जो World Cup इतिहास में कभी नहीं हुआ, वह जारी World Cup 2023 में ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान (Australia vs Afghanistan) के बीच खेले गए मुकाबले के दौरान हुआ. और जिसने भी देखा, उसके पास ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) की तारीफ के लिए शब्द नहीं बचे. एक ऐसी सुनामी से भरा नाबाद दोहरा शतक (201, 128 गेंद, 21 चौके, 10 छक्के), जिसकी मिसाल हमेशा क्रिकेट इतिहास में दी जाएगी. लेकिन एक पहलू ऐसा भी रहा, जो किसी रिकॉर्ड में भी नहीं आता और जिसकी कोई कैटेगिरी भी नहीं होती. लेकिन इसकी अनदेखी कभी भी नहीं हो सकती, और जब भी मैक्सवेल (Glen Maxwell's Wonder) के करिश्मे की चर्चा होगी, तो इस पहलू की बात सबसे ज्यादा होगी.
यहां से शुरू हुई सारी कहानी
यह पारी का 38वां ओवर था. और इस दौरान ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 7 विकेट पर 216 रन था. और मैक्सवेल 93 गेंदों पर 126 रन बनाकर क्रीज पर थे. यूं तो मैक्सवेल पहले से ही लड़खड़ा रहे थे, लेकिन यहां उनकी मांसपेशियों में इतना ज्यादा खिंचाव आया कि कंगारू बल्लेबाज बुरी तरह से कराह उठे. ऐसा लगा कि अफगानिस्तानियों को वह मौका मिल गया, जिसे वह तलाश रहे थे. ऑस्ट्रेलियाई फिजियो मैदान पर आए जरूर, लेकिन यहां से मैक्सवेल "लगभग एक टांग" पर रह गए. यहां से मैक्सवेल की एक टांग लगभग "सुन्न" हो गई. वह बिल्कुल भी दौड़ नहीं पा रहे थे. अगर एक-दो मौके पर दौड़े जरूर, तो बहुत ही लड़खड़ाते हुए और गिरते पड़ते हुए. लेकिन इसका फायदा भी अफगानी नहीं उठा सके.
इस बात का कोई रिकॉर्ड नहीं
वास्तव में मैक्सवेल का यह करिश्मा ऐसा रहा, जिसकी कोई रिकॉर्ड कैटेगिरी भी नहीं है. कहीं इस बात का जिक्र नहीं होता कि इस स्थिति में कब किस बल्लेबाज ने कितने रन बनाए. और इस दौरान मैक्सवेल ने 35 गेंदों पर नाबाद आतिशी 75 रन बनाए. और इसी पहलू का कोई रिकॉर्ड या कैटेगिरी नहीं होती कि "ऐसी स्थिति" के साथ कब किस बल्लेबाज ऐसे हालात (7 विकेट गिरने के बाद) में ऐसे 75 रन बनाते हुए दोहरा शतक पूरा किया. और इसमें कई छक्के ऐसे थे, जिनकी मिसाल दी जाएगी, लेकिन अफगानिस्तानी इस "एक टांग" के हालात को भी नहीं भुना सके.