Ind vs Eng 3rd ODI: भारत वनडे में भी बना सीरीज का सिकंदर, आखिरी रोमांचक मैच में दर्ज की 7 रन से जीत

India vs England 3rd ODI Live Score: इससे पहले भारतीय पारी कोटे के पचास ओवर खत्म होने से नौ गेंद बाकी रहते सिमट गयी और उसने इंग्लैडं के सामने जीत के लिए 330 रनों का लक्ष्य रखा. एक समय भारतीय टीम तीन सौ साठ के आस-पास पहुंचती दिखायी पड़ रही थी, लेकिन ऋषभ पंत और हार्दिक की जोड़ी टूटने के बाद विकेट नियमित अंतराल पर गिरते रहे और भारतीय पारी 48.1 ओवरों में दस विकेट के नुकसान पर 329 रन पर खत्म हुयी. कहा जा सकता है कि इस पिच पर भारत करीब 35-40  रन पीछे रह गया. मतलब पिच और भारतीय बल्लेबाजी को देखते हुए इतने रन और बनने चाहिए थे.

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Ind vs Eng 3rd ODI: शार्दूल ठाकुर ने मैच में दोनों विभागों में शानदार प्रदर्शन किया.

India vs England 3rd ODI: भारत और इंग्लैंड की टीम के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज के आखिरी और निर्णायक मुकाबले में मेजबान भारत ने इंग्लैंड के नंबर आठ बल्लेबाज सैम कुरैन (नाबाद 95 रन, 83 गेंद, 9 चौके, 3 छक्के) के साहसिक प्रयास पर पानी फेरते  हुए उसे 7 रन से हराने के साथ ही सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया. इस तरह भारत ने टेस्ट, टी20 को मिलाकर वनडे सीरीज में भी इंग्लैड को पटखनी दे दी. एक समय इंग्लैंड की हार औपचारिकता भर दिखायी पड़ रही थी, जब उसने 40वें ओवर में आदिल राशिद के रूप में अपना आठवां विकेट 257 रन पर गंवा दिया था, लेकिन आठवें नंबर के बल्लेबाज सैम कुरेन का इरादा कुछ और ही था. सैम कुरेन ने लगातार अपनी कोशिशों से इंग्लैंड को मुकाबले में बनाए रखा और करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों सहित कोच शास्त्री और कप्तान विराट कोहली के चेहरों पर तनाव की रेखाएं खींच दीं. यह सैम कुरेन का ही बेहतरीन प्रयास था कि एक समय इंग्लैंड को 18 गेंदों पर 23 और फिर 12 गेंदों पर 19 रन की दरकार थी.

हार्दिक के 19वें ओवर में दो लगातार मुश्किल कैच भारतीय फील्डरों से छूटे, तो शास्त्री बाउंड्री पर काफी नाराज दिखे. एक बार को लगा की सीरीज भारत के हाथ से गयी! लेकिन अच्छी बात यह रही कि हार्दिक के फेंके 19वें ओवर में सिर्फ पांच रन आए. इसके कारण इंग्लैंड को आखिरी ओवर मे ंजीत के लिए 14 रन बनाने थे. सैम कुरेन पर स्ट्राइक खुद के पास रखने का दबाव था. यह दबाव मुसीबत बना और इसी कोशिश में नटराजन के आखिरी ओवर की पहली गेंद पर मार्क वुड रन आउट हुए, तो भारतीयों की जान में जान आ गयी.

