रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया अब बांग्लादेश और उसके बाद न्यूजीलैंड की मेजबानी करने के लिए तैयार है. भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज खेली जानी है उसके बाद टीम इंडिया को बांग्लादेश के खिलाफ तीन टी20 अंतपराष्ट्रीय मैचों की सीरीज खेलनी है. बांग्लादेश के बाद भारतीय टीम को न्यूजीलैंड की मेजबानी करनी है. भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज होनी है. इस सीरीज के बाद भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाएगी.
भारतीय टीम के लिए ऐसे में आने वाले कुछ महीने काफी अहम होने वाले हैं, क्योंकि बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है और आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए भारतीय टीम को काफी कुछ करना होगा. आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारतीय टीम अभी पहले स्थान पर है. भारत ने अभी तक 9 मैच खेले हैं और इसमें 6 में उसे जीत मिली है जबकि 2 में उसे हार का सामना करना पड़ा है. इस दौरान एक मैच ड्रा पर समाप्त हुआ है. भारत के अभी 74 अंक हैं और उसका जीत प्रतिशत 68.52 का है. बता दें, टेस्ट चैंपियनशिप में एक टेस्ट जीतने पर 12 अंक मिलते हैं जबकि एक टाई पर छह और एक ड्रा पर चार अंक मिलते हैं.
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का ऐसा है समीकरण
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया ने अभी 12 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उसने 8 में जीत दर्ज की है जबकि 3 में उसे हार का सामना करना पड़ा है जबकि एक मैच ड्रा पर समाप्त हुआ है. ऑस्ट्रेलिया को 10 अंकों की पेनल्टी भी लगी है. ऑस्ट्रेलिया का जीत प्रतिशत 62.50 का है और उसके 90 अंक है. ऑस्ट्रेलिया उन दो टीमों में से एक है जिन्होंने इस चक्र में पहले ही छह में से चार सीरीज खेल ली हैं.
ऑस्ट्रेलिया विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक तालिका में अभी दूसरे स्थान पर है. लेकिन उनकी अंतिम रैंकिंग काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगी कि वे भारत के खिलाफ घरेलू मैदान पर कैसा प्रदर्शन करते हैं. ऑस्ट्रेलिया का जीत प्रतिशत 60 फीसदी से अधिक रहे, इसके लिए जरूरी है कि वो बचे हुए सात टेस्ट में 47 अंक हासिल करें. जो उन्हें चार जीत या फिर तीन जीत और तीन ड्रा से मिल सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया मौजूदा समय में विश्व टेस्ट चैंपियन है.
न्यूजीलैंड
अब तक अपने छह टेस्ट मैचों में तीन जीत और तीन हार के साथ, न्यूजीलैंड का जीत प्रतिशत 50% पर है. न्यूजीलैंड को अगर फाइनल में पहुंचना है तो उन्होंने काफी मेहनत करनी पड़ेगी. न्यूजीलैंड ने 6 टेस्ट खेले हैं और उसने तीन जीते हैं और तीन में उन्हें हार मिली है. न्यूजीलैंड के 36 अंक हैं. न्यूजीलैंड अभी आठ टेस्ट मैच खेलेगी. ऐसे में उसे 96 अंकों में से कम से कम 65 अंक हासिल करने होंगे. न्यूजीलैंड को कम से कम पांच मैच जीतने होंगे और कुछ ड्रा उसका काम कर देगी, लेकिन यह उसके लिए काफी मुश्किल है क्योंकि उसके बचे हुए आठ मैचों में से 3 भारत में होने हैं.
पाकिस्तान
पाकिस्तान ने अभी पांच मैच खेले हैं और उसने दो जीते हैं जबकि तीन में उसे हार मिली है. पाकिस्तान को दो अंक की पेनल्टी लगी है. पाकिस्तान के अभी 22 अंक हैं और उसका जीत प्रतिशत 36.66 का है. पाकिस्तान को कुल छह सीरीज खेलनी थी और उसके अभी तक केवल दो सीरीज खेली हैं. वे दोनों सीरीज विदेश में थीं. एक श्रीलंका और दूसरा ऑस्ट्रेलिया में.
पाकिस्तान अभी बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज खेल रही है. जबकि उसे आने वाले दिनों में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ घर पर ही सीरीज खेलनी हैं. पाकिस्तान ऐसे में अधिकतम लाभ उठाने का प्रयास करेगी. पाकिस्तान को अभी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विदेश में सीरीज खेलनी है.
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की रेस में बने रहने के लिए पाकिस्तान को 60 फीसदी से अंक चाहिए. ऐसे में उसे अपने बचे हुए नौ टेस्ट मैचों में से 79 अंकों चाहिए होंगे. पाकिस्तान छह जीत और बाकी मैचों को ड्रॉ करवाकर यहां पहुंच सकता है या फिर वो बचे हुए मैचों में से सात मुकाबले अपने नाम करे. पाकिस्तान अभी भी रेस में है क्योंकि इसे 9 में से सात मैच घर पर खेलने है जबकि दो मुकाबले उसे दक्षिण अफ्रीका में खेलने हैं.
