Vaibhav Suryavanshi : राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) अपने शानदार बल्लेबाजी करियर के लिए मशहूर हैं. क्रिकेट की दुनिया में इन्हें 'द वॉल' के नाम से जाना जाता है. लेकिन बल्लेबाजी के इतर द्रविड़ ने एक कोच के रूप में भी भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. बतौर कोच द्रविड़ की सबसे बड़ी खासियत युवा टैलेंट को खोजकर उन्हें तराशना और दुनिया के सामने लाना है. नेशनल क्रिकेट अकैडमी (NCA), अंडर-19 टीम, राजस्थान रॉयल्स या भारतीय सीनियर टीम सभी में द्रविड़ (Rahul Dravid) ने कई युवा खिलाड़ियों को मौका देकर उनकी किस्मत चमकाई है.
बीते सोमवार (28 अप्रैल) को 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi in IPL 2025) ने राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के लिए सिर्फ 35 गेंदों में शतक जड़कर तहलका मचा दिया. उनकी इस कामयाबी में द्रविड़ का बड़ा हाथ है. आईपीएल 2025 की नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 1.1 करोड़ रुपये में खरीदा था. ये फैसला द्रविड़ की सलाह पर हुआ था. द्रविड़ ने वैभव को ट्रायल्स में देखा था और वहीं से वे उनकी प्रतिभा पर भरोसा जताया. वैभव सूर्यवंशी के अलावा भी और कुछ खिलाड़ियों को द्रविड़ ने मौका दिया है.
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यशस्वी जायसवाल
यशस्वी जायसवाल की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है. मुंबई की सड़कों पर पानीपुरी बेचने से लेकर भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बनने तक का यशस्वी का सफर द्रविड़ के बिना अधूरा रह जाता. 2018 में द्रविड़ की कोचिंग में अंडर-19 विश्व कप खेलने वाली भारतीय टीम में यशस्वी शामिल थे, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. द्रविड़ ने उनकी मेहनत को पहचाना और उन्हें लगातार मौके दिए. राजस्थान रॉयल्स में भी द्रविड़ ने यशस्वी को सपोर्ट किया, जिसके बाद उन्होंने आईपीएल में धमाल मचाया.
ईशान किशन
ईशान किशन की प्रतिभा को भी द्रविड़ ने सही समय पर पहचान लिया था. अंडर-19 वर्ल्ड कप 2016 में द्रविड़ की कोचिंग में ईशान ने कप्तानी की और अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से सबका ध्यान खींचा.
शुभमन गिल
2018 अंडर-19 वर्ल्ड कप में शुभमन ने द्रविड़ की कोचिंग में शानदार प्रदर्शन किया और टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने. द्रविड़ ने उनके स्टाइल को निखारा और उन्हें बड़े मौकों के लिए तैयार किया. आज शुभमन टेस्ट, वनडे और टी20 में भारत के लिए बड़े स्कोर बना रहे हैं.
ऋषभ पंत
ऋषभ पंत की बल्लेबाजी को दुनिया ने देखा है. इस प्रतिभा को निखारने में द्रविड़ का बड़ा हाथ रहा. अंडर-19 लेवल पर द्रविड़ ने पंत की आक्रामक शैली को सही दिशा दी और उन्हें मजबूत बनाया. जब पंत ने भारतीय टीम में जगह बनाई तो द्रविड़ ने क्रिकेट अकैडमी में उनकी फिटनेस और तकनीक पर काम किया. यहां तक की जब पंत चोट से उबर रहे थे तब भी द्रविड़ ने पंत पर भरोसा बनाए रखा.
राहुल द्रविड़ के रहते नए खिलाड़ियों की चमकी किस्मत
द्रविड़ के सलाह से कई और खिलाड़ी उभरे हैं, जैसे- वाशिंगटन सुंदर, पृथ्वी शॉ, आकाशदीप और अवेश खान आदि. राहुल द्रविड़ ने न सिर्फ खिलाड़ियों को मौका दिया, बल्कि उन्हें वो आत्मविश्वास और ट्रेनिंग दी, जिसने उनकी किस्मत बदल दी.