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इसके बाद बाद तो सैम कुरेन ने जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली और सारी गेंद अकेले खेलने की कोशिश की, लेकिन इस लड़ाई में सैम कुरेन एक बेहतरीन प्रयास के बाद हार गए और इंग्लैंड कोटे के 50 ओवरों में 9 विकेट पर 322 रन ही बना सका और भारत के स्कोर की बराबरी से सात रन दूर रह गया. भारत के लिए सबसे ज्यादा चार विकेट शार्दूल ठाकुर ने लिए, तो भुवनेश्वर कुमार ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए तीन बल्लेबाजों को आउट किया. इससे पहले भारत ने धवन (67 रन, 56 गेंद, 10 चौके), पंत (78 रन, 62 गेंद, 5 चौके,  4 छक्के) और हार्दिक पंड्या (64 रन, 44 गेंद,  5 चौके, 4 छक्के) के शानदार अर्द्धशतकों से 48.2 ओवरों में सभी विकेट खोकर 329 का स्कोर खड़ा किया था, जो उम्मीद से छोटा दिखायी पड़ रहा था. सैम कुरेन की पारी से यह साबित भी हुआ, लेकिन आखिरी में टीम विराट बाजी मारने में कामयाब रही. साहसिक पारी खेलने वाले सैम कुरेन को मैन ऑफ द मैच चुना गया, तो वहीं जॉनी बैर्यस्टो को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया. 

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SCORE BOARD

पारी की शुरुआत की बात करें, तो पहले ही ओवर में आक्रामक तेवर दिखाने वाले जेसन रॉय को भुवनेश्वर ने इसी ओवर की आखिरी गेंद पर बोल्ड चलता किया, तो अगले ओवर में भुवी ने प्लान बनाकर जॉनी बैर्यस्टो को जाल में फंसाते हुए एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया. शुरुआत से ही असहज दिखायी पड़ रहे और बेन स्टोक्स भी जरूरत के मौके पर बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे, तो कार्यकारी कप्तान जोस बटलर भी 15 रन बनाकर शार्दूल ठाकुर का शिकार हो गए. लिविंगस्टोन (36) ने कुछ अच्छे स्ट्रोक लगाए और टिकने की कोशिश की, लेकिन निगाहें जमने के बाद वह ठाकुर की फुलटॉस-स्लोअर वन पर गच्चा खा गए और उन्हीं को आसान कैच दे बैठे. ठाकुर अपने अगले ओवर में फिर से इंग्लैंड पर भारी साबित हुए. शार्दूल ने अपना तीसरा और इंग्लैंड छठा विकेट चटकाते हुए डेविड मलान को चलता कर दिया, जो शॉर्ड मिडविकेट पर पुल करने की कोशिश में रोहित के हाथों लपके गए. मलान ने 50 रन बनाए. निचले क्रम में ऑलराउंडर मोइन अली ने कुछ बेहतरीन स्ट्रोक लगाकर जरूर भारतीयों को परेशान किया, लेकिन फिर से अटैक पर भुवनेश्वर कुमार ने उनकी संक्षिप्त पारी पर ब्रेक लगा दिया. और आदिल राशिद (19) के विकेट के तो कहने ही क्या! ठाकुर की गेंद पर शॉर्टकवर पर विराट ने ऐसा कैच लपका, जो आने वाले कई दिनों तक चर्चा का विषना बना रहेगा. 

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ठाकुर के गजब के हाथ !
हालिया समय में शार्दूल ठाकुर ने अपनी कीमत बहुत बढ़ायी है. फिर चाहे यह बल्ला हो या गेंद! शार्दूल ने पहले बैटिंग में अच्छे हाथ दिखाए, तो फिर बाद में अपनी 'स्लोअर-कलाकारी' से सभी का मन मोह लिया.  शुरुआत ठाकुर बेहतरीन फॉर्म में चल रहे जोस बटलकर एलबीडब्ल्यू करके की, लेकिन जब ठाकुर दोबारा गेंदबाजी करने आए, तो उन्होंने करीब एक ओवर के अंतराल पर लियम लिविंगस्टोन और फिर डेविड मलान को स्लोअर पर गच्चा करके साबित किया कि वह मैनेजमेंट के उनके भीतर निवेश को बिल्कुल भी जाया नहीं होने देंगे. मलान का ठाकुर का तीसरा विकेट रहा. ठाकुर का कहर यहीं ही खत्म नहीं हुआ और उन्होंने आदिल राशिद को आउट करके अपना चौथा विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच बनने का मजबूत दावा ठोका, लेकिन आखिर में उन्होंने निराश होना प़ड़ा क्योंकि यह खिताब सैम कुरेन ले उड़े.