श्रीलंका
श्रीलंका के अभी चार मैचों में दो जीत और दो हार के साथ 24 अंक हैं. श्रीलंका का जीत प्रतिशत 50.00 का है. श्रीलंका अभी इंग्लैंड के दौरे पर हैं. श्रीलंका को अभी 9 टेस्ट और खेलने हैं उन्हें अपना जीत प्रतिशत 60 से अधिक रखने के लिए 108 अंकों में से 70 अंक चाहिए होंगे. इसका मतलब है कि उन्हें छह जीत या फिर पांच जीत और तीन ड्रा चाहिए होंगे. इसका सीधा सा मतलब है कि श्रीलंका को अपने बचे हुए अधिकतर मुकाबले जीतने होंहे और उन्हें हारने से बचना होगा. श्रीलंका की नजरें इंग्लैंड दौरे पर ऐतिहासिक प्रदर्शन करने पर होगी.
दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका उन टीमों में शामिल है, जो मौजूदा चक्र में काफी कम मुकाबले खेलेगी. दक्षिण अफ्रीका इस चक्र में केवल 12 टेस्ट खेलेगी. ऐसे में दक्षिण अफ्रीका के लिए हर मैच काफी अहम है. लेकिन अब तक छह टेस्ट मैचों से दक्षिण अफ्रीका ने केवल 28 अंक हासिल किए हैं. दक्षिण अफ्रीका ने 2 टेस्ट जीते हैं जबकि तीन में उसे हार मिली है और एक ड्रा रहा है. दक्षिण अफ्रीका का जीत प्रतिशत 38.89 का है. दक्षिण अफ्रीका को छह टेस्ट से 59 और अंक चाहिए, जिसका मतलब है उन्हें पांच मैच जीतने होंगे. दक्षिण अफ्रीका को श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ चार घरेलू टेस्ट खेलने हैं, जहां उनकी कोशिश अधिकतम अंक हासिल करने की होगी. इसके बाद दक्षिण अफ्रीका को बांग्लादेश का दौरा करना है.
इंग्लैंड
इंग्लैंड ने अभी तक 13 टेस्ट खेले हैं और उसने 6 जीते हैं और इतने में ही उन्हें हार मिली है. जबकि एक मैच ड्रा पर समाप्त हुआ है. अगर स्लो ओवर रेट के लिए इंग्लैंड के 19 पेनल्टी अंक नहीं काटे जाते तो इंग्लैंड का जीत प्रतिशत अधिक होता. इंग्लैंड का अभी जीत प्रतिशत 36.54 का है. हालांकि, इंग्लैंड अभी भी रेस में है और उसे अपने बचे 9 मैचों में से लगभग सभी जीतने होंगे. क्योंकि इंग्लैंड को अब केवल 108 अंक मिल पाएंगे, और उसे कम से कम 102 अंक चाहिए, जिससे उसका जीत प्रतिशत 60 फीसदी से अधिक पहुंचे. यदि इंग्लैंड बचे हुए मैचों में से आठ टेस्ट जीतती हैं और एक ड्रा कराती हैं, तो उन्हें 100 अंक मिलेंग. इसका मतलब है कि उन्हें इस चक्र में फाइनल की रेस में बने रहने के लिए हर टेस्ट जीतना होगा.
वेस्टइंडीज
वेस्टइंडीज को अगर फाइनल की रेस से बाहर कहा जाए तो गलत नहीं होगा. वेस्टइंडीज ने अभी तक 9 टेस्ट खेले हैं और उन्हें केवल एक में जीत मिली है जबकि छह में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. वहीं दो मैच उनके ड्रा हुए हैं. वेस्टइंडीज के 20 अंक हैं और उनका जीत प्रतिशत 18.52 है. अगर वेस्टइंडीज अपने बचे हुए बाकी चार टेस्ट जीतती है तो उसका जीत प्रतिशत 43.59%. का हो पाएगा.
बांग्लादेश
बांग्लादेश के पास चार सीरीज बची हैं, लेकिन उसमें से सिर्फ एक सीरीज घरेलू मैदान पर है. बांग्लादेश को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घर पर सीरीज खेलनी है. बांग्लादेश को 60 प्रतिशत से अधिक जाने के लिए आठ टेस्ट में 75 अंक चाहिए होंगे. जिसका मतलब है कि उन्हें छह मैच जीतने होंगे और एक मैच ड्रा होगा तो वह फाइनल की रेस में बने रहेंगे.
भारत
भारतीय टीम बीते दो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने में सफल हुई है. ऐसे में फैंस को एक बार फिर टीम इंडिया से उम्मीद है. भारतीय टीम की कोशिश होगी कि दो बार जो मौका हाथ से फिसल गया था, वो इस बार ना चूके. वहीं भारत को अभी घरेलू धरती पर पांच मैच खेलने हैं और उसके बाद उसे ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है. ऑस्ट्रेलिया का दौरा बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाला है.
भारत अभी टॉप पर है. ऐसे में उसे टॉप पर रहने के लिए 120 अंकों में से 63 प्वाइंट की जरुरत है. अगर भारत अगले पांच टेस्ट जीत जाता है और एक मैच ड्रा करवाने में सफल रहता है तो वह फाइनल की रेस में बना रहेगा. यह उम्मीद करके कि स्लो ओवर रेट के लिए उसके अंक ना कटे.
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