गाबा में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद लक्षण पूरी तरह दिखने लगे है कि आगे की कहानी क्या है. कंगारुओं को पहली पारी में 445 रनों पर सिमटने के बाद ड्रेसिंग रूम में भारतीय बल्लेबाजों को राहत की सांस भी अच्छी तरह नहीं मिली होगी कि टीम इंडिया का स्कोर 4 विकेट पर 51 रन हो गया. कंगारुओं की पारी में जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) अपने पंजे को "छक्के" में बदलने में सफल रहे, लेकिन इससे पूर्व दिग्गज और हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) खुश नहीं हैं.शास्त्री ने भारतीय बॉलिंग के प्रदर्शन में अनियमितता को लेकर चिंता जाहिर की है.
शास्त्री ने कहा, "प्रदर्शन में नियमितता भारतीय गेंदबाजों के लिए बहुत ही अहम है. और जब बात ऑस्ट्रेलिया में भारतीय गेंदबाजों की आती है, तो केवल बुमराह ने ही "सही" बातें की हैं." पूर्व कोच ने कहा, "भारतीय गेंदबाज स्टंप्स के दोनों तरफ बहुत ज्यादा रन दे रहे हैं. बुमराह ने सही चीजें की हैं, लेकिन जब आप बाकी की तरफ देखते हो, तो आप सोचते हैं-क्या आप सही कर सकते हैं?"
एकदम जायज है शास्त्री की चिंता
पूर्व हेड कोच की चिंता एकदम वाजिह है. दूसरे दिन पांच विकेट लेने वाले बुमराह को छोड़कर सभी गेंदबाज संघर्ष करते रहे. पहले दो ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ ने भारत को रुलाया. इसके बाद जब कंगारुओं का स्कोर 7 विकेट पर 405 रन था, तो भारतीय गेंदबाज उसकी पारी को जल्द ही समेटेने में नाकाम रहे. इसकी वजह बॉलरों ने अच्छी गेंदबाजी नहीं की. वहीं, दूसरा सवाल सब यही कर रहे हैं कि जब दूसरे छोर से बुमराह को मदद नहीं मिल रही है, तो भारत से मोहम्मद शमी को कर्यों ऑस्ट्रेलिया नहीं भेजा रहा है है.
(इनपुट: AFP)