Ind vs Aus: "मैच में 4 स्पिनरों के साथ जाना आकर्षक है, लेकिन...", कप्तान रोहित का वरुण को आगे खिलाने पर बड़ा बयान

India vs Australia: न्यूजीलैंड को मात देने के बाद अब करोड़ों भारतीय फैंस की नजरें कंगारुओं के साथ खेले जाने वाले सेमीफाइनल मैच पर जा टिकी हैं

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India vs Australia 1st Semi Final:
दुबई:

चैंपिंयस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) में रविवार को न्यूजीलैंड को 44 रन से मात देने वाली टीम इंडिया को जीत में बहुत बड़ा पॉजिटिव मिला, तो इसने उसे असमंजस में भी डाल दिया है. यह पॉजिटिव मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के रूप रहा. वरुण ने करियर के दूसरे ही वनडे और चैंपियंस ट्रॉफी के डेब्यू मुकाबले में ही पांच विकेट लेकर रिकॉर्ड बनाते हुए कीवियों को हार का दंश झेलने पर मजबूर कर दिया. मगर अब कप्तान रोहित (Rohit Sharma) के सामने असमंजस यह है कि वरुण को अगले करो या मरो के मैच में खिलाया जाए, या फिर दो पेसरों के साथ उतरा जाए. ऐसे में रोहित ने स्वीकार किया कि चार स्पिनरों के साथ खेलने का फैसला लेना आकर्षक है, लेकिन सही गेंदबाजी संयोजन पर विचार करना भी जरूरी है.रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में भारत ने चार स्पिनरों को खिलाया, जिन्होंने मिलकर नौ विकेट झटके. इनमें से वरुण चक्रवर्ती सबसे प्रभावी रहे. 

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"वरुण एक आकर्षक विकल्प'

रोहित ने कहा, 'हमें यह सोचने की जरूरत है कि अगर हम चार स्पिनर खिलाते हैं, तो उनका कैसे संतुलित तरीके से इस्तेमाल किया जाए. अगर नहीं खिलाते, तो कोई बात नहीं. हमारे लिए जो भी सही रहेगा, हम वही करेंगे. हम पिच की स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं और जानते हैं कि किस तरह की गेंदबाजी कारगर होगी. हम इस पर एक दिन के लिए सोच-विचार करेंगे और फिर सही फैसला लेंगे, लेकिन यह एक आकर्षक विकल्प जरूर है.'

"जब वह लय में होते हैं, तो..."

क्या सेमीफाइनल में वरुण चक्रवर्ती को खिलाने पर विचार किया जा रहा है, तो उन्होंने कहा,'उसने यह दिखा दिया कि वह क्या कर सकता है. अब हमें सोचना होगा कि टीम संयोजन को कैसे सही किया जाए. उसे मौका मिला और उसने शानदार प्रदर्शन किया. मैच के बाद भी मैंने कहा था कि उसके अंदर कुछ अलग है. जब वह सही लय में होता है, तो शानदार गेंदबाजी करता है और पांच विकेट तक ले जाता है.'रोहित ने टीम चयन को अच्छा सिरदर्द बताते हुए आगे कहा, 'हम यह भी देखना चाहेंगे कि ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी किस तरह की दिखेगी और उसके खिलाफ कौन-सी गेंदबाजी कारगर रहेगी.'

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यह वरुण चक्रवर्ती 2.0 हैं

गौरतलब है कि 2021 में दुबई में हुए टी20 वर्ल्ड कप में वरुण चक्रवर्ती का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और वह कोई विकेट नहीं ले पाए थे, लेकिन इस बार उसी मैदान पर उन्होंने शानदार वापसी की और अपने सिर्फ दूसरे वनडे मैच में पांच विकेट झटककर भारत को बड़ी जीत दिलाई. वरुण चक्रवर्ती ने 2021 में जब भारतीय टीम के लिए खेला था, तब की तुलना में 2025 में वह अपनी गेंदबाजी में ज्यादा सटीकता ला रहे हैं और अलग-अलग फॉर्मेट में खेलने से उन्हें ज्यादा अनुभव भी मिल रहा है. कहा जा सकता है कि यह वरुण 2.0 हैं. रोहित शर्मा का मानना है कि यही उनकी सबसे बड़ी मजबूती बनी है.

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भारतीय कप्तान बोले, 'अगर वरुण की बात करें तो 2021 में जब वह भारत के लिए खेले थे, तब की तुलना में अब उनकी गेंदबाजी में कहीं अधिक सटीकता है. तब उनके खेल में थोड़े अनुभव की कमी थी क्योंकि उन्होंने ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला था। लेकिन पिछले दो-तीन सालों में उन्होंने घरेलू क्रिकेट, आईपीएल और भारत के लिए टी20 और अब वनडे में भी काफी मैच खेले हैं.'

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"वरुण ने इन दोनों चीजों पर काम किया है"

उन्होंने आगे कहा,'अब उन्हें अपनी गेंदबाजी अच्छे से समझ में आने लगी है. उनकी गेंदबाजी में कुछ खास बात है, जिसका वह फायदा उठा रहे हैं. यहां तक कि हमारे कुछ बल्लेबाज भी उन्हें ठीक से नहीं पढ़ पाए, जो अच्छी बात है. उनकी सटीकता बढ़ी है और गति में बदलाव करने की क्षमता शानदार हो गई है. मैं जब स्लिप में खड़ा था, तब मैंने देखा कि उन्होंने अपनी विविधता में काफी सुधार किया है. जब आप रहस्यमयी गेंदबाज होते हैं, तो सिर्फ एक ही अंदाज में गेंदबाजी नहीं कर सकते. आपको अपनी गति में बदलाव लाना जरूरी होता है, साथ ही गेंदों को सही दिशा में डालना भी महत्वपूर्ण होता है. वरुण ने इन दोनों चीजों पर काम किया है और अब आप देख सकते हैं कि वह लगातार विकेट ले रहे हैं, जो हमारी टीम के लिए अच्छा संकेत है.' इसके अलावा, रोहित ने यह भी बताया कि 12 फरवरी को चैंपियंस ट्रॉफी की मुख्य टीम में वरुण को शामिल करने का फैसला कैसे लिया गया.

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"इसलिए किया टीम में बदलाव का फैसला"

उन्होंने कहा, 'हमने वरुण को टीम में लाने के लिए एक बल्लेबाज को कम किया क्योंकि यह टूर्नामेंट सिर्फ पांच मैचों का है और संभावना बहुत कम थी कि वह बल्लेबाज किसी भी मैच में खेलेगा. आप टीम बनाते समय इस सोच के साथ नहीं चलते कि कोई चोटिल होगा. अगर ऐसा होता भी है, तो हम हमेशा किसी और खिलाड़ी को बुला सकते हैं. लेकिन वरुण के साथ मामला अलग था. हमें पता था कि उनके खेलने की संभावना ज्यादा है, चाहे कोई चोटिल हो या नहीं.'

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