज जोड़ी मानी जाती थी. दोनों ने मिलकर साथ में टेस्ट में कुल 1039 विकेट लेने का कमाल किया है जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. (Most Successful Bowling Combinations - Test Cricket).
दोनों गेंदबाजों ने इंग्लैंड के लिए साथ में कुल 138 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 1039 विकेट लेने में सफल रहे जिसमें एंडरसन ने 537 विकेट तो वहीं, ब्रॉर्ड ने 502 विकेट लेने में सफलता हासिल की थी. स्टुअर्ट ब्रॉर्ड के टेस्ट करियर की बात की जाए तो इस इंग्लैंड गेंदबाज ने 167 टेस्ट मैच में 604 विकेट लेने का कमाल किया था तो वहीं, वनडे में ब्रॉर्ड के नाम 178 विकेट दर्ज है. (Stuart Broad - Cricket Player England)
सचिन तेंदुलकर भगवान जैसे- जेम्स एंडरसन
बता दें कि हाल में एंडरसन ने कोहली और सचिन के साथ खेलने को लेकर अपना अनुभव शेयर किया और उन्होंने तेंदुलकर को ‘भगवान जैसा' व्यक्ति बताया जबकि कोहली एक ऐसे व्यक्ति थे जो आपका सामना करने के लिए तैयार रहते थे. एंडरसन ने कहा, ‘‘कोहली जंग में उतरना चाहता था। वह चाहता था कि आप (यह) जानें. वह बहुत प्रतिस्पर्धी है और उस शुरुआती सफलता के बाद उसके खिलाफ खेलना बहुत मुश्किल था.' उन्होंने कहा, ‘‘कोहली खिलाड़ी के रूप में सचिन से थोड़ा अलग थे जो बहुत ही सौम्य स्वभाव के थे. क्रीज पर बहुत शांत थे और विराट अपनी भावनाओं को अधिक अभिव्यक्त करते थे और अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करते थे और आप इसे उनकी कप्तानी में देख सकते हैं, जब वह विकेट लेने का जश्न मनाते थे.