- पाकिस्तान के बल्लेबाज भारत के कुलदीप यादव की गेंदबाजी के सामने संघर्ष करते नजर आए
- साहिबजादा फरहान के 44 गेंदों पर 40 रन के योगदान के बिना पाकिस्तान की टीम सौ रन भी नहीं बना पाती
- वसीम अकरम ने कुलदीप यादव की गेंदबाजी की प्रशंसा करते हुए पाकिस्तानी बल्लेबाजों की कमजोरी उजागर की
India vs Pakistan: एशिया कप (Asia Cup 2025) में चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ (India vs Pakistan) के खिलाफ पाकिस्तानी बल्लेबाजों को पता चल गया कि वे कहां खड़े हैं. और भारत की ताकत क्या है. वास्तव में अगर साहिबजादा फरहान (Sahibzada Farhan) के वन-डे स्टाइल में 44 गेंदों पर बनाए 40 रन नहीं होते, तो टीम सलमान आगा (Salman Agha) दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम (Dubai International Cricket Stadium, Dubai) में सौ का भी आंकड़ा नहीं छू पाती. पारी में 127 रन बनाने के बाद महान वसीम अकरम ने उसे बहुत ही कम स्कोर पर सीमित करने में सबसे बड़ा योगदान देने वाले कुलदीप यादव (Wasim Akram on Kuldeep Yadav) के बारे में बड़ी बात बोल दी. कुलदीप (4-0-18-3) के आगे पाकिस्तानी बल्लेबाज बगलें झांकते नजर आए.
अकरम ने दिखाया अपने बल्लेबाजों को आईना
पाकिस्तानी का पारी खत्म होने के बाद अपने बल्लेबाजों को आईना दिखाते हुए और कुलदीप की ताकत बयां करते हुए कहा, 'जैसा महान गावस्कर कहते हैं कि अगर आप हाथ देखकर बॉलर की गेंदों को नहीं पढ़ सकते, तो फिर आप कुछ भी नहीं कर सकते. और यहां पाकिस्तानी बल्लेबाजों के साथ भी ऐसा ही हुआ. पाकिस्तानी बल्लेबाज हाथ देखकर कुलदीप यादव की गेंदों को नहीं पढ़ सके. और जब गेंद समझ में नहीं आईं, तो फिर वे स्वीप खेलकर बल्ला भांजते रहे.'
छह दिन बाद भी होगा यही हाल!
अब जब अकरम ने पाकिस्तानों बल्लेबाजों को कुलदीप के खिलाफ आईना दिखा दिया है, तो यह भी साफ है कि छह दिन बाद फिर से भारत के खिलाफ खेले जाने वाले एक और संभावित मुकाबले में उनका वैसा ही हाल होगा, जैसा रविवार को हुआ. अगर कुछ अप्रत्याशित नहीं होता है, तो 21 को भारत-पाकिस्तान फिर से एक और मैच में आमने-सामने होंगे. वजह साफ है कि अगले छह दिन के भीतर पाकिस्तानी कोचिंग स्टॉफ के पास ऐसा 'कोई चश्मा' नहीं है, जिससे वह अपने बल्लेबाजों को हाथ देखकर कुलदीप की गेंदों को पढ़ना सिखा देंगे. और जब बल्लेबाजों को गेंद पल्ले ही नहीं पढ़ पाएगी, तो क्या होगा, यह आप बहुत अच्छी तरह समझ सकते हैं.