Jasprit Bumrah creates history: हेडिंग्ले टेस्ट के दूसरे दिन शनिवार को भारतीयों का दिखाया ओवर कॉन्फिडेंस भारी पड़ा. पुछल्लों ने बल्ला भांजने में जल्दबाजी दिखाई, तो पहले तो उम्मीद से कम स्कोर बना, तो वहीं गेंदबाजों और फील्डरों ने निराशा किया. लेकिन इस निराशा के बीच जसप्रीत बुमराह (Jasprit Byumrah) ने जरूरत इतिहास रच दिया. बुमराह ने वह कर दिखाया, जो पहले न कपिल देव कर सके और न ही श्रीनाथ और न ही कोई तेज गेंदबाज. फिर स्पिनर की तो बात ही छोड़ दें क्योंकि यहां की पिचे पेसरों के अनुकूल मानी जाती हैं. बेन डकेट के चटकाए दूसरे विकेट के साथ ही बुमराह सेना देशों (दक्षिण अफ्रीका,इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया ) के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले एशिया के नंबर-1 गेंदबाज बन गए. और उन्होंने इस मामले में मात भी किसी और को नहीं, बल्कि वसीम अकरम को दी.
बुमराह आगे, अकरम पीछे
जस्सी ने दूसरे दिन साबित कर दिया कि वह क्यों वेरी-वेरी स्पेशल पेसर कहे जाते हैं. बुमराह ने अकरम को पछाड़ते हुए 60 पारियों में 147वां विकेट लिया, जबकि वसीम अकरम ने 55 पारियों में सेना देशों में 146 विकेट चटकाए थे. इस मामले में अनिल कुंबले (141) तीसरे, इशांत शर्मा (130) चौथे और मोहम्मद शम (123) पांचवें नंबर पर हैं.
....तो पहले ही दिन खाते में होते 6 विकेट !
इंग्लैंड की पारी में गिरने वाले तीनों विकेट बुमराह के खाते में गए, लेकिन वास्तव में दिन की समाप्ति पर यह आंकड़ा छह होता. दिन के आखिरी ओवर में दिन के फेंके आखिरी यानी इंग्लिश पारी के 49वें ओवर में बुमरान ने तीन नो-बॉल फेंकी. चौथी गेंद पर हैरी ब्रूक पूल करने की गेंद पर सिराज ने बेहतरीन कैच लपका, लेकिन यह भी नो बॉल हो गई. इससे पहले के स्पेल में बुमराह की गेंद पर गली में जायसवाल ने ओली पोप का आसान कैच छोड़ा, तो प्वाइंट पर बेन डकेट का कैच रवींद्र जडेजा के हाथों से छिटक गया, जो जड्डू के स्तर से एकदम आसान था. अगर, ये तीनों ही कैच भुनाए लिए गए होते, तो इंग्लैंड का स्कोर भी कम होता, तो उसके विकेट भी 3 के बजाय 6 होते. और यह सभी छह विकेट बुमराह के ही खाते में जमा होते.