इंग्लैंड के खिलाफ रांची में जारी चौथे टेस्ट का तीसरा दिन दो भारतीयों के नाम पर रहा. एक रहे विकेटीपर ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel), तो दूसरे रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Aswhin). अश्विन ने लंबे समय बाद 'पंजा' जड़ा, लेकिन दिन भर ज्यादा चर्चा रही उत्तर प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने वाले ध्रुव जुरेल की, जिन्होंने बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग में भी जलवा बिखेरा. अगर भारतीय टीम अब मैच जीतने की स्थिति में है, तो यह ध्रुव जुरेल के 90 रन ही थे, जिसने इंग्लैंड की पहली पारी की बढ़त को कम करते हुए भारत को बहुत ज्यादा ज्यााद मनोवैज्ञानिक लाभ दिला दिया. और यह इस फायदे का असर ही था कि जब भारतीय गेंदबाज दूसरी पारी में गेंदबाजी करने उतरे, तो फील्डरों के कंधे चौड़े थे और सभी की शारीरिक भाषा बदली हुई थी. ध्रुव ने स्टंपिंग में भी सुपर से ऊपर कैच पकड़ा और इसके बाद तो सोशल मीडिया पर रचनात्मक कलाकार जोर-शोर से अपनी कला का प्रदर्शन करने करने उमड़ पड़े. भावनाएं समझें आप
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मनोबल और साहस तो कुछ ऐसा ही दिखाया