- ज्यॉफ बॉयकॉट का मानना है कि हैरी ब्रूक इस पीढ़ी के महान मध्यक्रम बल्लेबाजों में से एक बन सकते हैं
- ब्रूक ने भारत के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज में 53.44 की औसत से 481 रन बनाए, जिसमें एक शतक भी शामिल है
- बॉयकॉट ने ब्रूक की बल्लेबाजी को वॉली हैमंड और डेनिस कॉम्पटन जैसी महानता से जोड़कर सराहा है
इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज ज्यॉफ बॉयकॉट (geoff boycott) का मानना है कि हैरी ब्रूक में इस पीढ़ी के 'मध्यक्रम के महान खिलाड़ियों' में से एक बनने की क्षमता है. भारत के खिलाफ हाल ही में 2-2 से ड्रॉ हुई सीरीज में ब्रूक ने 53.44 की औसत से 481 रन बनाए. ओवल में 98 गेंदों पर 111 रनों की उनकी पारी ने इंग्लैंड को रोमांचक टेस्ट मैच में लगभग जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया था, लेकिन निर्णायक पलों में ब्रूक आउट हो गए. और भारत ने यह टेस्ट मैच छह रन से जीत लिया. बहरहाल बॉयकॉट ने कहा, 'मैं लंबे समय से मानता रहा हूं कि हैरी ब्रूक इस पीढ़ी के महान मध्यक्रम के खिलाड़ियों में से एक हो सकते हैं. उनके जैसे खिलाड़ी बार-बार नहीं मिलते, और वे वॉली हैमंड और डेनिस कॉम्पटन की श्रेणी में आ सकते हैं, जिन्हें इंग्लैंड के महानतम खिलाड़ियों में से हर कोई मानता है.
'नंबर-5 पर ऐसी क्षमता किसी में नहीं'
बॉयकॉट ने बुधवार को द टेलीग्राफ में अपने कॉलम में लिखा, 'मैं किसी को भी चुनौती देता हूं कि वह मुझे विश्व क्रिकेट में कोई और नंबर पांच या मध्यक्रम का बल्लेबाज बताए, जिसमें इतनी प्रतिभा हो, खेल को अपनी गिरफ्त में लेने की क्षमता हो और गेंदबाजों को इतना संघर्ष कराने की क्षमता हो.' ब्रुक के रन बनाने के अंदाज को और मजबूती तब मिली जब भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने उन्हें इंग्लैंड का प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना. ब्रूक के नाम अब एक तिहरे शतक सहित दस टेस्ट शतक हैं और उन्होंने 30 टेस्ट मैचों में 2820 रन बनाए हैं.
'बदले में बड़ा बोनस मिलता है'
बॉयकॉट ने कहा कि ब्रूक के पास इतने विविध स्ट्रोक्स हैं कि जब वह लय में आते हैं, तो गेंदबाजों पर हावी हो जाते है. वह हर क्षेत्र में रन बनाते हैं. गेंदबाजों को समझ नहीं आता कि उन्हें कहां गेंद फेंकनी है और एक बल्लेबाज के तौर पर यह एक शानदार स्थिति होती है.' अपने समय के महान बल्लेबाज ने कहा, ' मेरा हमेशा से मानना रहा है कि हर टीम को एक सच्चे, अप्रत्याशित बल्लेबाज की जरूरत होती है, जो असाधारण चीजें कर सके. हां, वे कभी-कभी बेतुके शॉट खेलते हैं, लेकिन हमें यह स्वीकार करना होगा क्योंकि बदले में आपको जो मिलता है वह बहुत बड़ा बोनस होता है.'
'ब्रूक को ये बातें समझनी होंगी'
बॉयकॉट ने आगे कहा, 'जब उनका दिन होता है तो वे मैच जिताने वाले होते हैं. उम्मीद है कि एशेज के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने पर ब्रूक अपनी बल्लेबाजी को लेकर ज़्यादा सतर्क रहेंगे. मुझे बस उम्मीद है कि हैरी इतना समझदार होगा कि अपना खेल न बदले, बल्कि स्थिति का आंकलन करे और थोड़ा और सावधान रहे. उसे बस इतना ही करना है. कई बार ऐसा होगा जब ऑस्ट्रेलिया अच्छी गेंदबाजी कर रहा होगा और उन्हें कुचलने की कोशिश करना समझदारी नहीं होगी.' बॉयकॉट बोले, 'उनका फ्रंट और बैकफुट दोनों पर अच्छा डिफेंस है. इसलिए ऐसा नहीं है कि वह क्रीज पर नहीं टिक सकते. यह शतरंज खेलने जैसा है. कई बार आपको क्रीज पर बैठकर अपने मौके का इंतजार करना होता है, फिर धमाका करना होता है.'