काफी हद तक यह कहा जा सकता है कि मंगलवार से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रही पांच टी20 मैचों की सीरीज अगले साल होने जा रहे टी20 विश्व कप की तैयारियों का काउंट डाउट (उल्टी गिनती) शुरू होने जैसा है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला टी20 उल्टे क्रम में 10वां मुकाबला है. यहां से हेड कोच गौतम गंभीर को तैयारियों के मद्देनजर तमाम बॉक्स टिक करने होंगे. और इसमें से एक खुद कप्तान सूर्यकुमार यादव भी हैं, जिनकी चली आ रही खराब फॉर्म का सिलसिला लगातार लंबा हो चला है. यादव के नजरिए गनीनत यह है कि टीम जीत रही है, तो बाकी खिलाड़ी बॉलरों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, यही वजह है कि यादव की खराब फॉर्म छिप जा रही है, लेकिन इसे ज्यादा दिन कार्पेट के नीचे नहीं रखा जा सकता.
इस साल प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक
भारतीय टी20 कप्तान इस साल की शुरुआत से 15 मैचों की 15 पारियों में एक भी अर्द्धशतक नहीं जड़ सके हैं, तो इन मैचों में उनका औसत 15.33 हो गया है. यह उनके समग्र करियर औसत (36.72) से आधा भी नहीं है. सूर्य टीम के लिए नंबर-3 पर मैदान पर उतरते हैं और अगर ओपनरों मे कोई जल्द ही आउट हो जाता है, तो सूर्यकुमार की जिम्मेदारी ऐसे में दो गुनी हो जाती है. पहले मैच की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए यादव इस विषय पर ज्यादा नहीं बोले, लेकिन इस समस्या को उन्हें जल्द से जल्द डिकोड करना होगा.
विश्व कप से पहले भारतीय टीम का कार्यक्रम
भारतीय टीम मंगलवार से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रही पांच मैचों की सीरीज खेलेगी, इसके बाद विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड से पहले एक और आखिरी सीरीज होगी. 21 जनवरी से न्यूजीलैंड के खिलाफ शुरू होने वाली यह सीरीज भी पांच मैचों होगी. ऐसे में गौतम गंभीर के सामने सबसे बड़ी और दोहरी चुनौती इन टीमों के खिलाफ जीत के सिलसिले को बरकरार रखते हुए विश्व कप से पहले तमाम जरूरी बॉक्सों को टिक करना भी है. मेगा इवेंट से पहले गंभीर तमाम बातें, जैसे टीम संयोजन, बैटिंग ऑर्डर, बल्लेबाजों की जरूरी फॉर्म, बॉलरों की लय, फिटनेस आदि तमाम बातों को सुनिश्चित करना होगा. ऐसे में तमाम पक्षों को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन को बहुत ही गुणा-भाग के साथ पहलुओं को लेकर आकर चलना होगा.














