- पाकिस्तान की बल्लेबाज सिदरा अमीन को महिला विश्व कप मैच में आचार संहिता उल्लंघन के लिए आईसीसी ने फटकार लगाई.
- अमीन ने 81 रन बनाए लेकिन उनकी टीम 247 रन के लक्ष्य के मुकाबले 159 रन पर आउट हो गई.
- अमीन ने आउट होने के बाद बल्ला पिच पर जोर से मारा, जिससे आईसीसी ने उन्हें डिमेरिट अंक दिए.
ICC Penalisied Sidra Ameen: पाकिस्तान की सलामी बल्लेबाज सिदरा अमीन को भारत के खिलाफ महिला विश्व कप मैच के दौरान आचार संहिता के लेवल एक के उल्लंघन के लिए आईसीसी ने फटकार लगाई और उनके खाते में एक डिमेरिट अंक जुड़ गया. अमीन ने रविवार को भारत के खिलाफ आर प्रेमदासा स्टेडियम में 81 रन की पारी खेली लेकिन उनकी टीम जीत के लिए 247 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 159 रन पर आउट हो गयी. अमीन की संघर्षपूर्ण बल्लेबाजी के बावजूद भारत ने मैच 88 रन से जीता.
आउट होने के बाद की थी ये हरकत
यह घटना पाकिस्तान के लक्ष्य का पीछा करते हुए 40वें ओवर में हुई जब स्नेह राणा द्वारा आउट होने के बाद उन्होंने अपना बल्ला जोर से पिच पर मारा. आईसीसी ने कहा,"इसके साथ ही उनके अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया है और यह 24 महीने की अवधि में उनका पहला उल्लघंन था."
आईसीसी ने एक मीडिया विज्ञप्ति में कहा,सिदरा को खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2 के उल्लंघन का दोषी पाया गया. यह उल्लंघन 'अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान क्रिकेट उपकरण या कपड़ों, मैदानी उपकरणों या खेल के दौरान इस्तेमाल होने वाली किसी चीज' के 'अनादर' से संबंधित है."
आईसीसी के मुताबिक,"अमीन ने इस उल्लघंन और एमिरेट्स आईसीसी मैच रेफरी के अंतरराष्ट्रीय पैनल के सदस्य शैंड्रा फ्रिट्ज द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया है इसलिए औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी."
ये आरोप मैदानी अंपायर लॉरेन एगेनबैग और निमाली परेरा के साथ तीसरे अंपायर केरिन क्लास्ते और चौथे अंपायर किम कॉटन ने लगाए थे. आईसीसी ने कहा,"स्तर एक के उल्लंघन के लिए न्यूनतम दंड आधिकारिक फटकार, अधिकतम दंड खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमेरिट अंक है."
कैसा काम करता है डिमेरिट प्वॉइंट सिस्टम
आईसीसी जब डिमेरिट प्वॉइंट सिस्टम लाई तो उसके पीछे का विचार बार-बार आचार संहिता का उल्लंघन करने पर खिलाड़ियों को दंडित करना है. आचार संहिता में अपराधों के चार अलग-अलग स्तरों का वर्णन किया गया है, जिनमें से प्रत्येक को एक निश्चित संख्या में डिमेरिट अंक दिए गए हैं.
एक बार जब किसी खिलाड़ी को डिमेरिट अंक दे दिए जाते हैं, तो वे उसके रिकॉर्ड पर 24 महीने तक बने रहते हैं. यदि किसी खिलाड़ी को 24 महीने के भीतर चार डिमेरिट अंक मिलते हैं, तो उस पर एक टेस्ट या दो-सीमित ओवरों के मैचों का प्रतिबंध लगाया जाता है. यदि उसे 24 महीने के भीतर आठ डिमेरिट अंक मिलते हैं, तो प्रतिबंध दोगुना हो जाता है.
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