Vinesh Phogat On Star Indian Cricketers: विनेश फोगट बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक जैसे नामी पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के प्रमुख के खिलाफ लगाए गए यौन शोषण के आरोपों पर न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर उतर आए हैं. कार्रवाई की प्रतीक्षा में, पहलवान सड़कों पर सो रहे हैं, अधिकारियों से 'मी टू' के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने का अपील कर रहे हैं. इसी बीच विनेश फोगट ने स्टार भारतीय क्रिकेटरों और कई और टॉप भारतीय खिलाड़ियों की चुप्पी पर सवाल उठाया है.
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए विनेश ने देश के टॉप क्रिकेटर्स पर तीखा हमला करते हुए पूछा कि जब आप अक्सर सोशल मीडिया पर ओलंपिक या कॉमनवेल्थ जैसे खेलों में एथलीटों की उपलब्धियों पर टिप्पणी करते हैं तो वे इस मामले पर चुप क्यों हैं. उन्होंने कहा, "पूरा देश क्रिकेट की पूजा करता है, लेकिन एक भी क्रिकेटर ने कुछ नहीं कह रहा. हम यह नहीं कह रहे हैं कि आप हमारे पक्ष में बोलें, लेकिन कम से कम एक संदेश दें और कहें कि किसी भी खिलाड़ी के लिए न्याय होना चाहिए. यहीं दर्द होता है." मैं... चाहे वह क्रिकेटर्स हों, बैडमिंटन खिलाड़ी हों, एथलेटिक्स हों, बॉक्सिंग हों...सभी से यही कहना चाहती हूं."
उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं है कि हमारे देश में बड़े एथलीट नहीं हैं. क्रिकेटर्स हैं...अमेरिका में ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन के दौरान उन्होंने अपना समर्थन दिखाया. क्या हम इतने भी लायक नहीं हैं." विनेश ने हैरानी जताते हुए कहा कि क्या ये क्रिकेटरों और बाकी खिलाड़ियों के साथ कोई समझौते किए हुए हैं या उन्हें चुप रहने के लिए मजबूर कर रहे हैं या वे 'सिस्टम'से डरते हैं. "लेकिन हम नहीं जानते कि वे किससे डरते हैं. मैं समझती हूं कि वे चिंतित हो सकते हैं कि यह उनके ब्रांड एंडोर्समेंट को प्रभावित कर सकता है. शायद इसीलिए वे खुद को एथलीट्स के साथ जोड़ने से डरते हैं. लेकिन इससे मुझे दुख होता है.
"जब हम कुछ जीतते हैं तो आप हमें बधाई देने के लिए आगे आ आते हैं. क्रिकेटर्स ट्वीट भी करते हैं. अब क्या हो गया? क्या आप सिस्टम से डरते हैं? या हो सकता है कि वहां भी कुछ गड़बड़ चल रहा हो." ? उनके दाल में भी काला है, ये मान के चले हम?," विनेश ने आगे कहा कि जिन लोगों ने इस मामले पर एक शब्द भी नहीं कहा, उनके पास दिल भी नहीं है. लोग कहते हैं पहलवानों का दिमाग घुटनो में होता है. लेकिन मैं कहूंगी कि हमारा दिल, दिमाग... सब कुछ सही जगह पर है. बाकी एथलीट्स को यह जांचने की जरूरत है कि उनका दिमाग कहां है. दिल तो उनके पास है नहीं."
भारतीय पहलवान ने क्रिकेटरों और बाकी एथलीटों से ये भी कहा कि अगर वे इस समय उनका समर्थन नहीं कर सकते हैं तो देश के लिए पदक जीतने पर भी उनका समर्थन न करें. उन्होंने कहा, "आप तस्वीरें डालते हैं, आपने ब्रांड का प्रमोशन करते हैं... क्या आप एक पोस्ट नहीं डाल सकते हैं कि हमारे साथ न्याय होना चाहिए. हम बस यही अनुरोध करते हैं." "अगर हम संघर्ष के इस समय में आपके समर्थन के लायक नहीं हैं, तो भगवान ने चाहा, अगर हम कल पदक जीतते हैं - और हम इसके लिए बहुत मेहनत करेंगे, तब हमें बधाई देने न आएं. यह न कहें कि आपको हमारी क्षमताओं में विश्वास था. इसलिए अब आप हम पर शक कर रहे हैं. विनेश फोगाट के आरोप साफ तौर पर बाकी खेलों के टॉप खिलाड़ियों से है. अब देखना होगा कि क्या अन्य खेलों के टॉप खिलाड़ी पहलवानों के समर्थन में सामने आते हैं या नहीं?
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