आप सोचिए कि कोई खिलाड़ी अपने टेस्ट करियर की तीसरी पारी ही पारी में नाबाद तिहरा शतक जड़ दे, और इसके बाद यहां से चार और पारी खेलने बाद समीकरणों से बाहर कर दिया जाए, तो उसके दिल पर क्या गुजरेगी, उसकी मनोदशा क्या होगी. कारनामा किए हुए करुण नायर (Karun Nair) को करीब आठ साल हो चुके हैं. और अब करियर में कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद वह फिर से अपने कैरियर में प्राण फूंकने में जुटे हैं, लेकिन नायर बहुत दूर की नहीं देखना चाहते. करुण को भारत के लिए खेले हुए लंबा समय हो गया है, लेकिन पिछले दो सालों में इस बल्लेबाज ने विदर्भ और नॉर्थेप्टनशायर के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है.
करुण ने कहा कि आपको खुद को तैयार रखना होगा. कुल मिलाकर बात अब अगले मैच की है. और अब मैं भविष्य में ज्यादा दूर की ओर नहीं देख रहा हूं क्योंकि कभी-कभी आप अपनी सोच में एक जगह फंस जाते हो कि क्या होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में मैंने सभी फॉर्मेटों में मैंने बहुत ज्यादा रन बनाए हैं. मैं सिर्फ वहीं जारी रखने की कोशिश कर रहा हूं, जो मैं पिछले एक साल के दौरान मिले हर मौके पर मैं कर रहा हूं. मैं हर मौके को नए दिन के रूप में ले रहा हूं.
पिछले साल की शुरुआत में नॉर्थेंप्टनशायर के लिए खेलते हुए नायर के लिए खेले तीन मैचों में 83 के औसत से 249 रन बनाए. इसमें चैंपियन सर्वे के खिलाफ बनाया गया शानदार शतक भी शामिल था. वहीं, इस साल नायर 7 मैचों में 49 के औसत से 487 रन बना चुके हैं. इसमें ग्लोमॉर्गन के खिलाफ बनाया गया शतक भी शामिल है. निश्चित रूप से यह बहुत ज्यादा असाधारण प्रदर्शन नहीं है, लेकिन उस बल्लेबाज को कॉन्फिडेंस देने के लिए काफी है, जो अपने करियर में उद्देश्य हासिल करने में जुटा है.
हासिल अनुभव के बारे में नायर ने हा कि आप यहां अलग गेंदों के साथ खेल रहे हैं. हर कोई भारतीय बल्लेबाजों के बारे में जानता है कि वे इंग्लैंड जाते हैं और रन बनाते हैं, लेकिन स्विंग होती गेंदों को खेलना मुश्किल काम है. ऐसे में मैंने बतौर बल्लेबाज, रन बनाने के लिए रास्ते तलाशना और खुद में भरोसा करने के लिहाज से बहुत कुछ सीखा है. पिछले साल घरेलू क्रिकेट में विदर्भ के लिए दो शतकों से 10 मैचों में 690 रन बनाने वाले नायर ने कहा कि निश्चित रूप से इस प्रदर्श ने मुझे फिर से टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम बनने की उम्मीद दी है. हर खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर टीम इंडिया के लिए खेलना चाहता है. मेरा भी अभी यही लक्ष्य है. और वह है फिर से टेस्ट मैच खेलना. मुझे पूरा भरोसा है कि मैं ऐसा कर सकता हूं. मैं जानता हूं कि मैं अभी भी इस फॉर्मेट के लिए अच्छा हूं.