पावर-प्ले (शुरुआती 10 ओवर): भुवी ने कर दी पावर फिस्स!

'सीरीज के सिकंदर' के मुकाबले में इंग्लैंड को मैच के स्कोर के लिहाज से पावर-प्ले यानी शुरुआती दस ओवरों को दोनों हाथों से भुनाना था, लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने दिखाया कि क्यों इंग्लिश पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने उन्हें आज का सफेद गेंद से सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर करार दिया है. राय से तीन चौके खाने के बाद भुवनेश्वर ने पहले ही ओवर की आखिरी गेंद पर इस इंग्लिश बल्लेबाज की बोलती बंद कर दी. राय अंदर आती गेंद पर प्लेड-ऑन हो गए. वहीं, एक ओवर बाद फिर से भुवी आए, तो उन्होंने आतिशी जॉनी बैर्यस्टो को जाल में फंसाकर एलबीडब्ल्यू कर सस्ते में चलता कर दिया. कुल मिलाकर पावर-प्ले में भारत या कहें भुवनेश्वर कुमार ने इंग्लैंड की पावर पर लगाम कस दी. यहां से एक ओवर बाद भुवनेश्वर को एक सफलता और मिल सकती थी, लेकिन हार्दिक पंड्या ने एक ऐसा कैच छोड़ दिया, जिसे वह दस में से एक बार ही छोड़ें ! स्टोक्स सस्ते में निपटने से बच गए. कुल मिलाकर पावर-प्ले में भुवनेश्वर का जादू चल गया और इंग्लैंड इस अवधि में 2 विकेट पर 62 रन बनाने में सफल रहा. इस समय मलान 12 और स्टोक्स 33 रन पर थे. कुल मिलाकर पावर-प्ले की लड़ाई में भारत ने बाजी मार ली. 

इससे पहले भारतीय पारी कोटे के पचास ओवर खत्म होने से नौ गेंद बाकी रहते सिमट गयी और उसने इंग्लैडं के सामने जीत के लिए 330 रनों का लक्ष्य रखा. एक समय भारतीय टीम तीन सौ साठ के आस-पास पहुंचती दिखायी पड़ रही थी, लेकिन ऋषभ पंत और हार्दिक की जोड़ी टूटने के बाद विकेट नियमित अंतराल पर गिरते रहे और भारतीय पारी 48.1 ओवरों में दस विकेट के नुकसान पर 329 रन पर खत्म हुयी. कहा जा सकता है कि इस पिच पर भारत करीब 35-40  रन पीछे रह गया. मतलब पिच और भारतीय बल्लेबाजी को देखते हुए इतने रन और बनने चाहिए थे. रोहित शर्मा (37 रन, 37 गेंद, 6 चौके) आउट होने वाले पहले बल्लेबाज रहे, जिन्हें आदिल राशिद ने बोल्ड किया. लेकिन रोहित ने आउट होने से पहले धवन के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 103 रन जोड़कर भारत को ठोस शुरुआत दी.दोनों ने पावर-प्ले के 10 ओवरों में 65 रन बनाए थे. रोहित के आउट होने के बाद ही जमकर खेल रहे शिखर धवन (67 रन, 56 गेंद, 10 चौके) भी आदिल राशिद का शिकार बने. आदिल ने धवन को अपनी ही गेंद पर बेहतरीन कैच लपककर विदा दिया. धवन ने 44 गेंदों पर अपना 32वा अर्द्धशतक बनाया था. राशिद को मिली कामयाबी के बाद कप्तान बटलर ने दूसरे स्पिनर मोइन अली को गेदं थमायी, तो उन्होंने बहुत जल्द ही विराट कोहली (7) को बोल्ड कर भारत को विराट झटका दिया. केएल राहुल दुर्भाग्यशाली रहे कि लिविंगस्टोन की फुलटॉस गेंद पर आउट हो गए. इसके बाद पिछले मैच में शानदार अर्द्धशतक बनाने वाले विकेटकीपर ऋषभ पंत (78 रन, 62 गेंद, 5 चौके, 4 छक्के) ने लगाता दूसरा पचासा जड़ते हुए इस मुकाबल में भी लगभग ऐसी ही पारी खेली. अच्छा अर्द्धशतक बनाने वाले हार्दिक पंड्या ने भी पंत का अच्छा साथ दिया, लेकिन वह भी पंत की तरह ही बहुत ही खराब अंदाज में आउट हुए और बेन स्टोक्स की गेंद पर पीछे से डंडी खा गए. शार्दुल ठाकुर (30 रन 21 गेंद, 1 चौका, 3 छक्के) ने पहले भी दिखाया और एक बार फिर साबित किया कि वह निचले क्रम में एक उम्दा बल्लेबाज हैं और स्ट्रोक खेलना बखूबी जानते हैं. क्रुणाल पंड्या (25 रन, 34 गेंद ) पिछले मुकाबले में बेहतरीन अर्द्धशतक बनाने के बावजूद कॉन्फिडेंट दिखायी नहीं पड़े. वह कई बार आउट होने से बचे और जरूरत के समय स्लॉग ओवरों में टीम को तेजी से स्कोर प्रदान नहीं कर सके. और वह आउट हुए, तो भारतीय पारी को सिमटने में ज्यादा देर नहीं लगी. प्रसिद्ध कृष्णा और भुवनेश्वर कुमार के विकेट मानो पलक झपकते ही गिर गए.

