Gautam Gambhir on Jasprit Bumrah: भारत एक बुनियादी बदलाव के दौर से गुजर रहा है और इसकी आंशिक वजह जसप्रीत बुमराह हैं. अपनी पहली टेस्ट सीरीज़ से पहले गौतम गंभीर ने बताया कि कैसे उन्होंने अपने क्रिकेट से परे भी प्रभाव डालना शुरू कर दिया है. बता दें, भारत और बांग्लादेश 19 सितंबर से चेन्नई में दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में एक दूसरे के आमने-सामने होंगे. वहीं इस सीरीज की शुरुआत से पहले मीडिया के सामने आए गौतम गंभीर ने मौजूदा समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों को लेकर बड़ा बयान दिया है.
'बुमराह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज़'
बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट की पूर्व संध्या पर मीडिया के सामने आए गौतम गंभीर ने बुमराह को लेकर कहा,"भारत में ऐसा कई बार नहीं हुआ है, जब हम गेंदबाज़ के बारे में बात करने लगे हों. मुझे लगता है कि यह हमेशा बल्लेबाज़ों, बल्लेबाज़ों और बल्लेबाजों के बारे में ही रहा है. भारत एक समय बल्लेबाज़ी का दीवाना देश था. आपको बुमराह, (मोहम्मद) शमी, (मोहम्मद) सिराज, (आर) अश्विन, (रवींद्र) जडेजा को श्रेय देना होगा कि अब वे इसको गेंदबाज़ी के जुनून में बदल रहे हैं और हम गेंदबाज़ों के बारे में बात करने लगे हैं."
बुमराह ने भले ही केवल 36 टेस्ट खेले हों लेकिन उनके आंकड़े चौंकाने वाले हैं. वह लगभग हर तीन टेस्ट में एक बार पांच विकेट (अब तक 10) लेते हैं और वह भारत की कुछ सबसे प्रसिद्ध जीतों के पीछे प्रेरक शक्ति रहे हैं- जिसमें ओवल 2021, मेलबर्न 2018, विशाखापत्तनम 2024 शामिल हैं. गंभीर ने कहा,"तीनों प्रारूप में बुमराह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज़ गेंदबाज़ हैं और यह सिर्फ़ उनका प्रदर्शन नहीं है, यह उनकी भूख है. सबसे अच्छी बात यह है कि वह जितना संभव हो, उतना टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं."
गंभीर ने बुमराह को लेकर कहा,"लाल गेंद की क्रिकेट में वह क्या कर सकते हैं, यह बताने की ज़रूरत नहीं है. मुझे लगता है कि यह वास्तव में सम्मान की बात है कि हमारे पास बुमराह जैसा कोई व्यक्ति है, जो हमारे लिए खेल रहा है और ड्रेसिंग रूम में बैठा है. उनकी वजह से हम खेल के किसी भी चरण में बदलाव ला सकते हैं. तो हां, उम्मीद है कि हम इस सीरीज़ में भी ऐसा ही कर सकते हैं और आगे भी ऐसा करेंगे."
टीम के अंदाज को लेकर बोले गंभीर
गंभीर एक बहुत ही सफल टेस्ट टीम की कमान संभाल रहे हैं और भले ही वह वास्तव में किसी भी स्तर पर कोच नहीं रहे हैं, उनका मानना है कि 12 साल के सभी प्रारूप के शुरुआती बल्लेबाज़ के रूप में उन्होंने भारत के खिलाड़ियों के साथ जो रिश्ते बनाए हैं, वे उन्हें सहज बनाएंगे. उन्होंने भारत के लिए मैच जीतने के अलावा अपने लिए कोई दायित्व निर्धारित नहीं किया है.
गंभीर ने आगे कहा,"मेरा हमेशा से मानना रहा है कि सबसे अच्छी शैली वह शैली है, जो जिताती है. हम एक ऐसी टीम बनना चाहते हैं जो किसी एक शैली को अपनाने की बजाय ख़ुद को ढाल लेती है और ज़ल्दी से सीख लेती है. क्योंकि अगर आप एक ही शैली अपनाने लगेंगे तो सुधार नहीं होगा. हम चाहते हैं कि लोग स्थिति, परिस्थिति को देखकर खेलें और फिर हर दिन आगे बढ़ते रहें. और अंत में यही सब मायने रखता है. आप जानते हैं, यह सब एक निश्चित शैली को नाम देना और केवल एक ही तरीके़ से खेलना, सब अंततः परिणामों के बारे में है. जैसा कि मैंने अभी बताया, सबसे अच्छी शैली वह शैली है जो जिताती है."
स्पिनर्स को लेकर कही ये बात
यह देखते हुए कि यह घरेलू सत्र है और बांग्लादेश के ख़िलाफ़ टेस्ट मैच चेन्नई में खेला जाएगा, ऐसे में काफ़ी हद तक फ़ोकस स्पिनरों पर होगा. गंभीर ने बताया कि वह उन्हें कैसे चुनेंगे. उन्होंने कहा, "जाहिर है, सबसे पहले यह है कि वे पहले दिन और पांचवें दिन क्या प्रभाव डाल सकते हैं. भारत बहुत भाग्यशाली रहा है कि हमें अश्विन और जडेजा जैसे लोग मिले हैं. उन्होंने मिलकर वास्तव में अच्छी गेंदबाज़ी की है और हम जानते हैं कि वे पहले दिन कैसे योगदान दे सकते हैं. क्योंकि टेस्ट क्रिकेट के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आपके पास रक्षात्मक गेंदबाज़ी करने की क्षमता होनी चाहिए, साथ ही आपके पास आक्रामक गेंदबाज़ी करने की भी क्षमता होनी चाहिए. इसलिए मुझे लगता है कि हमारे पास एक ऐसा आक्रमण होगा जो 20 विकेट ले सकता है और वे दो लोग निश्चित रूप से भारतीय परिस्थितियों में बहुत प्रभाव पैदा करेंगे."