यह सही है कि हेडिग्ले टेस्ट के तीसरे दिन बुमराह और फिर सोमवार को चौथे दिन ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के शानदार शो ने भारत को 370 रन की बढ़त दिलाते हुए इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 371 का टारगेट रखा. वहीं, इंग्लैंड ने दिन का खेल खत्म होने पर बिना नुकसान के 21 रन बना लिए थे. मतलब आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए यहां से पूरे 350 रन और बनाने होंगे. मतलब 90 ओवरों के खेल में करीब-करीब चार रन प्रति ओवर की दर. इंग्लैंड के लिए यह चैलेंज आसान होने नहीं जा रहा, लेकिन करोड़ों भारतीय फैंस एक बड़ा तबगा चिंतित है. और इसकी वजह यह रही कि भारतीय पुछल्लों ने पिछली पारी से बिल्कुल भी सबक नहीं लिया. और उनका हाल पहली पारी से भी बुरा हुआ. चलिए आप डिटेल से जान लीजिए.
पहली पारी में फिसल गए थे पुछल्ले
पहली पारी में एक समय भारत का स्कोर 3 विकेट पर 430 रन था. यहां पर कप्तान गिल आउट हुए, तो विकेटों की झड़ी सी लग गई. आखिरी 6 बल्लेबाज दहाई का भी आंकड़ा नहीं छू सके. और कुल मिलाकर पुछल्लों ने आखिरी 41 रन के भीतर 7 विकेट गंवाकर शीर्ष बल्लेबाजों की मेहनत पर पानी फेर दिया.
दूसरी पारी में हुआ और भी बुरा हाल !
उम्मीद थी कि पुछल्ले पहली पारी के पतन से सबक लेंगे, लेकिन इस बार केएल राहुल आउट हुए, तो एकदम से पुछल्ले फिसल गए. और एक छोर पर जडेजा एकदम से अवाक रह गए कि ये हुआ तो आखिर क्या हआ? वो तो भला हो कि जडेजा ने समझदारी का परिचय देते हुए नाबाद 25 रन बनाए, लेकिन इसके बावजूद वह आखिरी 6 विकेट 31 रन के भीतर गिरने से नहीं ही रोक सके.