Eng vs Ind: प्रसिद्ध कृष्णा ने इस आंकड़े से लगा दी प्रबंधन की ब्लंडर पर मुहर, 19 साल में पहले भारतीय बॉलर बने

England vs India, 2nd Test: प्रसिद्ध कृष्णा को लेकर सवाल पहले ही टेस्ट में उठे थे. दूसरे टेस्ट से पहले उन्हें लेकर शक थे..और ये सारे शक और सवालों ने टीम इंडिया की ब्लंडर की ओर इशारा कर दिया

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Eng vs Ind 2nd Test: भारतीय पेसर प्रसिद्ध कृष्णा
नयी दिल्ली:

क्रिकेट में कभी-कभी एक झलक ही अपने में काफी होती है कि कोई ब्लंडर हो गया है. और कुछ ऐसा ही टीम इंडिया के लंबू और पिछले दिनों आईपीएल के बेस्ट बॉलर रहे प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) ने बर्मिंघम टेस्ट के पहले सेशन में साबित कर दिया. लीड्स में पहली पारी में जैसे-तैसे तीन विकेट लेने वाले और दूसरी पारी में कोई विकेट न ले सके प्रसिद्ध कृष्णा को बर्मिंघम की XI में खिलाने को लेकर जोरदार बहस थी. बड़े दिग्गज उन्हें बाहर बैठाने की वकालत कर रहे थे. लेकिन तीसरे दिन पहले घंटे में जो कृष्णा ने पहला स्पेल फेंका, वह साल 2006 के बाद किसी भी भारतीय बॉलर का सबसे महंगा स्पेल बन गया. 

यह अनचाहा आँकड़ा कुछ कहता है!

प्रसिद्ध कृष्णा ने तीसरे दिन के पहले घंटे में शॉर्ट पिच और खराब लाइन और दिशा की मानो झड़ी लगा दी. पहले टेस्ट की तरह ही वह जम चुके और आसान पिच पर मानो इंग्लिश बल्लेबाजों के हुक और पुल की कड़ी परीक्षा ले रहे थे, लेकिन यह कोशिश कृष्णा पर कलंक लगा गई. और उन्होंने साल 2006 के बाद से टेस्ट में किसी भारतीय गेंदबाज द्वारा फेंकें जाने वाले सबसे महंगे स्पेल का अनचाहा रिकॉर्ड बना दिया. कृष्णा ने पांच ओवरों के कोटे में 50 रन दिए. उनकी बॉलिंग के दौरान ऐसा लगा रहा था कि मानो यह टेस्ट न होकर कोई वनडे या टी-20 मैच चल रहा हो. और इसी आंकड़े ने टीम इंडिया की ब्लंडर पर मुहर लगा दी. 

वास्तव में यह फैसला ब्लंडर बन गया 

बर्मिंघम में करीब-करीब तीन दिन के खेल से साफ है कि यह पूरी तरह से बैटिगं पिच है. और अगर यहां से जो हालात बनेंगे, तो वह भारतीय बॉलरों के लिहाज से अगर इलेवन में कुलदीप यादव होते तो इससे टीम गिल के आसार अंग्रेजों पर शिकंजा कसने के बहुत ज्यादा बढ़ जाते. और जो हाल तीसरे दिन प्रसिद्ध कृष्णा का पहले स्पेल में हुआ है, उसे देखकर तो यही लगता है कि कुलदीप यादव को इलेवन में न खिलाना प्रबंधन की एक ब्लडंर साबित हुआ. बहरहाल, अब देखते हैं कि प्रसिद्ध का बाकी बचे खेल में क्या हाल होता है, लेकिन यह बात जरूर है कि बचे तीन टेस्ट मैचों के लिए उनकी जगह अब और डांवाडोल जरूर हो गई है.

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(खबर जारी है)

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