IND vs ENG: हैदराबाद में भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट के पहले दिन एक बड़ा भ्रम सामने आया जब रेहान अहमद (Overthrow Run Controversy) ने अपने स्कोर में एक रन की कटौती देखी. भारतीय क्षेत्ररक्षक के ओवरथ्रो से पहले डबल दौड़ने के बावजूद इंग्लैंड के बल्लेबाज को 6 के बजाय केवल 5 रन दिए गए. जिससे स्टेडियम में और सोशल मीडिया पर प्रशंसक भ्रम में पड़ गए. हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के ऐसे परिदृश्यों के लिए नियम के कारण यह निर्णय सही था. भारत के तेज गेंदबाज जसप्रित बुमराह ने पैड पर फुल टॉस फेंकी और रेहान ने इसे ऑन साइड पर स्क्वायर के पीछे फ्लिक कर दिया. फील्डर का थ्रो वाइड था और यह बैकअप फील्डर को छकाता हुआ सीधे सीमारेखा के पास चला गया.
शुरुआत में रेहान को 6 रन दिए गए लेकिन अंपायर ने अपना फैसला पलट दिया और कहा कि केवल 5 रन दिए जाएंगे क्योंकि जब थ्रो फील्डर के हाथ से छूटा तो दोनों बल्लेबाजों ने एक-दूसरे को पार नहीं किया था. इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड वनडे विश्व कप फाइनल 2019 (ENG vs NZ WC 2019) में इसी तरह की घटना होने के बाद इस नियम पर गंभीरता से विचार किया गया था. उस उदाहरण में, इंग्लैंड को 5 के बजाय 6 रन दिए गए थे, भले ही दोनों बल्लेबाजों ने एक-दूसरे को पार (Cross) नहीं किया था.
क्या कहता है नियम?
इस मामले पर एमसीसी नियम 19.8 लागू होता है. नियम 19.8 के अनुसार अगर इस तरह के ओवरथ्रो (ICC Overthrow rules in cricket) के कारण बॉउंड्री जाती है. फील्डर का थ्रो करने का समय देखा जाता है. अगर फील्डर के थ्रो के दौरान बल्लेबाजों ने रन लेते हुए एक दूसरे को क्रॉस कर लिया है, तभी उस रन को जोड़ा जाता है.