- जेमिमा रॉड्रिगेज की बल्लेबाजी ने भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में मजबूत स्थिति दिलाई थी
- ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम का लगातार पंद्रह मैचों का विजयी रथ भारत के खिलाफ टूटा है
- कप्तान एलिसा हीली द्वारा छोड़ा गया आसान कैच ऑस्ट्रेलिया के विश्व कप से बाहर होने का प्रमुख कारण बना
करोड़ों भारतीयों का गौरव आसमान पर है, फैंस गर्वीली हवाओं में गोते लगा रहे हैं, वीरवार को मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में जेमिमा रॉड्रिगेज रूपी रूपी इत्र जो फिजाओं में बहा, वह पूरे क्रिकेट जगत को सुगंधित कर गया. और इस इत्र से ताउम्र करोड़ों भारतीय मदहोश रहेंगे! जब-जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सेमीफाइनल के पल करोड़ों भारतीय प्रशंसकों के ज़हन में कौंधेंगे, उनके रौंगटे खड़े हो जाएंगे. दूसरी ओर कंगारू दंभ जमींदोज है. उसकी महिला टीम का लगातार 15 मैचों का विजयी रथ चूर-चूर जमीन पर टूटा पड़ा है. पस्त योद्धा पीड़ा से कराह रहे हैं. और सबसे ज्यादा दर्द ऑस्ट्रेलिया दिग्गज अनुभवी कप्तान-विकेटकीपर एलिसा हीली को है. और यह दर्द उन्हें ताउम्र सालता रहेगा, यह पीड़ा हीली को रातों को सोते-सोते जगा देगी. ठीक वैसी ही करीब 26 साल पहले की पीड़ा, जो आज भी दक्षिण अफ्रीकियों को सोने नहीं देती. जिस पीड़ा को आज भी हर्शल गिब्स ढो रह हैं. और अब इस पीड़ा से ऑस्ट्रेलिया गुजर रहा है, सभी के दिलों से एक ही आवाज निकल रही है- ओह हीली! ये क्या किया, विश्व कप ड्रॉप कर दिया!
कैच क्या छूटा, विश्व कप ड्रॉप हो गया!
विशाल 339 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जेमिमा-हरमनप्रीत टीम इंडिया की ट्रैक से उतरी गाड़ी को फिर से पटरी पर लाकर 'डबल इंजन' के साथ इसे सरपट दौड़ा जाए जा रही थीं. जेमिमा के बल्ले से शॉट ठीक उसी धुन से वैसे ही बह रहे थे, जिस धुन से वह मैदान के बाहर डांस करती हैं या जिस धुन से वह गिटार बजाती हैं. कंगारुओं की शारीरिक भाषा कुंद पड़ने लगी लगी थी, दबाव का असर लगातार 15 जीत हासिल करने वाली और वर्तमान चैंपियन टीम पर भी पड़ना शुरू हो गया था. लेकिन यहां से एक बड़ा मौका ईश्वर ने उन्हें दिया, जो भारत का फाइनल में पहुंचने का सपना चूर कर सकता था. भारतीय बैटिंग के 33वें ओवर की तीसरी गेंद पर लेग स्पिनर एलाना मारिया किंग के खिलाफ जेमिमा ने पहली और बड़ी गलती की.
दूर की गेंद पर क्रॉस-बैट स्लॉ स्वीप खेलने की कोशिश...जेमिमा चूकीं..चूकनी ही थीं, गलत शॉट का चयन किया था.. बल्ले का ऊपरी किनारा और गेंद ऊंची हवा में...स्टंप्स के पीछे से कप्तान हीली दौड़ीं..नजरें गेंद पर..हीली बिल्कुल गेंद के नीचे..गेंद आई, लेकिन हथेलियों को छूती हुई जमीं पर जा गिरी..हीली के चेहरे का रंग पीला..कंगारुओं फैंस के चेहरों का रंग पीला..आवाज गले में अटक गई. निश्चित तौर पर हीली ही नहीं, कोई भी विकेटकीपर सौ में से 99 बार यह आसान कैच पकड़ लेगा, लेकिन बचा एक मौका हीली के लिए सबसे बड़े मैच में आया. हाथ में हाई दुनिया निकल चुकी थी. चिड़िया खेत चुग चुकी थी! अजब सन्नाटा, लेकिन दिल से यही निकल रहा था-ओह हीली ये क्या किया! सब समझ चुके थे, यह कैच नहीं, ऑस्ट्रेलिया के हाथों से विश्व कप ड्रॉप हो गया! जेमिमा तब 83 पर थीं. कैच पूरे 44 रन महंगा साबित हुआ और यह हीली और ऑस्ट्रेलियाई प्रशंसकों को ऐसा गम दे गया, जो उन्हें ता उम्र सालता रहेगा! एकदम ठीक वैसा ही गम, जो आज भी पूर्व और वर्तमान क्रिकेटर सहित पूरे दक्षिण अफ्रीका को सालता है
26 साल से यह कैच दक्षिण अफ्रीकियों को दे रहा गम, अब ऑस्ट्रेलियाई 'रोते' रहेंगे!
यह साल 1999 का विश्व कप था. सुपर-6 राउंड के तहत हेडिग्ले में 13 जून 1999 को ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच बहुत ही अहम मुकाबला था. ऑस्ट्रेलिया 272 रनों का पीछा कर रहा था. एक समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 3 विकेट पर 153 रन था..चीजें कंगारुओं की तरफ आसानी से जा रही थीं..क्लूजनर के फेंके 31वें ओवर की आखिरी गेंद पर स्टीव वॉ ने फ्लिक किया..गेंद मिडविकेट पर खड़े गिब्स के हाथ में गई..गिब्स ने पकड़ा..खुशी में ऊपर उछाला..उछाला क्या यहां से यह जमीं पर आ गिरा..वही नजारा, जो हीली के कैच छोड़ने के बाद था...सन्नाटा..स्टीव वॉ तब 56 रन पर थे..वॉ ने गिब्स से कहा-'यू हेव ड्रॉप्ट का वर्ल्ड कप मेट.' वॉ ने यहां से इसे साबित किया. नॉबाद 120 रनों की पारी से 2 गेंद बाकी रहते ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला कर. यह सिटर (क्रिकेट भाषा में बहुत ही आसान कैच) पूरे 64 रन महंगा साबित हुआ. दक्षिण अफ्रीकी आज तक इस कैच को लेकर 'रोते' हैं. अब ऑस्ट्रेलियाइयों की बारी है! ओह हीली! ये क्या किया!














