- इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज में ड्यूक बॉल को लेकर भारतीय खिलाड़ियों ने लगातार नाराजगी जताई है।
- दूसरे दिन भारतीय कप्तान शुभमन गिल और पेसर मोहम्मद सिराज ने रिप्लेसमेंट बॉल की गुणवत्ता पर अंपायर से तीखी बहस की।
- रिप्लेसमेंट बॉल दस ओवर पुरानी होने के बावजूद इतनी खराब थी कि उसे बीस या पच्चीस ओवर पुरानी गेंद जैसा दिखा।
England vs India: ऐसा पहली बार नहीं है, जब इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जा रही सीरीज (Eng vs Ind) में बॉल को लेकर बवाल मचा है. पिछले दोनों टेस्ट मैचों में भी समय-समय पर भारतीय बॉलरों ने ड्यूक बॉल को लेकर नाराजगी दिखाई कि कंपनी के डायरेक्टर तक को सफाई देने पर मजबूर होना पड़ा, लेकिन शुक्रवार को दूसरे दिन (Second day) जो तस्वीरें कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) और पेसर मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) की देखने को मिली, वह फैंस ही नहीं, बल्कि कमेंट्री बॉक्स में महान सनी गावस्कर तक को चौंका गया. और मामला इस हद तक पहुंच गया कि गिल और सिराज दोनों की मैदानी अंपायर से जमकर बहस देखने को मिली. खासकर शांत रहने वाले गिल की तस्वीरें बताने के लिए काफी रहीं कि मामला भारत के लिहाज से कितना खराब हो चुका था.
इस वजह से पसंद नहीं आई रिप्लेसमेंट बॉल
दरअसल मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को भारतीय पारी के 80 ओवर पूरे होने के बाद भारत ने नई गेंद ली, लेकिन इस बॉल ने जल्द ही शेप खो दी. और रिप्लेसमेंट बॉल जो भारत को दी गई, उसने कप्तान गिल और सिराज का पारा गरम कर दिया. एक तरफ तो गिल सिर्फ दस ओवर बाद ही गेंद के आकार खोने से नाराज थे, तो बदले में मिली रिप्लेसमेंट बॉल ने उन्हें और गुस्से से भर दिया. पहली ही नजर में देखने में बिल्कुल नहीं लगा कि कि यह दस ओवर पुरानी बॉल है. ऐसा लगा रहा था कि मानो इस गेंद से बीस या पच्चीस ओवर गेंदबाजी हो चुकी हो.
'वास्तव में यह 10 ओवर पुरानी गेंद है?'
गिल और उस समय बॉलिंग कर रहे मोहम्मद स सिराज बांग्लादेशी अंपायर शरफुद्दौल से बुरी तरह उलझ गए. और सिराज को माइक पर कहते सुना गया; क्या यह 10 ओवर पुरानी गेंद है? सीरियसली ? गिल तो इतने ज्यादा गुस्से में दिखाई पड़े कि उन्होंने अंपायर के हाथों से गेंद छीन ली, लेकिन कड़े विरोध के बावजूद बांग्लादेशी अंपायर पर असर नहीं हुआ. और उन्होंने सिराज को गेंदबाजी के लिए रन-अप की ओर जाने का इशारा किया.
पंत ने भी मैच से पहले साधा था निशाना
तीसरा टेस्ट मैच शुरू होने से पहले ड्यूक बॉल पर उप-कप्तान ऋषभ पंत ने भी निशाना साधा था. पंत ने कहा था, 'उन्होंने अपने करियर कभी नहीं देखा कि रेड-बॉल इस हद तक अपनी शेप (आकार) खो सकती है. खिलाड़ी नियमित रूप से गेंद बदलने को लेकर अंपायर से गुहार लगा रहे हैं क्योंकि ड्यूक बॉल जल्दी ही शेप खो दे रही हैं. वहीं, सॉफ्ट होने के बाद बॉलरों को इस बॉल से कोई मदद नहीं मिल रही है.' भारतीय विकेटकीपर ने मैच से पहले कहा था, 'ड्यूक बॉल बड़ी समस्या बन चुकी है.' और वास्तव में पंत की बात तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन एकदम सही साबित ही नहीं हुई, बल्कि समस्या मानो चरम पर पहुंच गई.