पंत का अर्द्धशतकीय प्रहार, मगर...!
लेफ्टी विकेटकीपर ऋषभ पंत को मैनेजमेंट ने एक क्रम प्रोन्नत किया और केएल राहुल से पहले बैटिंग के लिए भेजा और पंत ने मानो वहीं से शुरुआत की, जहां पिछले मुकाबले में छोड़ा था. वही सहजता, वही लय और वही आत्मविश्वास से भरपूर स्ट्रोक. कुछ देर शांत रहने के बाद जल्द ही पंत ने राशिद को छक्का जड़कर बता दिया उन्हें शांत रखना नामुमकिन है. पंत शुरू हुए, तो फर नियमित अंतराल पर उनके बल्ले से स्ट्रोक बहते रहे. राशिद के ही फेंके 23वें ओवर में उनका फ्लिक और स्कूप देखने लायक थे. और इसी गेंदबाज के पारी के 31वें ओवर में छक्का जड़कर लगातार 44 गेंदों पर लगातार दूसरा अर्द्धशतक जड़ा पंत ने. यहां से भी राशिद लाख कोशिशों के बावजूद पंत को नहीं रोक सके, लेकिन सैम कुरेन के फेंके 36वें ओवर में बटलर ने एक बेहतरीन कैच लपककर पंत की पारी पर विराम तब लगा दिया, जब लगा कि वह अपना पहला वनडे शतक बनाएंगे ही बनाएंगे. पंत 5 चौको और 4 छक्कों से 62 गेंदों पर 78 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन वह तब आउट हुए, जब भारत को उनसे और बड़े स्कोर की दरकार थी और दस से भी ज्यादा ओवर बाकी बचे हुए थे.

गुगली बन गयी गोला: रोहित और धवन दोनों चित!!

अगर यह कहा जाए कि आदिल राशिद की गुगली जमकर खेल रहे दोनों भारतीय ओपनर के लिए गोला बन गयीं, तो एक बार को गलत नहीं होगा! राशिद के दूसरे और पारी के 15वें ओवर में रोहित लेग स्पिन के लिए डिफेंसिव शॉट खेलने गए, तो राशिद की यह गेंद उनके पैड और बल्ले के बीच बनी जगह से उनकी गिल्लियां बिखेर गयीं. वहीं, एक बार कलाई देखकर गुगली न समझ पाने वाले शिखर धवन को भी एक ओवर बाद ही खामियाजा भुगतना पड़ा. धवन ने लेग स्पिन समझक फ्लिक करने की कोशिश की, लेकिन गेंद टप्पा खाने के बाद उनके लिए अंदर की तरफ आयी. बल्ला जल्द घूम गया, तो गेंद बल्ले लगकर राशिद के बायीं तरफ आयी, तो उन्होंने गोता लगाकर धवन की पारी का अंत कर दिया. दोनों बल्लेबाज गुगली का शिकार बने. थोड़े से ज्यादा हैरानी की बात रही कि दोनों अनुभवी बल्लेबाज कलाई देखकर गुगली को नहीं समझ सके.

