IND vs SA 2nd Test: 'हम अलग बातें कर रहे...' ऋषभ पंत के विकेट पर मार्को यानसेन ने दिया बड़ा बयान

Marco Jansen Statement on Rishabh Pant: दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज मार्को यानसेन का मानना ​​है कि अगर ऋषभ पंत ने सही शॉट खेला होता तो शायद इस तरह की बात नहीं हो रही होती.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Marco Jansen: ऋषभ पंत के विकेट पर मार्को यानसेन ने दिया बड़ा बयान
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज मार्को यानसेन ने ऋषभ पंत के खराब शॉट चयन को सही शॉट के अभाव से जोड़ा है.
  • यानसेन ने बताया कि पंत ने शॉर्ट गेंद पर जोखिम उठाया जब भारत की टीम संकट में थी और विकेट गंवा दिया.
  • यानसेन ने कुल छह विकेट लिए, जिनमें से पांच विकेट उन्होंने शॉर्ट गेंद के जरिए हासिल किए और भारत को दबाया.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

Marco Jansen Support Rishabh Pant: ऋषभ पंत को मार्को यानसेन के खिलाफ खराब शॉट चयन के लिए काफी आलोचना झेलनी पड़ रही है लेकिन दक्षिण अफ्रीका के इस तेज गेंदबाज का मानना ​​है कि अगर इस स्टार विकेटकीपर ने सही शॉट खेला होता तो शायद इस तरह की बात नहीं हो रही होती. पंत ने यानसेन के खिलाफ तब जोखिम उठाया जब भारतीय टीम 102 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद संकट में थी. लंबे कद के यानसेन ने शॉर्ट गेंद फेंकी जो पंत के शरीर की तरफ आई और उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर के दस्तानों में चली गई.

जब यह पूछा गया कि क्या वह पंत के शॉट चयन से हैरान हैं यानसेन ने कहा,"ऐसा नहीं है कि चीजें हमेशा आपके हिसाब से होंगी." दिन का खेल खत्म होने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए यानसेन ने कहा,"कई बार ऐसा होता कि ऋषभ पंत उस गेंद को पचास सीट पीछे मारते, सीधे मेरे सिर के ऊपर से मारते और फिर हम अलग बातें कर रहे होते."

भारत की पारी की शुरुआती में ही यानसेन को एहसास हो गया था कि ना तो हवा से मदद मिल रही है और ना ही सतह से मूवमेंट मिल रही है जिसके कारण उन्हें बाउंसर आजमाए और तीसरे दिन के खेल के दौरान ये उनके लिए फायदेमंद साबित हुए. दूसरे दिन 91 गेंद पर 93 रन की शानदार पारी खेलकर दक्षिण अफ्रीका को 500 रन (489) के करीब पहुंचाने के बाद यानसेन ने गेंदबाजी से भी कमाल दिखाते हुए 48 रन पर छह विकेट चटकाए और भारत को 201 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभाई.

यानसेन ने कुलदीप यादव को छोड़कर अपने बाकी पांच विकेट शॉर्ट गेंद पर हासिल किए और उन्होंने भारतीय गेंदबाजों को दिखाया कि जब विकेट से मदद नहीं मिलती तो वैकल्पिक योजना कितनी महत्वपूर्ण होती है. यानसेन ने कहा,"ईमानदारी से कहूं तो गेंद कोलकाता की तरह उतनी तेजी से नहीं आ रही थी इसलिए हमें एक योजना बनानी पड़ी. जब मैंने अपना पहला विकेट (ध्रुव जुरेल) बाउंसर से लिया तो हमने कहा कि देखते हैं कि यह कब तक काम करेगा और यह काम कर गया."

कुलदीप यादव ने जहां बरसापारा की पिच को 'सड़क' कहा था तो वहीं यानसेन ने इसे 'जीवंत पिच' बताया. उन्होंने कहा,"यह बल्लेबाजी के लिए अच्छा विकेट है. इसमें अच्छी गति, अच्छा उछाल है. अगर आप शॉर्ट गेंद को अच्छी तरह से खेलते हैं तो आप रन बनाएंगे और अगर आप अच्छी गेंदबाजी करते हैं तो आपको विकेट मिलेंगे."

आईपीएल और सीमित ओवरों के अन्य टूर्नामेंट की वजह से यानसेन उपमहाद्वीप में अपने देश के लोकप्रिय खिलाड़ी है लेकिन उन्होंने खुद माना है कि अभी चल रहे टेस्ट से पहले उन्हें अपनी पूरी काबिलियत दिखाने में मुश्किल हुई है. अपनी छह फीट आठ इंच की लंबाई के कारण यानसेन को एबीडब्ल्यू और बोल्ड करके में समस्या आती है.

Advertisement

उन्होंने कहा,"मुझे हमेशा भारत में गेंदबाजी करते हुए परेशानी हुई है, चाहे वह सफेद गेंद का क्रिकेट हो या लाल गेंद का. मुझे अब भी उन लोगों से जलन होती है जो बॉल को अंदर की ओर लाते हैं क्योंकि मेरी लंबाई के कारण गेंद स्टंप के ऊपर से निकल जाती है. केजी (कगिसो रबाडा) जैसे दूसरे गेंदबाजी की गेंदबाजी ऑफ स्टंप पर टकराती है इसलिए मुझे हमेशा उन लोगों से जलन होती है जो लंबाई में मेरे से थोड़े छोटे हैं."

यह भी पढ़ें: 'अपने चार्म से दिलों पर राज किया...' विराट कोहली ने धर्मेंद्र को लेकर किया इमोशनल पोस्ट

यह भी पढ़ें: Dharmendra Deol: 'ऐसा लगा जैसे 10 किलो खून कम हो गया...' सचिन तेंदुलकर ने धमेंद्र के निधन पर किया दिल छू लेने वाला पोस्ट

Advertisement
Featured Video Of The Day
Smart Farming: Sher Singh की खेती का कायाकल्प कैसे हुआ? | NDTV India
Topics mentioned in this article