मेहमान विंडीज टीम ने तिरुवनंतपुरम में खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले (Ind vs WI 2nd T20I) में पलटवार करते हुए भारत को आठ विकेट से हरा दिया. और इसी के साथ ही मेहमानों ने तीन मैचों की सीरीज मे 1-1 की बराबरी कर ली. भारत से जीत के लिए मिले 171 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दोनों विंडीज ओपनरो ने पहले विकेट के लिए 71 रन जोड़कर अच्छी आधारशिला रखी.जहां एक छोर पर विकेट गिरे भी, तो दूसरे छोर पर दूसरे ओपनर लेंडल सिमंस (नाबाद 67 रन, 54 गेंद, 4 चौके, 4 छक्के) ने लगातार एक के बाद एक बेहतरीन स्ट्रोक लगाना जारी रखा, तो उनके काम को आसान बना दिया विकेटकीपर निकोलस पूरन (नाबाद 38 रन, 18 गेंद, 4 चौके, 2 छक्के) ने. यही वजह रही कि विंडीज ने नौ गेंद बाकी रहते हुए ही लक्ष्य हासिल कर लिया. लेंडल सिमंस को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
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इससे पहले भारत ने पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने के बाद विंडीज के सामने जीत के लिए कोटे के 20 ओवरों में 171 रन का लक्ष्य रखा है. भारत की शुरुआत खराब रही और उसके दोनों सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और रोहित शर्मा सस्ते में ही पवेलियन लौट गए, लेकिन कोच रवि शास्त्री का नंबर तीन पर शिवम दुबे (54) को बैटिंग के लिए भेजने का आइडिया काम कर गया. इस युवा बल्लेबाज ने शुरुआत में लड़खड़ाने के बाद एक अच्छी पारी खेली, तो वहीं ऋषभ पंत (नाबाद 33) ने भी थोड़ा सा सुधार करते हुए ऐसी पिच पर उपयोगी पारी खेली, जहां गेंद का बल्ले पर धीमा आना बल्लेबाजों के लिए आखिर तक जंजाल बना रहा. और भारतीय खुलकर स्ट्रोक नहीं ही खेल सके. बहरहाल, इस प्रदर्शन से भारत ने कोटे के ओवरों में 7 विकेट पर 170 रन का स्कोर हासिल किया.
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तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे शिवम दुबे ने मौके का पूरा फायदा उठाया और 30 गेंदों 54 रन बनाये जिसमें तीन चौके और चार छक्के शामिल हैं, लेकिन भारत के अन्य बल्लेबाज नहीं चल पाए. अलावा भारत अंतिम चार ओवर में 26 रन ही जुटा पाया और आखिर में सात विकेट पर 170 रन तक ही पहुंच सका. वेस्टइंडीज की तरफ से हेडन वाल्श (28 रन देकर दो) और केसरिक विलियम्स (30 रन देकर दो) सबसे सफल गेंदबाज रहे. भारत ने हैदराबाद में खेला गया पहला मैच छह विकेट से जीता था. इन दोनों टीमों के बीच तीसरा और अंतिम टी20 मैच 11 दिसंबर को मुंबई में खेला जाएगा. वेस्टइंडीज ने पावरप्ले में 41 रन बनाए, लेकिन इस बीच भारतीयों का क्षेत्ररक्षण भी खराब रहा.
भारत की हार की सबसे बड़ी वजह पारी के पांचवें ओवर में भुवनेश्वर की दूसरी गेंद पर वॉशिंगटन सुंदर का लेंडल सिमंस का कैच छोड़ना भारत को ले डूबा. सिमंस उस समय छह रन पर थे. और यह कैच पूरे 61 रन महंग साबित हुआ. इसके बाद सिमंस ने गजब की पारी खेली और वह आखिर तक नाबाद रहे. सिमन्स ने चार चौके और चार छक्के जड़े. उन्होंने इविन लुईस (35 गेंदों पर 40) के साथ पहले विकेट के लिए 73 रन जोड़े. वहीं, मानो यही काफी नहीं था. पांचवे ओवर की चौथी ही गेंद पर लुईस को भी जीवनदान मिला, जब भुवनेश्वर की गेंद पर पंत ने लुईस का कैच टपका दिया. लुईस तब 16 रन पर थे और यहां से लुईस भी 40 बनाने में कामयाब रहे. वास्तव में एक ही ओवर में ये दो कैच न छोड़े गए होते, तो भारत का यह हाल न होता.
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इस बीच सुंदर की सलाह पर कप्तान विराट कोहली ने ‘रिव्यू' भी गंवाया लेकिन आखिर में उन्होंने ही लुईस को स्टंप आउट कराकर भारत को पहली सफलता दिलायी. लुईस ने तीन चौके और इतने ही छक्के लगाए. नये बल्लेबाज शिमरोन हेटमायर (14 गेंदों पर 23) ने रवींद्र जडेजा पर लगातार दो छक्के जड़ने के बाद तीसरी गेंद भी छह रन के लिये भेज दी थी लेकिन कोहली ने उसे बेहद खूबसूरती से कैच में बदल दिया.
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चहल के अगले ओवर में हालांकि पूरन और सिमंस ने छक्के लगाकर फिर से वेस्टइंडीज का पलड़ा भारी कर दिया. सिमंस ने इस छक्के से 38 गेंदों पर अपना अर्धशतक भी पूरा किया. पूरन ने चाहर पर विजयी चौका लगाया. उनकी पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल है.