टीम इंडिया धीरे-धीरे दूसरे टेस्ट की ओर बढ़ रही है, लेकिन पहले टेस्ट की हार ने पूर्व क्रिकेटरों, मीडिया और बाकी लोगों के लिए समीक्षा और आलोचना का दरवाजा खोल दिया है. अलग-अलग पहलुओं को तौला और मापा जा रहा है. अब पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) के नेतृत्व पर रोशनी डाली है. मांजरेकर ने गिल को प्रतिभाशाली बल्लेबाज बताते हुए गिल को अपनी कप्तानी की एप्रोच में बहुत ज्यादा डिफेंसिव होने के प्रति आगाह किया है.
स्टार-स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में मांजरेकर ने कहा, 'गिल के रूप में नंबर-4 पर एक उम्दा बल्लेबाज मिल गया है और समय और अनुभव के साथ ही उनमें और सुधार होगा.' उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद कर सकता हूं कि 108 और 120 पर पहुंचने के बाद अपनी पारी को आगे बढ़ाएंगे क्योंकि अब वह जानते हैं कि उनके विकेट गंवाने पर क्या हो सकता है. इसलिए यह ऐसी बात है, जिसे वह करना शुरू करेंगे.' हालांकि, गिल का नेतृत्व और उनका फील्डिंग सजाना जरूर मांजरेकर को खासा खटक गया.
पूर्व बल्लेबाज ने कहा, 'हालात घटादार थे और गेंद बहुत ज्यादा स्विंग नहीं हो रही थी. लेकिन गिल गिल फील्डिंग सजाने को लेकर बहुत ही ज्यादा डिफेंसिव थे. मुझे गिल की विराट के साथ तुलना करना एकदम बेतुकी बात लगती है क्योंकि यह किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए सही नहीं है. लेकिन आप कल्पना कर सकते हैं कि इन हालात में कोहली क्या करते.'
उन्होंने कहा, 'इन हालात में विकेट मिलते या नहीं मिलते, लेकिन कोहली यह जरूर दिखाते कि वह उन्हें आउट करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन गिल का व्यक्तित्व ऐसा नहीं है और न ही वह उस तरह के कप्तान हैं. लेकिन उन्हें बहुत ज्यादा डिफेंसिव होने की जरूरत नहीं है.'