श्रीलंका के खिलाफ भारत जीत गया है, लेकिन अभी तक इस बात की चर्चा जोर-शोर से है कि अपने आखिरी वनडे में दोहरा शतक जड़ने वाले ईशान किशन (Ishan Kishan) को क्यों इलेवन से बाहर रखा गया है. उन्हें इलेवन से बाहर बैठाने को लेकर अलग-अलग विचार सामने आ रहे हैं, लेकिन एक बड़ा वर्ग हैरान है. अब पूर्व कप्तान और बीसीसीआई (BCCI) अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस मामले में कहा है कि ईशान किशन को अपनी बारी का इंतजार करना चाहिए क्योंकि शुबमन गिल (Shubman Gill) ने कुछ भी गलत नहीं किया है. दिसंबर 10 को ईशान किशन बांग्लादेश के किलाफ 131 गेंदों में 210 रन की पारी खेलकर सबसे तेज दोहरा शतक बनाने के साथ ही यह कारनामा करने वाले सबसे युवा बल्लेबाज भी बन गए थए.
गांगुली ने एक निजी कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि मुझे भरोसा है कि ईशान का समय आएगा. उनका समय जरूर आएगा. गांगुली भले ही मजबूती के साथ ऐसा कह रहे हों, लेकिन इस फैसले की तीखी आलोचना चौतरफा देखने को मिली है. पूर्व पेसर वेंकटेश प्रसाद ने ईशान को पहले वनडे से बाहर बैठाने की तीखी आलोचना की थी, लेकिन लेकिन गांगुली ने इस पर चुप्पी धारण करना ही बेहतर समझा.
सौरव बोले कि मैं नहीं जानता. मेरे लिए कुछ कहना मुश्किल है. भारत में हमारे पास सलाह देने के लिए कई विकल्प हैं. बेहतर होगा कि चीजों को लेकर हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा को निर्णय लेने दें. जो लोग मैदान पर उतरते हैं, तो वास्तव में बेहतर जानते हैं कि सर्वश्रेष्ठ कौन है.
वहीं, पहले वनडे में 45वां शतक जड़ने वाले विराट कोहली की सचिन तेंदुलकर के साथ तुलना पर कहा कि इन दो दिग्गजों की तुलना करना हमेशा ही बहुत मुश्किल रहा है. उन्होंने कहा कि इसका जवाब देना मुश्किल है. कोहली एक शानदार खिलाड़ी है. उन्होंने ऐसी कई पारियां खेली है. इस तरह से 45 शतक नहीं बनते और वह एक बहुत ही खास खिलाड़ी हैं. इस मौके पर सौरव ने आईपीएल के लिए पंत की अनुपलब्धता पर कहा कि वह अभी दुर्घटना से उपर रहे हैं. हमें जो भी टीम मिलेगी, उसके