- भारतीय क्रिकेट टीम ने एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड को 336 रनों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की
- शुभमन गिल ने पहली पारी में 269 और दूसरी पारी में 161 रन बनाकर अद्वितीय प्रदर्शन किया
- गिल ने 148 सालों में एक टेस्ट मैच में 250 और 150 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने
- आकाश दीप ने 10 विकेट लेकर बुमराह की अनुपस्थिति में अपनी क्षमता साबित की
Factors behind India's Birmingham Test win: भारतीय क्रिकेट टीम ने एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड को 336 रनों से हराकर इतिहास रच दिया है. इंग्लैंड के खिलाफ भारत की यह दूसरी बड़ी जीत है. एजबेस्टन में जसप्रीत बुमराह नहीं थे, इसलिए यह टेस्ट और भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण बन गया था. लेकिन, भारतीय टीम ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण हर विभाग में इंग्लैंड को पीछे छोड़ते हुए बड़ी और यादगार जीत हासिल की. इस टेस्ट मैच में भारत के खिलाड़ियों ने ऐसा परफॉर्मेंस दिया है जिसे विश्व क्रिकेट हमेशा याद रखेगा.
शुभमन गिल का कमाल
कप्तानी किसी खिलाड़ी के करियर के लिए बढ़ावा या बोझ दोनों हो सकती है, लेकिन शुभमन गिल ने अपने परफॉर्मेंस से साबित किया है कि उनके लिए कप्तानी करना उनके करियर को एक नई दिशा देगा. गिल ने एजबेस्टन टेस्ट मैच में कमाल की बल्लेबाजी की. गिल ने पहली पारी में 269 औऱ दूसरी पारी में 161 रन बनाकर इतिहास रचा. जब गिल इंग्लैंड आए थे तो उनका बल्लेबाजी औसत 36 था लेकिन दो टेस्ट मैचों के बाद गिल ने अपने औसत को बढ़ाया बल्कि ऐसा कमाल कर दिखाया जिसने विश्व क्रिकेट को हैरान कर दिया है. इस सीरीज के सिर्फ़ दो मैचों में उन्होंने 146.25 की शानदार औसत से 585 रन बनाए हैं, जबकि हेडिंग्ले में उन्होंने पहले मैच में 147 रन बनाए थे. एजबेस्टन में वे 148 साल के टेस्ट क्रिकेट में एक ही मैच में 250 और 150 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बन गए.
गिल बने भारतीय क्रिकेट के नए 'दीवार'
पहली पारी में, गिल ने लगभग साढ़े आठ घंटे तक बल्लेबाज़ी की और भारत को एक सुरक्षित स्थिति में पहुंचा, अपनी ऐतिहासिक पारी में गिल ने क्लासिकल स्ट्रोक-प्ले का शानदार प्रदर्शन किया, ख़ास तौर पर ऑफ़साइड में. दूसरी पारी में, जब भारत पारी घोषित करने से पहले तेज़ी से रन बनाने की तलाश में था, गिल ने कई बेहतरीन शॉट लगाए, दूसरी पारी में गिल ने 161 रन बनाए, जिसमें उन्होंने सिर्फ़ 162 गेंदों का सामना किया था.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने डेली मेल कॉलम में लिखा, "जितने अविश्वसनीय आंकड़े हैं, उतना ही अविश्वसनीय उनका एकाग्रता स्तर भी है. हां, हेडिंग्ले और एजबेस्टन की पिचें बल्लेबाजी के लिए अच्छी रही हैं, लेकिन आपको अभी भी ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है. इंग्लैंड के शीर्ष क्रम को देखें, जो उनका मुकाबला करने में असमर्थ रहे हैं...एक गंभीर बोनस के रूप में, उनके पास शान भी है."
भारत की फील्डिंग रही कमाल की
भारत को पहले टेस्ट में 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. पहले टेस्ट में भारत की खराब फील्डिंग भी भारत का हार की वजह रही थी. लेकिन एजबेस्टन में भारत की फील्डिंग अलग लेवल पर थी. इस टेस्ट मैच में भारत के गेंदबाज, बल्लेबाज और फील्डरों ने मिलकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी. आकाश दीप ने मैच में अपने 10 विकेट लिए थे. बुमराह के न खेलने से टीम इंडिया की रणनिति को लेकर सवाल उठ रहे थे लेकिन आकाश दीप और सिराज ने तेज गेंदबाजी की अगुआई कर आलोचनाओं का करार जवाब दिया.
गेंदबाजों ने साबित किया
बुमराह को दूसरा टेस्ट मैच में आराम दिया गया जिसके बाद रवि शास्त्री और कई पूर्व दिग्गज ने भारत की रणनीति पर सवाल करते दिखे थे. बुमराह की जगह इलेवन में आकाश दीप को मौका मिला. आकाश ने इस मिले मौके का भरपूर लाभ उठाया और टेस्ट मैच में 10 विकेट लेकर दिखाया कि अब बुमराह का साथ देने के लिए दूसरे तेज गेंदबाज पूरी तरह से तैयार हैं. दूसरे टेस्ट मैच में सिराज ने 7 विकेट लिए जिसमें पहली पारी में 6 विकेट लेने का कमाल था. यानी दोनों तेज गेंदबाजों ने मिलकर इंग्लैंड के 17 विकेट अपने झोली में डाले जो एक कमाल की बात है.