Ind vs SA 3rd ODI: शुभमन गिल का बचे 3 मैचों में ऑडिशन टेस्ट, इन 4 बड़ी वजहों से समझें

Shubman Gill, India vs South Africa: टी20 में उप-कप्तान शुभमन गिल को लेकर सवाल तो शुरू से ही थे, लेकिन हालात अब यहां से उनके लिए हाथों से निकलने की कगार पर जैसे हो चले हैं. वजह एकदम साफ हैं

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South Africa tour of India, 2025: शुभमन गिल की राह मैच दर मैच मुश्किल हो चली है
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दूसरे टी20 में मेहमानों के हाथों बुरी तरह 51 रनों से मुंह की खाने के बाद टीम सूर्यकुमार पांच मैचों की सीरीज के तहत रविवार को खेले जाने वाले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ने जा रही है. चुनौतियां कई हो चली हैं. वापसी की, धर्म शाला के मुश्किल हालात की. और इनमें से एक चैलेंज उप-कप्तान शुभमन गिल हो चले हैं. सवाल टीम में चयन ही नहीं, उप-कप्तान की जिम्मेदारी देने के समय से ही चले थे. अब मैच दर मैच गुजर रहे हैं, सवाल बढ़ते जा रहे हैं. और आलोचना में वजन भी. विश्व कप में यहां से 9 और सीरीज में 3 मैच बाकी है. और हालात ने इन बाकी बचे मैचों को गिल के लिहाज से विश्व कप के लिए ऑडिशन में बदल दिया है. वजह एक नहीं कई है! आप 4 बड़े कारणों पर गौर फरमा लें. 

1. यह औसत अब चिढ़ा रहा है

बात सिर्फ इसी साल की कर लेते हैं. गिल ने अभी तक (दूसरे टी20) तक 14 मैच खेले हैं. और इनमें एक भी अर्द्धशतक उनके बल्ले से नहीं निकल सका है. औसत 23.90 पर जा पहुंचा है. अब वह जिस मोड़ पर खड़े हैं, वह प्रबंधन के लिए 'गले की हड्डी' जैसा हो चला है. गिल के लेकर करें तो क्या करें? फैंस और पंडितों को कुछ समझ नहीं आ रहा.

2. अच्छी शुरुआत देने में नाकाम, टॉप ऑर्डर पर दबाव

गिल की नाकामी की वजह से दबाव टॉप ऑर्डर पर भी पड़ रहा है, तो नाकामी से प्रबंधन अटपटे फैसले भी ले रहा है. जैसे पिछले मैच में विकेट गिरने पर अक्षर पटेल को भेजना! इस साल जब-जब गिल जल्द आउट हुए, तो दबाव या तो अभिषेक शर्मा पर आया, यह फिर बाकी बल्लेबाजों पर. और कौन जानता है कि इस दबाब ने कहीं सूर्यकुमार को तो लपेटे में नहीं ले लिया

3. विकल्पों का बहुत ज्यादा दबाब

हाल ही में यशस्वी जायसवाल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में नाबाद शतक जड़ा, तो इसने उनकी टी20 में दावेदारी को अगले ही स्तर पर पहुंचा दिया. पहले से ही एक बड़ा वर्ग जायसवाल को टी20 में न खिलाने को लेकर खफा है. वहीं, हालांकि कोई तुलना नहीं हो सकती और होनी भी नहीं चाहिए, लेकिन जूनियर सनसनी वैभव सूर्यवंशी एक छोर पर गेंदबाजों के लिए दहशत बने हुए हैं. फैंस का नजरिया सूर्यवंशी को ओर चल पड़ा है. 

4. टीम के संतुलन पर पड़ रहा असर

वास्तव में गिल की नाकामी से टीम का संतुलन भी खासा प्रभावित हो रहा है. इन दिनों ज्यादा से ज्यादा ऑलराउंडरों को तरजीद देने वाले  प्रबंधन की आलोचना इस बात को लेकर भी हो रही है कि अगर रियान पराग टीम में होते, तो गेंद और बल्ले से और बेहतर संतुलन आता. वहीं, गिल की नाकामी बाहर बैठने वाले संजू सैमसन के चाहने वालों को चिढ़ा रही है. 
 

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