BCCI on split-coaching for Test: शुभमन गिल की अगुवाई में भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा है. टीम इंडिया की कोशिश दूसरे मुकाबले में वापसी की होगी. हालांकि, यह इतना आसान भी नहीं होने वाला है क्योंकि एक तो बर्मिंघम में भारत का रिकॉर्ड काफी खराब है और दूसरा बुमराह इस मैच में खेलेंगे, इसको लेकर स्थिति साफ नहीं है. बुमराह पांच मैचों की सीरीज में सिर्फ तीन ही मुकाबले खेलेंगे और ऐसे में इस सीरीज का जीतना टीम इंडिया के लिए बड़ी चुनौती होने वाली है. वहीं अगर टीम इंडिया इस सीरीज में हारी को तो क्या इसके बाद टेस्ट टीम को नया कोच मिलेगा? यह सवाल उठने लगे हैं. हालांकि, एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ऐसा होने की संभावना नहीं है.
टीम इंडिया में अभी तक स्प्लिट कोचिंग का चलन नहीं है. राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के अन्य कोचों ने अलग-अलग समय कोचिंग की जिम्मेदारी जरूर संभाली है, लेकिन यह दो दौरे एक साथ होने के चलते या कोच को आराम देने के चलते हुआ है. अगर इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम टेस्ट सीरीज हारी तो क्या टेस्ट में अलग कोच होगा, इसको लेकर बीसीसीआई अधिकारी ने गंभीर पर फैसला लेना जल्दबाजी होगी.
इनसाइडस्पोर्ट की रिपोर्ट के अनुसार, एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा,"फिलहाल, गंभीर एक युवा टीम के साथ अच्छा काम कर रहे हैं. बदलाव के दौर में, आपको हमेशा इच्छित परिणाम नहीं मिलते हैं. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों ने अपने बदलाव के दौरान संघर्ष किया. इसलिए, गंभीर पर फैसला लेना जल्दबाजी होगी. हमारे पास अभी भी इंग्लैंड में चार टेस्ट मैच हैं और हमें उम्मीद है कि हम चीजों को बदल सकते हैं. इसके अलावा, हम देखेंगे. उन्हें (गंभीर को) बोर्ड पर पूरा भरोसा है."
बता दें, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड हमेशा से तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान रखने के खिलाफ था. लेकिन मौजूदा समय में वनडे, टी20 और टेस्ट के कप्तान अलग हैं. गिल टेस्ट टीम के कप्तान हैं, टी20 टीम की कमान सूर्यकुमार यादव के पास है जबकि रोहित शर्मा वनडे फॉर्मेट के कप्तान हैं.
गौतम गंभीर जब से भारतीय टीम के कप्तान बने हैं, तब से टीम इंडिया दो टेस्ट सीरीज़ गंवा चुकी है. भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-3 से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद भारत ऑस्ट्रेलिया में 3-1 से टेस्ट सीरीज हार गई. इंग्लैंड में भारत पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-1 से पिछड़ गया है. गंभीर युग में, भारत ने 11 में से केवल तीन टेस्ट जीते हैं, जबकि सात मैच हारे हैं. एक बात और अहम है कि इस दौरान भारतीय टीम ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती हैं.
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने गौतम गंभीर को लेकर अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,"मुझे लगता है कि एक और इंग्लैंड दौरा होगा. मुझे नहीं लगता कि बीसीसीआई तब तक उनसे कुछ कहेगा. इंग्लैंड दौरे के बाद उन्हें बागडोर संभाले एक साल हो जाएगा. आपको एक साल के भीतर बदलाव सुनिश्चित करना था. इसलिए उन्होंने वहां कैसा प्रदर्शन किया, किन खिलाड़ियों को तैयार किया और क्या टीम के प्रदर्शन में सुधार हुआ है, इसकी समीक्षा की जा सकती है."
भले ही बीसीसीआई ने इस विचार का विरोध किया हो, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारत की हार के बाद, ऐसी रिपोर्ट्स आई थी कि बोर्ड ने आंतरिक रूप से इस पर चर्चा की. रिपोर्ट्स थी कि टेस्ट टीम की बागडोर वीवीएस लक्ष्मण को सौंप दी जाए, जबकि गंभीर पूरी तरह से सफेद गेंद की कमान संभाले.
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