26 दिसंबर से साउथ अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में विराट कोहली (Virat Kohli) बड़े रन बनाने की कोशिश करेंगे क्योंकि उनके उपर शतक बनाने को लेकर काफी दबाव है. कोहली ने आखिरी बार नवंबर 2019 में टेस्ट शतक बनाया था और तब से वे 22 पारियां खेल चुके हैं. साउथ अफ्रीका का धरती पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड किसी से छिपा नहीं है ऐसे में विराट को पता है कि अगर उनके बल्ले से बड़े रन नहीं निकले तो टीम का यहां पर सीरीज जीत पाना एक ख्वाब ही बनकर रह जाएगा.
यह पढे़ं- Yearender 2021 : वर्ल्ड क्रिकेट के वो 5 यादगार पल, जिन्हें क्रिकेट फैंस कभी नहीं भूल पाएंगे
वैसे आपको बता दें विराट कोहली (Virat Kohli) भारतीय बल्लेबाजों की एक विशेष सूची में शामिल होने के बिल्कुल कगार पर खड़े हैं. वे जरूर चाहेंगे कि पहले ही मैच में वे इस मुकाम को हासिल कर लें. भारतीय टेस्ट कप्तान ने अभी तक 97 मैचों में 50.65 की औसत से 7801 रन बनाए हैं और टेस्ट क्रिकेट में 8000 रन पूरे करने से सिर्फ 199 रन दूर हैं.
उन्होंने अगर आठ हजार रन पूरे कर लिए तो वे ऐसा करने वाले छठे भारतीय बन जाएंगे जिन्होंने टेस्ट करियर में इतने रन बनाए हैं. अभी तक सचिन तेंदुलकर (15,921), राहुल द्रविड़ (13,265), सुनील गावस्कर (10,122), वीवीएस लक्ष्मण (8781), वीरेंद्र सहवाग (8503) वे बल्लेबाज हैं जो इस मुकाम को हासिल कर पाए हैं. आखिरी बार नवंबर 2019 में जब विराट कोहली ने शतक लगाया था तो ऐसा लग रहा था वे जल्दी ही अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड के नजदीक पहुंच जाएंगे. लेकिन विराट के लिए पिछला कुछ समय काफी खराब रहा और वे जल्दी ही इस सूखे को खत्म करना चाहेंगे. भारत को इस दौरे पर तीन टेस्ट मैच और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलनी है. विराट कोहली के पास अब सिर्फ टेस्ट मैचों की कप्तानी है.
भारतीय क्रिकेट टीम विवाद : कप्तान को लेकर विवादों का लंबा इतिहास
.