मैदान पर साहस सभी ही क्रिकेटर दिखाते हैं, लेकिन मैदान के बाहर खरी-खरी बोलने वाले कुछ ही क्रिकेटर हैं. इन्हीं में से एक दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) रहे हैं. और सक्रिय खेल के दिनों में ही लीजेंड का दर्जा पा चुके अश्विन का गुस्सा भी ईडेन की पर फूटा है. अपने यू-ट्यूब चैनल पर हार पर अश्विन ने बड़ी बात बोलते हुए कहा, मॉडर्न भारतीय बल्लेबाजी ईकाई के पास स्तरीय स्पिन बॉलिंग के सामने टिकने का टेम्प्रामेंट और तकनीकी कौशल का अभाव है.
अश्विन बोले, 'मैं एक अलग दौर के बारे में बात करूंगा, जब स्पिनरों का अच्छी तरह से सामना किया जाता था. और ऐसा करने वालों में मैं उस दौर के नाम लूंगा, जिसमें अमोल मजूमदार, वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष मिथुन मन्हास भी शामिल हैं. मैं सभी नाम नहीं लूंगा, लेकिन इनमें सबसे ऊपर नाम सचिन तेंदुलकर का है.'
पूर्व स्पिनर ने जोर देते हुए कहा, 'अगर उस दौर के बल्लेबाज ईडेन की इसी पिच पर बैटिंग करते, तो यह मैच चार दिन तक खिंचता.' अश्विन ने इंगित करते हुए कहा, 'कुछ चुनिंदा बल्लेबाजों ने ही मजूबती के साथ डिफेंस का प्रदर्शन किया. कुल मिलाकर करीब 16 बल्लेबाजों में से 3-4 ने ही अच्छे डिफेंस का प्रदर्शन किया है. अगर आप टर्निंग ट्रैक पर बैटिंग करना चाहते हैं, तो स्पिन के खिलाफ आपका कौशल अच्छा होना जरूरी है. अगर ऐसा नहीं है, तो आप ऐसी पिचों पर न खेलें. बात बस इतनी साधारण सी है.' अश्विन ने कहा, 'इस समय हम पूरी दुनिया में स्पिन खेलने वाली सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं हैं. कई पश्चिम टीमें अब इस मामले में हमसे बेहतर खेल रही हैं. वजह ये है कि वह भारत आती हैं, वे बहुत ज्यादा प्रैक्टिस करती है, लेकिन हम पर्याप्त प्रैक्टिस नहीं करते.'














