- भारत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-1 से पिछड़ रहा है और हार का खतरा बढ़ रहा है
- भारतीय बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के कारण टीम 201 रन पर ऑल आउट हुई और प्रोटियाज़ ने बड़ी बढ़त बनाई
- पूर्व कप्तान रवि शास्त्री ने पिच की भूमिका को कमतर बताया और गेंदबाजी की अप्रभावीता पर जोर दिया
Ravi Shastri Angry on Gautam Gambhir: कोलकाता में 30 रन से हार के बाद टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका से सीरीज़ में 0-1 से पीछे चल रही है और भारत पर 0-2 से हार का खतरा मंडराने लगा है. भारत की ओपनिंग और 8वें विकेट के लिए हाफ़ सेंचुरी से बड़ी साझेदारी हुई. भारतीय टीम 201 रन बनाकर ऑल आउट हुई और प्रोटियाज़ को 288 रनों की बढ़त हासिल हो गई.
खराब बैटिंग, औसत गेंदबाज़ी
कोलकाता की तरह गुवाहाटी में भी भारतीय बैटर्स ने सबको मायूस किया. पूरी पारी में सिर्फ़ यशस्वी जायसवाल ही हाफ़ सेंचुरी लगा सके. जबकि, 8वें नंबर पर वाशिंगटन सुंदर ने 92 गेंदों पर 48 और कुलदीप यादव ने 134 गेंदों पर 19 रन जोड़े. 8वें विकेट के लिए कुलदीप-वाशि की जोड़ी ने72 रन जोड़े. प्रोटियाज़ मार्को यानसन ने 48 रन देकर 6 विकेट लिए. भारत को फॉलोऑन मिल सकता था और प्रोटियाज़ ने फिर से बैटिंग करना बेहतर समझा.
लेकिन टीम इंडिया की बैटिंग-बॉलिंग में पिच की ज़्यादा भूमिका को लेकर पूर्व कप्तान रवि शास्त्री इंकार करते हैं. पिच को लेकर पूर्व कप्तान, कोच और कॉमेन्टेटर रवि शास्त्री STAR ने भारतीय पारी के दौरान ही कहा, “ये अब भी अच्छी पिच है. ये ऐसी पिच नहीं जहां स्कोर 7 विकेट पर 145 होना चाहिए था. गेंदबाज़ी भी कंसिस्टेंट नहीं रही.”
पूर्व कप्तान और कॉमेन्टेटेर अनिल कुंबले ने भी भारतीय बैटर्स के रवैये को लेकर सवाल उठाये. कुंबले ने STAR SPORTS पर कॉमेन्ट्री के दौरान कहा, “यहां आपको सेशन दर सेशन आकर टिककर बल्लेबाज़ी करनी है.ये पिच ऐसी ही है. ऐसा नहीं है कि एक सेशन में आप यहां गेम बदल देंगे”
प्लेइंग XI पर सवाल- क्या है कोच की सोच?
प्लेइंग XI में उठा-पटक को लेकर कई एक्सपर्ट्स हैरान नज़र आ रहे हैं. STAR SPORTS पर कॉमेन्ट्री के दौरान रवि शास्त्री कहते हैं, “वाशिंगटन सुंदर को पिछले टेस्ट में नंबर 3 पर उतारा गया. ये समझ से परे है. वो नंबर 3 से 8 पर उतारे जाने लायक नहीं हैं.” शास्त्री के मुताबिक वाशिंगटन सुंदर नंबर 3 पर नहीं तो 8वें नंबर पर भी नहीं उतारे जाने चाहिए. वो मानते हैं कि सुंदर में बैटिंग टैलेंट है और उन्हें उन्हें थोड़ा और ऊपर भेजा जा सकता था.
शास्त्री ने ऐसा कहकर टीम की रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अपने बयान के जरिए एक तरह से शास्त्री ने गंभीर पर निशाना साधा है.
STAR SPORTS पर पूर्व कप्तान अनिल कुंबले टीम इंडिया के बैटिंग ऑर्डर पर सवाल उठाते हुए कहते हैं, “टीम का बैटिंग ऑर्डर सेटल किये जाने की ज़रूरत है. इंग्लैंड में भी हमने बैटिंग ऑर्डर में उठा-पटक देखी. करुण नायर 3, 5 पर आये. यहां भी वाशि 3 और 8 पर आये....आपको स्पेशलिस्ट बैटर और बैटिंग ऑर्डर को तय किये जाने की ज़रूरत है.”
टीम चयन पर सवाल
STAR SPORTS पर पूर्व कप्तान, कोच और कॉमेन्टेटर रवि शास्त्री ने टीम और कोच गंभीर के चयन को लेकर भी सवाल खड़े किये हैं. वो कहते हैं, “टीम सेलेक्शन को लेकर मैं इनकी सोच नहीं समझ पा रहा. कोलकाता में टीम 4 स्पिनर्स के साथ उतरी और एक स्पिनर को सिर्फ 1 ओवर डालने का मौक़ा मिला. मेरे ख्याल से उन्हें कोलकाता में 4 स्पिनर्स के बजाए एक स्पेशलिस्ट बैटर के साथ जाना चाहिए था.”
25 साल बाद शर्मनाक हार की ओर
प्रोटियाज़ टीम 25 साल बाद भारत को भारत में 2-0 से हराकर सीरीज़ जीत पर आंख लगाये बैठी है. अगर ऐसा होता है तो टीम इंडिया के फ़ैन्स को ये लंबे समय तक चुभने वाला है और कोच पर यकीनन गंभीर खतरा मंडराता नज़र आ रहा है.
ठीक एक साल पहले कोच गौतम गंभीर की अगुआई में टीम इंडिया घरेलू मैदानों पर (बेंगलुरु, पुणे और मुंबई) न्यूज़ीलैंड से 0-3 से हार गई थी. टीम इंडिया की खूब किरकिरी हुई थी. एक बार फिर मौजूदा वर्ल्ड चैंपिन दक्षिण अफ्रीका के हाथों ऐसी ही शर्मनाक हार का खतरा मंडराने लगा है.
ज़ाहिर तौर पर गंभीर के साथ टीम इंडिया का खासकर घरेलू पिचों पर टेस्ट रिकॉर्ड डरावना है. कहीं गंभीर के लिए खतरे की घंटी तो नहीं बज रही?
कोच गंभीर का टेस्ट रिकॉर्ड:
घरेलू पिच पर टेस्ट रिकॉर्ड: 8 मैच, 3 जीत, 4 हार, ड्रॉ 1 (37.5%)
टेस्ट क्रिकेट: 18 मैच, 7 जीत, 9 हार, 2 ड्रॉ (41.17% जीत)
वनडे क्रिकेट: 14 मैच, 9 मैच, 4 हार, 1 टाई (64.28% जीत)
टी-20-I क्रिकेट: 22 मैच, 20 जीत, 2 हार (90.9% जीत)