पावर प्ले (शुरुआती 10 ओवर):  धवन व रोहित ने दिखायी पावर, लेकिन...

एमसीए की यह पिच पिछले मुकाबले से भी ज्यादा रनों से भरपूर दिखायी पड़ी. और ऐसे में यही काफी रुचिकर हो चला था कि रोहित और धवन कैसी एप्रोच अपनाते हैं. शुरुआती तीन ओवरों तक दोनों ही सतर्कता भरा रवैया अपनाया. और टॉप्ले के फेंके चौथे ओवर की पांचवी गेंद पर धवन ने प्लिक से चौका जड़ा, तो मानो बैरियर टूट गया!  अगले ही ओवर में सैम कुरैन की पहली गेंद पर रोहित ने एक्स्ट्रा-कवर के ऊपर से और अगली ही गेंद पर फ्लिक से लगातार दूसरा चौका जड़ा. इस ओवर में सैम कुरेन ने तीन चौके दिए. पावर-प्ले में रोहित और धवन ने पावर दिखाने की शुरुआत की, तो लेफ्टी टॉप्ली के फेंक आठवें ओवर में यह चरम पर पहुंच गयी, जब धवन के तीन सहित भारत ने इस ओवर से चार चौके बटोरे. दोनों ही बल्लेबाजों ने पूरी तरह  लय को पकड़ लिया और पावर-प्ले के शुरुआती दस ओवर खत्म होने पर ये स्कोर को बिना नुकसान के 65 रन तक ले गए, लेकिन जिस तरह की यह  पिच थी, उस पर स्कोर 75-80 के आस-पास होना चाहिए था. लेकिन इन ओवरों में एक भी विकेट न गिरना भी भारत के लिए पॉजिटिव रहा.

इससे पहले इंग्लैंड ने टॉस जीतकर भारत को पहले बैटिंग करने का न्योता दिया. भारतीय मैनेजमेंट ने काफी हैरानी भरा फैसला लिया और इलेवन में कुलदीप यादव की जगह टी. नटरजान को शामिल किया. मतलब भारत चार तेज गेंदबाजों के साथ इस निर्णायक मुकाबले में खेल रहा है, जो एक ्अजीब सी बात लगती है क्योंकि कुलदीप की जगह सभी चहल के खेलने की उम्मीद कर रहे थे. वहीं, इंग्लैंड ने टॉम कुरैन की जगह मार्कवुड को इलेवन में जगह दी. बहरहाल, भारत का चौथा तेज गेंदबाज खिलाने का फैसला सही साबित हुआ. 

IND vs ENG 3rd ODI @ Pune

निर्णायक मैच में खेलीं दोनों देशों की इलेवन इस प्रकार हैं:

भारत:  विराट कोहली (कप्तान) 2. रोहित शर्मा 3. शिखर धवन 4. ऋषभ पंत 5. केएल राहुल 6. हार्दिक पंड्या 7. क्रुणाल पंड्या 8. भुवनेश्वर कुमार 9. शार्दूल ठाकुर 10. प्रसिद्ध कृष्णा 11. नटराजन

इंग्लैंड:  1. जोस  बटलर (कप्तान) 2. जेसन रॉय 3. जॉनी बैर्यस्टो 4. डेविड मलान 5. बेन स्टोक्स 6. लियम लिविंगस्टोर 7. मोइन अली 8. सैम कुरेन 9. मार्क वुड 10. आदिल राशिद 11. रीसे टॉप्ले

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