इंडियन वीमेंस टीम ने अपना पहला टी20 मुकाबला 5 अगस्त 2006 को डर्बी में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. तब से लेकर अभी तक करीब दो दशक बीत गए, लेकिन जो शेफाली वर्मा ने शुक्रवार को तिरुवनंतपुरम में श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टी20 मुकाबले में किया, वह करने के लिए शेफाली वर्मा होना जरूरी है. शेफाली जैसी क्षमता होना जरूरी है. जीत के लिए 113 रनों का पीछा करते हुए भारत ने 13.2 ओवरों में ही 2 विकेट के नुकसान पर जीत का लक्ष्य हासिल कर लिया. और ओपनर शेफाली वर्मा ने 42 गेंदों पर 11 चौकों और 3 छ्क्कों से बिना आउट हुए 79 रन बनाए. हां, प्लेयर ऑफ द मैच रेणुका सिंह को ही मिला, जिन्होंने 4 विकेट चटकाए.
श्रीलंका के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर
शेफाली ने यह पारी खेली, तो वह श्रीलंका के खिलाफ टी20 में सबसे बड़ा स्कोर करने वालीं भारतीय बल्लेबाज बन गईं. शीर्ष चार में दो बार नाम शेफाली और इतने ही बार नाम जेमिमा रॉड्रिगेज का ही है. डिटेल से जानें
रन बल्लेबाज साल
79* शेफाली वर्मा 2025
76 जेमिमा रॉड्रिगेज 2022
69* जेमिमा रॉड्रिगेज 2025
69 * शेफाली वर्मा 2025
...लेकिन असल बात यह नहीं कुछ और है. वह बात जिसका जिक्र हमने सबसे ऊपर किया है. दरअसल बात यह है कि भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए जो 115 रन बनाए, उसमें वह अपने योगदान का सबसे ज्यादा प्रतिशत रन बनाने वाली पहली भारतीय बल्लेबाज बन गईं.
एक पारी में किसी भारतीय का सबसे बड़ा प्रतिशत
शेफाली से पहले तक टी20 मैच की किसी एक पारी में सबसे ज्यादा प्रतिशत योगदान हरमनप्रीत (66.12 %) था. यह उन्होंने साल 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था. लेकिन शुक्रवार को श्रीलंका के खिलाफ भारत के 115 रनों में शेफाली का स्कोर प्रतिशत 68.69 रहा. और यह भारतीय वीमेंस टी20 इतिहास में किसी एक पारी में किसी एक बल्लेबाज का कुल स्कोर में सबसे ज्यादा प्रतिशत योगदान रहा.














