- रिकी पोंटिंग ने कहा कि इंग्लैंड का बैजबॉल रवैया खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया में एशेज जीतने के लिए डिजाइन किया गया था
- मैकुलम औरस्टोक्स के नेतृत्व में इंग्लैंड की आक्रामक खेल शैली पिछले दो वर्षों से एकजुट होकर तैयार की गई है.
- बैजबॉल रणनीति ने इंग्लैंड को टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड स्ट्राइक रेट से रन बनाने में मदद दी है.
Ricky Ponting Statement about England's Bazball: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने एशेज सीरीज 2025 की शुरुआत से पहले बड़ी बयान देते हुए कहा है कि टेस्ट में इंग्लैंड का बैजबॉल रवैया खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया में एशेज जीतने के लिए डिजाइन किया गया था. दोनों देशों के बीच 21 नवंबर से एशेज सीरीज की शुरुआत होने जा रही है. रिकी पोंटिंग ने '7न्यूज' को बताया कि कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स के नेतृत्व में इंग्लैंड की आक्रामक शैली हमेशा ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में महारत हासिल करने पर केंद्रित रही है.
बैजबॉल को लेकर रिकी पोंटिंग ने कहा,"वह एक ऐसी टीम है, जो दो साल (2023 एशेज के बाद से) से एक साथ है. वह एशेज की तैयारी कर रहे हैं. मैं ब्रेंडन को अच्छी तरह जानता हूं, बैजबॉल सिर्फ इसी एक सीरीज के लिए डिजाइन किया गया था. पिछले दो सालों में जो कुछ भी हुआ, उसे भूल जाइए. यह सब एक टीम को एकजुट करने और एक ऐसी खेल शैली को लेकर था, जो ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच जीत सके. उन्होंने पिछले 25 सालों में ऐसा सिर्फ चार बार किया है. इस सीरीज में उन्हें कम से कम तीन मैच जीतने होंगे, इसलिए मैं यह देखने के लिए उत्सुक हूं कि वे कैसा खेलते हैं."
2023 एशेज की शुरुआत इंग्लैंड के इरादे के संकेत के साथ हुई. ऑस्ट्रेलिया ने एजबेस्टन में शुरुआती ओवरों के लिए एक डीप बैकवर्ड प्वाइंट तैनात किया था, लेकिन इसके बावजूद जैक क्रॉली ने कवर के ऊपर से चौका जड़ दिया. पोंटिंग को उम्मीद है कि इंग्लैंड पूरी गर्मियों में इसी आक्रामक रुख को जारी रखेगा.
उन्होंने कहा,"मुझे नहीं लगता कि वे बदलेंगे. मैंने पिछले दो सालों में उन्हें काफी देखा है. मुझे पता है कि वे उसी तरह खेलेंगे. बेन डकेट और जैक क्रॉली उसी तरह खेलेंगे जैसे वे हमेशा से खेलते आए हैं. अगर वे ऐसा कर सकते हैं, तो इंग्लैंड टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनेगा और चौथी पारी में विपक्षी टीम की पहली पारी से ज्यादा रन बनाने के लिए खुद पर भरोसा करेगा."
क्या है बैज़बॉल क्रिकेट
बैज़बॉल' शब्द का उपयोग मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स की अगुवाई में इंग्लैंड के टेस्ट खेलने की रणनीति को लेकर किया जाता है. खेल के दिनों में मैकुलम को उनके साथी 'बैज़' कहकर पुकारते थे. मैकुलम ने मई 2022 में अपनी नियुक्ति के बाद से इंग्लैंड टीम की टेस्ट खेलने की शैली में काफी बदलाव किया है. उनके कोच रहते इंग्लैंड का ध्यान टेस्ट में आक्रामक बल्लेबाजी करना और हर हाल में मैच का रिजल्ट सुनिश्चति करना दिखता है. इसने बल्लेबाजी प्रदर्शन को भी बढ़ावा दिया है, जिससे इंग्लैंड रिकॉर्ड-ब्रेकिंग गति से रन बना रहा है, जो एक ऐसे कोच से प्रेरित है, जिसके नाम खुद टेस्ट इतिहास में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड है.
जब से इंग्लैंड ने बैज़बॉल शैली अपनाई है, वो रिकॉर्ड स्ट्राइक रेट से रन बना रही है. बैज़बॉल' शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल ईएसपीएन क्रिकइन्फो के पत्रकार एंड्रयू मिलर ने किया था और इसने लोकप्रियता हासिल की. यहां तक कि नवंबर 2023 में इसे कोलिन्स डिक्शनरी में भी जोड़ा गया. हालांकि इसकी काफी आलोचना हो रही है, लेकिन मैकुलम के नेतृत्व में इंग्लैंड की टीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की पुरुष टेस्ट टीम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गई है.
यह भी पढ़ें: Ashes Series 2025: पर्थ टेस्ट के लिए इंग्लैंड ने किया 12 खिलाड़ियों के नाम का ऐलान, धाकड़ गेंदबाज की हुई वापसी













