जारी World Cup 2023 में करोड़ों भारतीय फैंस के लिए मेगा इवेंट का वास्तविक आगाज रविवार से होगा, जब चेन्नई के एम. चिदंबरम स्टेडियम में उसकी टक्कर ऑस्ट्रेलिया से होगी. पूर्व क्रिकेटरों और तमाम पंडितों की नजरें इस मुकाबले पर लगी हैं. तमाम पक्ष के मन में स्वाभाविक रूप से कई सवाल जहन में कौंध रहे हैं. और इनमें सबसे बड़ा सवाल है कि मेगा इवेंट के पहले मैच में भारत की XI क्या होगी. शुभमन गिल (Shubman Gill) डेंगू पीड़ित होकर शुरुआती दो मैचों से लगभग बाहर हो ही चुके हैं, तो जाहिर है कि फाइनल इलेवन को लेकर बहुत ही ज्यादा वजन पैदा हो हो गया है. और इस सवाल में और वजन पैदा कर दिया है चेपक की पिच ने. पारंपरिक रूप से चेन्नई की पिच स्पिनरों की मददगार रही है. और कंगारुओं के खिलाफ भी एक टर्निंग ट्रैक मिलने की उम्मीद है. दोनों ही टीमें तैयारी में कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ रही हैं.
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कुछ ऐसा होगा पिच का असर
पिच स्पिनर फ्रेंडली होगी, तो जाहिर है कि एक एक्स्ट्रा-स्पिनर इलेवन में होगा ही होगा. इसका अर्थ यह है कि भारत कुलदीप यादव, आर. अश्विन और रवींद्र जडेजा के साथ मैदान पर उतरेगा. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि वह कौन सा पेसर होगा, जो तीसरे स्पिनर के लिए जगह बनाएगा? क्या वह मोहम्मद सिराज होंगे या फिर मोम्मद शमी बाहर बैठेंगे क्योंकि बुमराह तो खेलेंगे ही खेलेंगे.
चेन्नई में कंगारुओं का प्रभावी रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजो की परवरिश बाउंसी पिचों पर हुई है. उपमहाद्वीप में उसके बल्लेबाज बाकी टीमों के मुकाबले स्पिनरों को बेहतर खेलते हैं. चेन्नई के मैदान पर प्रभावी रिकॉर्ड यह बताने के लिए काफी है कि वह क्यों शीर्ष क्रिकेट देशों में से एक हैं. चेपक पर कंगारुओं ने छह मैच खेले हैं और इसमें से उसने पांच वनडे मैच जीते हैं, जबकि सिर्फ एक में उसे हार नसीब हुई है. वहीं, भारत ने चेन्नई में 14 वनडे मैमच खेले हैं. सात में उसे जीत मिली है, तो छह में उसे हार का सामना करना पड़ा है.