- चेतेश्वर पुजारा ने टीम इंडिया के नंबर तीन बल्लेबाजी स्थान पर ढाई दशक तक स्थिरता और भरोसेमंद प्रदर्शन दिया
- उन्होंने एमएस धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा के कप्तानी के अलग-अलग अंदाजों और नेतृत्व शैली की प्रशंसा की
- पुजारा ने रहाणे की कप्तानी में 2020-21 ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मिली मुश्किल परिस्थितियों में मिली जीत को सराहा
Cheteshwar Pujara Exclusive Interview on Ndtv After Retirement: पिछले ढाई दशक तक टीम इंडिया की नंबर 3 पर बैटिंग को लेकर कभी कोई सवाल नहीं रहे. नंबर 3 बैटर को लेकर टीम इंडिया और उसके फ़ैन्स हमेशा आश्वस्त रहे. सिर्फ 48 घंटे पहले टीम इंडिया के ‘द. वॉल, मि. डिपेंडेबल, द रॉक और चेतेश्वॉरियर' ने क्रिकेट को अलविदा कहा तो टीम इंडिया के कई दिग्गजों की राय एक जैसी रही कि चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट में अपनी तरह के आखिरी क्रिकेटर साबित होंगे. NDTV से EXCLUSIVE बातचीत में पुजारा ने अपने मां-बाप, कोच करियर, रिटायरमेंट और अपने बेस्ट मोमेंट से लेकर पूरे सफ़र पर अपनी बेबाक राय रखी. पुजारा ने अपने सभी कप्तानों के साथ टीम इंडिया के मौजूदा कप्तान शुभमन गिल को लेकर भी कहा कि उन्हें थोड़ा वक्त देने की ज़रूरत है.
धोनी, विराट, रोहित का अलग स्टाइल
करीब डेढ़ दशक के करियर के यादों का पिटारा खोलते हुए चेतेश्वर पुजारा ने बताया कि कैसे जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 2010 में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की तो एमएस धोनी टीम के कप्तान थे और टीम में एक से बढ़कर एक दिग्गज शामिल थे, जिनसे उन्होंने बहुत सीखा.
पुजारा कहते हैं, “2010 में जब मैं टीम में आया, उस वक्त टीम में धोनी के अलावा सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, विरेन्द्र सहवाग, ज़हीर ख़ान और हरभजन सिंह जैसे धुरंधर मौजूद थे. लेकिन कप्तान धोनी का अलग स्टाइल था. वो बहुत ही कूल और कंपोज़्ड थे. पूरी टीम को साथ लेकर चलते थे.” उन्होंने विराट कोहली के आक्रामक तेवर और विदेश में जीत की ललक, रोहित शर्मा का डेमोक्रैटिक अंदाज़ और खिलाड़ियों से उसका बेस्ट निकालने के अंदाज़ की भी तारीफ़ की.
रहाणे की कप्तानी की तारीफ
पुजारा इस बीच अजिंक्य रहाणे की कप्तानी के भी कायल दिखे. उन्होंने 2020-21 का भारत का वो ऑस्ट्रेलियाई दौरा याद दिलाया जब भारत ऐडिलेड की पहली पारी में 36 रन बनाकर मैच हार गया था. पुजारा ने कहा, “रहाणे की कप्तानी में भारत ने विपरीत हालात में 2-1 से सीरीज़ जीता. रहाणे उस सीरीज़ में टीम के उम्दा कप्तान रहे. उनकी तारीफ़ करनी पड़ेगी.”
शुभमन गिल ने इंग्लैंड में किया कमाल, लेकिन..
2-2 से ख़त्म हुई भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ के दौरान शुभमन गिल की कप्तानी और बैटिंग को लेकर दूसरे कई क्रिकेट एक्सपर्ट और फ़ैन्स की तरह चेतेश्वर पुजारा भी उनके मुरीद दिखे. पुजारा इस दौरान पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर और हर्षा भोगले के साथ SONY SPORTS Network पर कॉमेन्ट्री और विश्लेषण करते रहे.
कप्तान और बैटर शुभमन गिल को लेकर पुजारा ने कहा, “शुभमन गिल की सबसे ख़ास बात ये है कि वो अपनी बैटिंग पर कप्तानी की असर नहीं होने देते. बैटिंग में उन्होंने जो किया वो कमाल की बात है. पूरी सीरीज़ में उन्होंने 700 से ज़्यादा रन बनाये. उन्होंने कप्तानी भी बहुत अच्छी की. फील्ड प्लेसमेंट, स्ट्राटेजी बनाना, टीम को लीड करना इन सबमें वो लाजवाब रहे. लेकिन किसी कप्तान यो खिलाड़ी को जज करने के लिए उन्हें थोड़ा वक्त देना चाहिए. इसके बाद उन्हें सही तरह से आंका जा सकेगा. फिलहाल उनमें और इस टीम में बहुत पोटोंशियल नज़र आता है.”