चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) ने अगस्त 15 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था, लेकिन अब भारत के पूर्व फील्डिंग कोच आर. श्रीधर ने खुलासा किया है कि असल में धोनी ने साल 2019 में खेले गए विश्व कप के दौरान ही खेल छोड़ने का फैसला कर लिया था. यह बात अलग है कि इसका ऐलान उन्होंने काफी देर बाद किया. अपनी किताब "कोचिंग बियॉन्ड-मॉय डेज विद इंडयन क्रिकेट टीम" में श्रीधर ने धोनी और ऋषभ पंत के बीच हुई बातचीत का जिक्र किया है. इस बातचीत में ही धोनी ने पंत को यह एहसास कराया कि वह संन्यास लेने का फैसला कर चुके थे.
पहले कभी सार्वजनिक नहीं हुए इस किस्से के बारे में श्रीधार ने कहा कि न्यूजीलैंड-और भारत के बीच खेले गे सेमीफाइनल के रिजर्व-डे की सुबह धोनी ने पंत से कहा था, "वह नहीं चाहते कि उनकी टीम के साथ आखिरी बस ड्राइव छूट जाए" उन्होंने कहा कि मैं अब बीसीसीआई के साथ हुए उस इंटरव्यू के टाइम का खुलासा कर सकता हूं, जिसमें मैं एंटिगा से शामिल हुआ. मैं व्यवहारिक उद्देश्य को देखते हए इस बाबत पूरी तरह आश्वस्त था कि धोनी अपना आखिरी मैच खेल चुके थे. धोनी ने इसकी घोषणा नहीं की थी, लेकिन मैं बताता कि क्यों मैं ऐसा जान चुका था.
उन्होंने किताब में लिखा है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के रिजर्व-डे की सुबह मैं ब्रेकफास्ट हॉल में पहुंचने वाला सबसे पहला व्यक्ति था. जब मैं कॉफी पी रहा था, तो धोनी और पंत साथ-साथ आए. उन्होंने अपना सामान बांधा और मेरे साथ टेबल पर बैठ गए. श्रीधर ने कहा कि न्यूजीलैंड को कुछ ही ओवर बल्लेबाजी करनी थी और इसके बाद हमने अपनी पारी शुरू की. ऐसे में मैच जल्द ही खत्म हो गया. तब पंत ने दोनी से हिंदी में कहा, "भैया कुछ टीम के कुछ सदस्य आज ही निजी तौर पर लंदन के लिए निकल रहे हैं. क्या आप जाने के इच्छुक हैं? इस पर धोनी ने कहा कि "नहीं पंत, मैं टीम के साथ अपनी आखिरी बस ड्राइविंग से चूकना नहीं चाहता." वास्तव में यह खेला गया मैच धोनी का भारत के लिए आखिरी मैच साबित हुआ.
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