Suryakumar Yadav Statement : जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में तिलक वर्मा और संजू सैमसन का तूफान देखने को मिला, जिसमें अफ्रीकी टीम सूखे पत्तों की तरह उड़ गई. भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए तिलक वर्मा और संजू सैमसन की शतकीय पारी के दम पर रिकॉर्ड 283 रन बनाए. यह भारत का विदेशी सरजमीं पर टी20 इतिहास का सबसे बड़ा और भारत का टी20 का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है. भारत के लिए तिलक वर्मा ने 47 गेंदों में 9 चौके और 10 छक्कों के दम पर नाबाद 120 रन बनाए, जबकि संजू सैमसन ने 56 गेंदों में 6 चौके और 9 छक्कों के दम पर नाबाद 109 रनों की पारी खेली.
बल्लेबाजों की आतिशी पारी के बाद अर्शदीप सिंह की अगुवाई में गेंदबाजों ने कहर बरपाया और मेजबान टीम को पूरे 20 ओवर भी नहीं खेलने दिया और 148 रनों पर समेट दिया. भारत ने सीरीज का चौथा मुकाबला 135 रनों से अपने नाम किया और इसके साथ ही टीम इंडिया ने 3-1 से यह सीरीज अपने नाम करने में सफलता पाई. भारत के लिए अर्शदीप सिंह ने 3 को वरुण चक्रवर्ती और अक्षर पटेल के खाते में दो-दो सफलताएं आईं. वहीं भारत की जीत के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि संजू और तिलक की पारियों के बीच से एक अच्छी पारी चुनना उनके लिए मुश्किल भरा फैसला होगा.
सूर्यकुमार यादव ने मैच के बाद पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कहा,"परिस्थितियों के अनुकूल ढलने में कोई रहस्य नहीं है. डरबन में उतरते ही हमारी योजनाएं बिल्कुल स्पष्ट थीं. हालांकि हम सीरीज में 2-1 से आगे थे, लेकिन आज हम अच्छी आदतें अपनाना चाहते थे और रिजल्ट की चिंता नहीं करना चाहते थे. यह स्वाभाविक रूप से हुआ. मेरे लिए उनमें से एक अच्छी पारी चुनना बहुत मुश्किल है, हमने इस बारे में बात की और वे सचमुच बात पर कायम रहे."
भारतीय कप्तान ने आगे कहा,"जब हमने पिछले साल दौरा किया था, तो लाइटें जलने और तापमान गिरने के बाद हमें पता था कि इस विकेट में कुछ है. यदि आप कोई आईसीसी टूर्नामेंट जीत रहे हैं तो इससे बड़ा प्रोत्साहन मिलता है. जब हम वहां जीते तो हमारे दिमाग में क्या चल रहा था, इसका सारांश देना मुश्किल था."
भारत ने बीते साल भी दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर टी20 सीरीज खेली थी, लेकिन तब सीरीज 1-1 से बराबरी पर छूटी थी, लेकिन इस बार टीम इंडिया 3-1 से सीरीज जीतने में सफल रही. दक्षिण अफ्रीकी दौरे को लेकर सूर्यकुमार यादव ने कहा,"जब हम दक्षिण अफ्रीका का दौरा करते हैं तो यह बहुत चुनौतीपूर्ण होता है, यह एक विशेष जीत है और यह हमेशा मेरे साथ रहेगी. वे (कोचिंग स्टाफ) बैठे थे और शो का आनंद ले रहे थे, उन्होंने लड़कों से बात की और कहा कि तुम्हें जो करना है, तुम करो, हम बैठेंगे और आनंद लेंगे. आज भी, उन्होंने कहा कि यदि आप पहले बल्लेबाजी करना चाहते हैं और बोर्ड पर रन लगाना चाहते हैं, तो ऐसा करें."