संयुक्त अरब अमीरात में हुए आईसीसी महिला टी20 विश्व कप में भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा. हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारतीय टीम ने हर विभाग में खराब प्रदर्शन किया. भारतीय टीम की बल्लेबाजी ना सिर्फ लड़खड़ाई बल्कि टीम ने फील्डिंग के दौरान कई रेगुलर कैच भी छोड़े. महिला विश्व कप के खिताब का सपना लिए, उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब हुई था और उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ जीत ज़रूर दर्ज की, लेकिन फिर टीम को अहम मैच में एक करीबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया जीता हुआ मैच हारी थी. भारत के सेमीफाइनल की रेस में पहुंचने के लिए यह मुकाबला काफी अहम था.
कप्तानी में बदलाव पर बोलीं मिताली राज
वहीं भारत के खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम की पूर्व कप्तान मिताली राज ने बड़ा बयान दिया है. मिताली राज ने कहा है कि अगर भारतीय चयनकर्ता कप्तानी में बदलाव को लेकर सोच रहे हैं तो उन्हें यह कदम अभी उठाना चाहिए. इसके साथ ही मिताली ने स्मृति मंधाना को नहीं बल्कि जैमिमा को कप्तान बनाने की वकालत की है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए मिताली राज ने कप्तानी में बदलाव के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अगर चयनकर्ता इसमें बदलाव करना चाहते है तो उन्हें बिना समय गवाएं ऐसा करना चाहिये क्योंकि अगला विश्व कप काफी करीब है. उन्होंने किसी युवा खिलाड़ी को कप्तान बनाने की वकालत की. मिताली ने कहा,"अगर चयनकर्ता बदलाव का फैसला करते हैं तो मैं एक युवा कप्तान चाहूंगी. यह (बदलाव का) सही समय है. आप अधिक देर करेंगे तो हमारे सामने एक और विश्व कप होगा. अगर अभी नहीं कर रहे तो फिर उन्हें अगले विश्व कप के बाद ही ऐसा करने के बारे में सोचना चाहिये."
उन्होंने कहा,"स्मृति वहां हैं (लंबे समय तक उप-कप्तान रही हैं) लेकिन मुझे लगता है कि जेमिमा जैसी खिलाड़ी कप्तानी के लिए अधिक उपयुक्त होंगी. वह 24 साल की हैं और अधिक समय तक टीम का नेतृत्व कर सकती है. वह मैदान पर सकारात्मक ऊर्जा के साथ रहती है. वह हर किसी से बात करती है. इस टूर्नामेंट में मैं उससे बहुत प्रभावित हुई हूं."
ऐसा रहा भारत का सफर
भारतीय टीम को अपने शुरुआती मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 58 रन से हार का सामना करना पड़ा था. इस हार ने टीम इंडिया के नेट रन रेट को काफी पीछे धकेल दिया था. इसके बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ 6 विकेट से जीत दर्ज की थी. पाकिस्तान के बाद भारत ने श्रीलंका को 82 रनों के बड़े अंतर से हराकर इतिहास रचा था. लेकिन फिर भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 रन से हार का सामना करना पड़ा.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को आखिरी ओवर में जीत के लिए 14 रन चाहिए थे. कप्तान हरमनप्रीत कौर क्रीज पर थीं और अर्द्धशतक जड़ चुकीं थी. हरमनप्रीत कौर ने पहली ही गेंद पर सिंगल लिया था. इसके बाद भारत ने लगातार दो गेंदों पर दो विकेट गंवाए. तीसरी गेंद पर विकेट रन आउट के रूप में आया था. भारत को आखिरी तीन गेंदों पर जीत के लिए 13 रन चाहिए थे. इस दौरान भी स्ट्राइक हरमनप्रीत के पास थी, लेकिन उन्होंने इस मौके पर भी सिंगल लेने का फैसला लिया. भारत को यह गलती काफी भारी पड़ी. भारत चार मैचों में दो जीत और दो हार के साथ अंक तालिका में तीसरे स्थान पर रहा.
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