राष्ट्रीय चयन समिति ने रोहित शर्मा को टेस्ट टीम की कमान सौंपते हुए तीनों ही फौरमेटों में एक ही शख्स को कप्तान की नीति को मजबूत कर दिया. कुछ दिन पहले व्हाइट बॉलर और रेड बॉल कप्तान को लेकर अलग-अलग कप्तान बनाए जाने की नीति की शुरुआत हुयी थी, लेकिन जब रोहित तीनों फौरेमटों के लिए मुफीद बैटे, तो उन्हें ही श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम की कप्तानी भी सौंप दी गयी.
पिछले काफी लंबे समय से अलग-अलग शख्सियतों को कप्तान बनाए जाने को लेकर अलग-अलग राय आ रही थीं. कोई कुछ सलाह दे रहा था, तो कोई कुछ. लेकिन अब न केवल रोहित शर्मा इस साल खेले जाने वाले टी20 विश्व कप में भारत के कप्तान होंगे, बल्कि वह अब टेस्ट टीम की भी कप्तानी करेंगे. लेकिन चीफ सेलेक्टर चेतन शर्मा ने असल वजह बता दी है कि रोहित क्यों कप्तान बनाए गए हैं. दरअसल सवाल यह भी उठा है कि 35 साल के हो चुके और फिटनेस के चलते सभी फौरमेटों में के लिए उपलब्ध न रहने वाले रोहित को कप्तान क्यों बनाया गया.
इस पर अपनी बात को तार्किक जामा पहनाते हुए चेतन शर्मा ने कहा कि चयन समिति के सभी सदस्य रोहित के लिए इस पर सहमत हैं कि इस खिलाड़ी को कैसे मैनेज करना है. सभी खिलाड़ी पेशेवर हैं और ये सभी अपने शरीर के बारे में जानते हैं. रोहित को लेकर इस पहलू को लेकर कोई समस्या नहीं है. चेतन बोले कि हम समय-समय पर रोहित को लेकर चर्चा करेंगे. रोहित एक बड़े खिलाड़ी हैं. और हमें भविष्य के लिए जिस कप्तान को ग्रूम करना है, उसके लिए रोहित एकदम फिट शख्स हैं", वैसे एक सवाल यह है कि जब भविष्य के लिए कप्तान ग्रूम ही करना है, तो फिर उप-कप्तान बुमराह को बनाने के बजाय ऐसे शख्स को क्यों नहीं बनाया गया, जिसे भविष्य के लिए ग्रूम किया जा सकता है. निश्चित ही, चेतन शर्मा का बयान और चयन समिति के फैसले में इस पहलू से विरोधाभास है.