- भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में 30 रन से हार मिली, जिससे क्रिकेट गलियारे में गुस्सा व्याप्त है
- पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश ने गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर पर टीम के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी डाली है
- प्रसाद ने कहा कि टीम चयन में स्पष्टता की कमी और रणनीतिक सोच की गलतियों के कारण टेस्ट टीम का प्रदर्शन गिरा है
हाल ही में ईडेन गॉर्डन में दक्षिण अफ्रीका (Ind vs Rsa) के खिलाफ पहले टेस्ट में 30 रन से मिली हार के बाद भारत के पूरे क्रिकेट गलियारे में बहुत ही ज्यादा गुस्सा है. आम फैंस से लेकर पूर्व क्रिकेटर और मीडिया तमाम लोग खुलकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं. और ऐसा साफ दिखा रहा है कि खिलाड़ियों से ज्यादा निशाने पर हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) तो हैं हीं, तो वहीं लपेटे में चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) भी आ गए हैं. पूर्व पेसर वेंकटेश प्रसाद ने दोनों पर जमकर निशाना साधा है.
पूर्व मीडियम पेसर ने हार की जिम्मेदारी सेलेक्टरों और कोच पर मढ़ते हुए X पोस्ट करते हुए टीम चयन में स्पष्टा न होने और गंभीर की नियुक्ति के बाद टीम के टेस्ट फॉर्मेट में खराब रिकॉर्ड की बात कही.
वेंकटेश ने लिखा, 'अब जबकि व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में हमारा प्रदर्शन बहुत ही शानदार रहा है, तो इस प्लानिंग के साथ हम खुद को शीर्ष टेस्ट टीम नहीं कह सकते. सेलेक्टरों के पास कोई स्पष्ट सोच नहीं है, तो जरूरत से ज्यादा रणनीतिक सोच उलटी पड़ जा रही है. इंग्लैंड के ड्रॉ सीरीज को छोड़कर एक साल में टेस्ट में परिणाम हमारे लिए बहुत ही खराब रहे हैं'
जनवरी से अभी तक कुछ ऐसा रहा है प्रदर्शन
इसमें दो राय नहीं कि टेस्ट फॉर्मेट में इस साल टीम इंडिया के प्रदर्शन में गिरावट है. जहां ऑस्ट्रेलिया 7 में से 6 मैच जीतकर पहले नंबर पर है, तो वहीं भारत ने सबसे ज्यादा 9 मैच खेले हैं, लेकिन उसने 4 में जीत दर्ज की है, तो इतने ही टेस्ट गंवाए हैं. उसका जीत/हार प्रतिशत 1 है, जबकि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका का यह 6-6 है. आंकड़े बताते हैं कि जो वेंकटेश ने गौतम के बारे में कहा है, वह एकदम सही है.














