Maxwell reveals Australian weakness: जब वक्त का पहिया घूमता है, तो कुछ ऐसा ही होता है. एक वक्त था, जब कंगारू सीरीज से महीनों पहले ही सामने वाली टीम पर शब्दबाण दागना शुरू कर देते थे, लेकिन पिछली दो सीरीज में भारत ने उसे घर पर 2-1 से क्या धोया कि मानो पूरी हवा ही बदल गई है. बॉर्डर-गावस्कर सीरीज शुरू होने में अभी करीब दो महीने का समय है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उसके पूर्व ही नहीं, बल्कि वर्तमान खिलाड़ियों के बयान काफी कुछ कह और बता रहे हैं. अब ताजा बयान उसके स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल का है और यह बताने के लिए काफी है कि बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले और सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शुमार हो चुके रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा किस हद तक कंगारुओं के दिमाग में घुस चुके हैं. और यह हाल तब है, जब ऑस्ट्रेलिया की पिचें भारत जैसी स्पिनरों की मददगार नहीं है.
ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने कहा,"आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि मेजबान टीम के बल्लेबाज भारत की शीर्ष स्पिन जोड़ी रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा से किस तरह निपटते हैं. भारत ने 2018-19 और 2020-21 के दौरे पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. और अब टीम की निगाहें लगातार तीसरी श्रृंखला कब्जाने पर लगी हैं. भारत एशिया का एकमात्र देश है जिसने टेस्ट श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर शिकस्त दी है.
मैक्सवेल ने कहा, "अक्सर अश्विन और जडेजा की जोड़ी खेल का नतीजा तय करती है. मेरा मानना है कि लंबे समय तक अश्विन और जडेजा जैसे गेंदबाजों के खिलाफ खेलने के बाद ऐसा लगता है कि हमने लगातार इन दोनों का सामना किया है. और अक्सर उनके खिलाफ हमारा प्रदर्शन मैच का नतीजा तय करता है."मैक्सवेल हालांकि अब ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट क्रिकेट की योजना का हिस्सा नहीं हैं और 2017 में अपना अंतिम टेस्ट खेला था, लेकिन उनका अपने बल्लेबाजों को यह कहना बड़ी बात हैा कि भारत के सीनियर स्पिनरों के खिलाफ उन्हें बेहतरीन बल्लेबाजी करनी होगी. अश्विन और जडेजा ने मिलकर 330 पारियों में 821 विकेट झटके हैं जिसमें से 50 दफा वे पांच विकेट झटक चुके हैं.
उन्होंने कहा, "अगर हम इन दोनों (अश्विन और जडेजा) के खिलाफ अच्छा खेलते हैं तो हम अच्छी स्थिति में होंगे. ये दोनों खिलाड़ी मेरे करियर में ज्यादातर समय गेंदबाजी करते रहे हैं.और अब यही काम जसप्रीत बुमराह कर रहे हैं. मैं 2013 में मुंबई में आईपीएल में उनके पहले सत्र में वहां था और नेट्स में लगभग हर दिन उनका सामना करता था. वह तब युवा प्रतिभा था और अब उसे इस तरह शानदार तरीके से आगे बढ़ते हुए देखना अद्भुत है, जो सभी तीनों प्रारूपों संभवत: सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं."