सोमवार को चौथे टेस्ट में मेहमान इंग्लैंड को 5 विकेट से मात देकर सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त लेने के बाद देश भर में जिस खिलाड़ी के नाम की सबसे ज्यादा चर्च है, वह युवा विकेटकीपर ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) हैं. याद नहीं आता कि आखिरी बार किस खासकर दूसरा टेस्ट खेल रहे किसी खिलाड़ी ने दोनों पारियों में इस तरह के हालात में ऐसी बैटिंग कर मैच जिताने में योगदान दिया था. वहीं, ध्रुव को तो दोनों पारियों में स्टंप के पीछे भी खासा पसीना बहाना पड़ा है. वास्तव में ध्रुव (Jurel becomes player of the match) के पहली पारी में बेहतरीन 90 रन देखकर दिग्गज गावस्कर ने इस युवा विकेटकीपर की तुलना एमएस धोनी के साथ कर दी. जुरेल ने सनी से मिली प्रशंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खेल के दिग्गज से तारीफ मिलना एक अच्छा अहसास है.
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जुरेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सनी गावस्कर जैसे दिग्गज से मेरे बारे में ऐसे कमेंट मिलना अच्छा महसूस करा रहा है. मेरा मूड अच्छा था और टीम प्रबंधन की ओर से कोई खास निर्देश नहीं थे. मुझे मैदान में जाना और खेलने भर था. इस युवा विकेटकीपर ने धोनी से मिली सलाह का जिक्र करते हुए कहा कि मेरी कोशिश यही थी कि गेंद को पूरे ध्यान से देखकर प्रतिक्रिया व्यक्त करूं. मैं जितना ज्यादा देर तक पिच पर रहूंगा, यह मेरे और टीम के लिए उतना ही अच्छा होगा. जुरेल ने हाल ही में बताया था कि धोनी ने उन्हें हर गेंद को बहुत ही ध्यान से देखने के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करने की सलाह दी थी, जो उनके दोनों ही टेस्ट में बहुत काम आई.
इससे पहले गावस्कर ने कहा था कि वास्तव में ध्रुव ने अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन विकेट के पीछे भी उनका प्रदर्शन बरबरी का रहा. उसकी खेल के प्रति जागरुकता को देखकर मैं कहना चाहता हूं कि भारत के लिए एक और एमएस धोनी तैयार हो रहा है. उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि कभी भी दूसरा धोनी नहीं हो सकता, लेकिन आप जानते हो कि ध्रुल के पास कैसी बौद्धिक चतुराई है. जब एमएस ने करियर शुरू किया था, तो उनमें भी कुछ ऐसी "बौद्धिक चपलता' थी. और ध्रुव भी कुछ ऐसा ही दिखता है. वह एक स्ट्रीट-स्मार्ट क्रिकेटर है.