Rohit Sharma: "मैच हारने के डर से..." रोहित शर्मा ने 8 विकेट से मिली हार के बाद दिया बड़ा बयान

Rohit Sharma Statement, Ind vs NZ 1st Test: न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज का पहला टेस्ट गंवाने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को कहा कि भारत सिर्फ एक हार के बाद टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपना नया आक्रामक रवैया नहीं बदलेगा

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
Rohit Sharma Statement: भारतीय कप्तान ने बोला है टीम इंडिया अपना रवैया नहीं बदलेेगी.

Rohit Sharma After IND vs NZ 1st Test: न्यूजीलैंड ने जसप्रीत बुमराह के खतरनाक स्पैल का डटकर सामना करते हुए आखिरी दिन किसी चमत्कार की भारत की कोशिशों पर पानी फेर दिया. पहला टेस्ट आठ विकेट से जीतकर न्यूजीलैंड ने 36 साल बाद भारतीय सरजमीं पर पारंपरिक प्रारूप में सफलता का स्वाद चखा. आखिरी बार न्यूजीलैंड ने भारत को 1988 में जॉन राइट की कप्तानी में वानखेड़े स्टेडियम पर 136 रन से हराया था. जीत के लिये 107 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए न्यूजीलैंड ने शुरूआती झटकों के बाद कोई कोताही नहीं बरती.

न्यूजीलैंड के लिए विल यंग 48 रन बनाकर और रचिन रविंद्र 39 रन बनाकर नाबाद रहे. दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 75 रन की अटूट साझेदारी करके टीम को तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढत दिला दी. पहली पारी में 46 रन पर आउट होने के बावजूद भारत ने जिस तरह मैच में वापसी की थी, वह काबिले तारीफ है. उसे अब पुणे में 24 अक्टूबर से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में इस हार को भुलाकर अपना स्वाभाविक खेल दिखाना होगा.

कप्तान रोहित शर्मा ने रविवार को कहा कि भारत सिर्फ एक हार के बाद टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपना नया आक्रामक रवैया नहीं बदलेगा. रोहित ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,"हम एक मैच या एक सीरीज के आधार पर अपनी मानसिकता नहीं बदलते हैं. हम टेस्ट मैच हारने के डर से अपनी मानसिकता नहीं बदलने जा रहे हैं."

Advertisement

भारत ने हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर में इसी तरह का रवैया दिखाया और बारिश के कारण दो दिन से अधिक समय गंवाने के बावजूद टीम ने जीत दर्ज की. उन्होंने कहा,"यह अपनी कोशिश जारी रखने के साथ प्रतिद्वंद्वी टीम को यह संदेश देने के बारे में है कि हम दबाव में या मैच में पिछड़ नहीं रहे हैं. जब आप वास्तव में पीछे होते हैं, तो आप असाधारण चीजें करने की कोशिश करना चाहते हैं और बिना किसी डर के खेलना चाहते हैं." उन्होंने कहा,"हम ने हाल के कुछ मैचों में जैसा प्रदर्शन किया है उससे पता चलता है कि मैं किस बारे में बात कर रहा हूं और यह इसी तरह होने वाला है. हमने यहां (बेंगलुरु में) भी बेखौफ क्रिकेट खेला."

Advertisement

गले की जकड़न से उबरने के बाद शुभमन गिल की दूसरे टेस्ट में वापसी तय लग रही है लेकिन पहले टेस्ट की दूसरी पारी में 150 रन बनाने वाले सरफराज खान को अब अनदेखा नहीं किया जा सकता. भारत को यह भी देखना होगा कि तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरना है या तीन स्पिनर ही उतारने है. यह फैसला एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर कारगर साबित नहीं हुआ.

Advertisement

आखिरी दिन गीली आउटफील्ड के कारण मैच एक घंटा विलंब से 10 बजकर 15 मिनट पर शुरू हुआ. नयी गेंद संभालते हुए बुमराह ने 29 रन देकर दो विकेट लिए. टॉम लाथम खाता खोले बिना पहले ही ओवर में आउट हो गए. अंपायर ने उन्हें पगबाधा आउट दिया जिस पर उन्होंने रिव्यू लिया. डीआरएस में भी उनके आउट होने की पुष्टि हो गई. भारत को तीसरे तेज गेंदबाज की कमी महसूस हुई होगी क्योंकि विकेट से बुमराह और मोहम्मद सिराज को मदद मिल रही थी. भारत ने तीसरे स्पिनर के तौर पर कुलदीप यादव को उतारा था जिन्होंने तीन ओवर में 26 रन दिये.

Advertisement

डेवोन कोंवे भी बुमराह के सामने असहज लग रहे थे और 17 रन बनाकर पगबाधा आउट हो गए. न्यूजीलैंड का स्कोर उस समय दो विकेट पर 35 रन था लेकिन यंग और रविंद्र ने इसके बाद संभलकर खेला. आसमान खिलने के बाद बल्लेबाजी में दिक्कत नहीं हुई और दोनों ने ढीली गेंदों को नसीहत दी. पहली पारी में शतक जमाने वाले रविंद्र ने कुलदीप को छक्का भी लगाया.

यह भी पढ़ें: टेस्ट में भारत ने इस टीम के खिलाफ जीते हैं सबसे अधिक मैच, जानिए किसके खिलाफ कितने मैच हारा है भारत

यह भी पढ़ें: Shreyas Iyer: "वापसी के लिए पूरी तरह से..." ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले श्रेयस अय्यर ने शतक ठोकने के बाद दिया बड़ा बयान

Featured Video Of The Day
Delhi Welcome Firing: दिल्ली के वेलकम में फायरिंग करने वाला 5 आरोपी गिरफ्तार | NDTV India