अब भूमिका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (Australis vs India 3rd Test) तीसरे टेस्ट के लिए बनने लगी है. पूर्व क्रिकेटरों के बयान आने शुरू हो गए हैं, तो इसी बीच ब्रिस्बेन के गाबा में होने वाले तीसरे टेस्ट की पिच का लुक सामना आ गया है. और निश्चित ही इस लुक को देखने के बाद टीम इंडिया खुश भी होगी, तो थोड़ी चिंतित भी. वहीं, कंगारू का हालिया रिकॉर्ड भी मेजबानों के लिए थोड़े से ज्यादा चिंता की बात है. ऑस्ट्रेलिया इस मैदान पर खेले पिछले दोनों ही टेस्ट मैच हारा है. इसी साल जनवरी में खेले गए टेस्ट में उसे विंडीज ने मात दी थी, तो साल 2021 में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की शानदार बल्लेबाजी से 329 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ जीतों में से एक जीत दिलाई थी.
क्यूरेटर की राय अलग है!
इन दो हारों के बीच ऑस्ट्रेलिया के पास दिसंबर में मिली जीत है. और गाबा के क्यूरेरटर डेविड सैंडरस्की ने स्वीकारते हुए कहा कि चार सप्ताह का अंतर पिच पर खासा अंतर डाल सकता है. उन्होंने कहा, "निश्चित तौर पर साल का अलग समय अंतर पैदा करता है. यह खासी अलग पिच हो सकती है. सीजन के आखिरी हिस्से में पिच थोड़ा टूट सकती है, तो वहीं सीजन की शुरुआत में इस्तेमाल होने वाली थोड़ा ताजा होती और उसमें थोड़ा ज्यादा मदद हो सकती है", सैंडरस्की बोले, सच कहूं तो हम ऐसी पिच तैयार करेंगे, जो हर समय समान बर्ताव करे. इसमें ऐसी गति और उछाल रहे, जिसके लिए गाबा जाना जाता रहा है"
वॉन की कंगारुओं को सलाह
वहीं, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और अपने कमेंटों के लिए सुर्खियों में रहने वाले माइकल वॉन ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को सलाह देते हुए अपील की है कि "वे गाबा में नियमित रूप से शॉर्ट गेंद फेंकें", मतलब साफ है कि तीसरे टेस्ट में उछाल भरी पिच मिलने जा रही है. और पिच का जो पहला लुक सामने आया है, वह एकदम हरियाला है और इससे भारतीय खेमे में मिश्रित भाव होगा.
सिर्फ पांच ही बार हुआ है ऐसा
ऑस्ट्रेलिया की बात करें, तो साल 1931 से लेकर अभी तक मेजबान टीम क्रिसमस के बाद गाबा में सिर्फ पांच ही टेस्ट मैच खेली है. और इनमें से तीन में उसे हार का सामना करना पड़ा. उसके लिए यह भी राहत ही कि यह टेस्ट मैच क्रिसमस से पहले खेला जाएगा. वैसे अगले साल गाबा में एशेज का दूसरा टेस्ट मैच खेला जाएगा. दिसंबर के पहले हफ्ते में खेला जाने वाला यह टेस्ट डे-नाइट मुकाबला होगा.
...इसलिए है भारत के लिए फिफ्टी-फिफ्टी बात
टीम इंडिया के लिए सकारात्मक बात यह है कि भारतीय बल्लेबाज फिर से रेड-बॉल की ओर रुख करेंगे. वहीं, पिच अगर तेज है, तो माना जा सकता है कि यह भारतीय पेसरों को ठीक वैसे ही रास आएगी, जैसे पर्थ में भा गई थी. पर्थ की तेज पिच पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों से हराकर सीरीज 1-0 की बढ़त हासिल की थी. इस तेज पिच पर बुमराह की अगुवाई में भारतीय पेसरों ने शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन चिंता की बात भारत के लिए दो हैं. पहली तो यह है कि टीम इंडिया हारकर आ रही है, तो वहीं उसके बल्लेबाज उम्मीद के हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं.