बीसीसीआई ने टीम इंडिया के हेड कोच नियुक्ति में धोनी से मांगी मदद, क्या यह दिग्गज...

यूं तो टीम इंडिया का हेड कोच बनने के लिए कई दावेदार हैं, लेकिन बीसीसीआई का मन खास कोच पर ही अटका हुआ है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
बीसीसीआई ने एमएस धोनी के मिड्ल मैन बनाया है
नई दिल्ली:

पिछले दिनों भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पिछले दिनों टीम इंडिया हेड कोच के लिए विज्ञापन निकालने के बाद से कई प्रबल दावेदारों के नाम सामने आए. इसमें सबसे पहले जस्टिन लैंगर ने सबसे पहले पहल की, तो इसके बाद स्टीफन फ्लेमिंग, गौतम गंभीर, वीवीएस लक्ष्मण सहित कई और दावेदारों के नाम फिजां में रहे. सबसे हालिया गौतम गंभीर से अनौपचारिक बात की भी खबरें बीसीसीआई के सूत्रों के हवाले से आई, लेकिन "गंभीर बातचीत" के बाद बीसीसीआई का मन फिर से फ्लेमिंग की ओर हो चला है. और अब सूत्रों के हवाले से छनकर आ रही खबरों के अनुसार फ्लेमिंग को राजी करने के लिए बीसीसीआई ने धोमी की मदद ली है. अब धोनी सीएसके के कोच को कैसे भरोसे में ले पाते हैं, ये देखने वाली बात होगी.  

फ्लेमिंग की ये दो हैं सबसे बड़ी चिंताएं

इसमें कोई दो राय नहीं कि अनुभव और रिकॉर्ड के लिहाज से फ्लेमिंग का कोई जोड़ नहीं है. लेकिन फ्लेमिंग की सबसे बड़ी दो चिंताएं हैं. एक तो बाय है कि उनके पास चेन्नई सुपर किंग्स के अलावा टेक्सास सुपर किंग्स (अमेरिका), जोहानिसबर्ग किंग्स (दक्षिण अफ्रीका) और साउदर्न ब्रेव (इंग्लैंड) के भी कोच हैं. इनके साथ फ्लेमिंग का शॉर्ट-टर्म अनुबंध हैं और इसके कारण वे परिवार के साथ समय गुजार पाते हैं. वहीं, बीसीसीआई की हेड कोच के साथ कम से कम साल में दस महीने टीम के साथ रहना वह बात है, जो फ्लेमिंग के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय हो चला है. फ्लेमिंग ने बीसीसीआई को इनकार नहीं किया है, पर उन्होंने अपनी चिंताएं साझा बोर्ड से कर दी हैं. 

ऐसे बनाई बीसीसीआई बीसीसीआई ने धोनी की भूमिका

धोनी के साथ फ्लेमिंग के खासे अच्छे संबंध हैं. पिछले कई सालों से दोनों साथ काम कर रहे हैं. बीसीसीआई का मानना है कि धोनी का प्रभाव फ्लेमिंग के टीम इंडिया के कोच बनने के फैसले पर असर डाल सकता है. बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार आईपीएल के दौरान धोनी के जरिए बातचीत का रास्ता न खोलना एक सही बात नहीं थी, लेकिन अब यह तरीका कारगर साबित हो सकता है. अब जबकि टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी आखिरी दौर में हैं और टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है, तो बीसीसीआई किसी अनुभवी दिग्गज को टीम से जोड़ना चाहता है. कुल मिलाकर बोर्ड ने धोनी के जरिए फ्लेमिंग के ऊपर दबाव बनाया है. अब यह दबाव कितना कारगर साबित होता या यह कैसे काम करता है, यह देखने वाली बात होगी.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Bahraich Violence Bulldozer Action: Supreme Court का आदेश, कल तक नहीं चलेगा बुलडोजर